एडवांस टेक्नोलोजी का भी तोड़ निकाल लिया कोरिया वन मंडल के अधिकारियों ने,करोड़ो की हुई है वसूली:सूत्र
जिन्हें करना है भर्ती उनकी सूची बनकर है तैयार,हजारों की दौड़ में पैसे वाले बनेंगे वनरक्षकःसूत्र
जिन्हें करना है चयनित उनका शारीरिक परीक्षा हुआ एक ही दिन,आरक्षित दिन में सेटिंग वालों की हुई शारीरिक परीक्षाःसूत्र
अलग-अलग दिनों में सेटिंग वालों की होनी थी शारीरिक परीक्षा,मेडिकल सहित अन्य अनिवार्य कारणों से अनुपस्थिति का आवेदन दिलवाकर उन्हें मौका दिया गया आरक्षित दिवसःसूत्र
आरक्षित दिवस की परीक्षा में शामिल हुए लोग ही होंगे अधिक संख्या में चयनित, लगभग 40 की संख्या एक ही दिन दौड़ने वालों की होगी चयन सूची मेंःसूत्र
-जिला प्रतिनिधि-
कोरिया/एमसीबी 22 दिसम्बर 2024(घटती-घटना)। मनेंद्रगढ़ वनमण्डल सहित गुरुघासीदास राष्ट्रीय उद्यान अंतर्गत रिक्त वनरक्षक के पदों पर जारी चयन परीक्षा में खासकर शारीरिक दक्षता परीक्षा में जमकर धांधली हुई है और पहले से ही जिनका चयन किया जाना है उनका नाम तय है ऐसा बताया जा रहा है और ऐसा आरोप अभ्यर्थी ही लगा रहे हैं जो इस प्रकिया में शामिल हुए हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि वनरक्षक भर्ती प्रकिया में जमकर धांधली हुई है और एडवांस टेक्नोलोजी के प्रयोग से धांधली नहीं होगी और सबकुछ निष्पक्ष और बिना धांधली होगा जैसा पहले हुआ वैसा नहीं होगा अधिकारियों और वन कर्मियों के परिजनों का चयन नहीं होगा पारदर्शिता रहेगी यह दावा चयन समिति और वन विभाग सहित शासन का दावा ही रह गया और धांधली हो गई और अब उन्हीं का चयन होगा जो धांधली से शारीरिक दक्षता परीक्षा में अच्छे अंक पा सके हैं। अभ्यर्थियों का ही आरोप है कि कोरिया जिले के चरचा महाजन स्टेडियम में सम्पन्न हुई शारीरिक दक्षता परीक्षा में अंतिम दिवस जिन अभ्यर्थियों ने भाग लिया उनकी संख्या के अनुपात में 40 प्रतिशत का आंकड़ा उसी दिन का ऐसा है जिनका शारीरिक दक्षता परिक्षा सबसे अच्छा गया,कुल मिलाकर अंतिम दिवस के ही अभ्यर्थियों को सबसे अधिक अंक दिए गए और उन्हें पात्र बनाया गया और यह वह अभ्यर्थी थे जो अंतिम रिजर्व दिवस इसलिए शारीरिक दक्षता परीक्षा देने पहुंचे थे क्योंकि उन्होंने अपने लिए निर्धारित तिथि पर अपनी अनुपस्थिति का आवेदन दिया था और बीमारी या अन्य बहाना बनाकर उन्होंने रिजर्व दिवस का अपने लिए चयन किया था जिससे उन्हें आसानी हो धांधली माध्यम से पात्र होने में। ऐसे अभ्यर्थियों को ऐसा दिमाग और रिजर्व दिवस के दिवस शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल होने की व्यवस्था विभाग के लोगों ने ही की थी और उन्हीं का यह तरीका है जिससे वह अपने लोगों को भर्ती में अव्वल ला सकें।
रिजर्व दिवस के दिन शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों को सबसे अधिक मिले अंकःसूत्र
सूत्रों की माने और उनका दावा जाने तो रिजर्व दिवस के दिन शामिल अभ्यर्थियों को सबसे अधिक अंक मिले शारीरिक दक्षता परिक्षा में। रिजर्व दिवस के अभ्यर्थियों में से लगभग 40 लोगों के चयन की तैयारी है। अब समझा जा सकता है कि कितनी बड़ी धांधली है कि रिजर्व दिवस वाला ही योग्य और पात्र बन रहा है। बताया जा रहा है कि रिजर्व दिवस के दिन शामिल अभ्यर्थियों को हर इवेंट में और दक्षता परीक्षा में अधिक अंक दिए गए जो पूर्व से तय था और जिसके लिए पैसा भी लिया गया और कई मामले में अधिकारियों नेताओं के परिवार से किसी का चयन किया जाना मजबूरी है।
रिजर्व दिवस स्थानीय अभ्यर्थियों की हुई दक्षता परीक्षा, अंक मामले में भी हुआ अनोखा खेल
इस शारीरिक दक्षता परीक्षा में अजीब खेल देखने को मिला। इस खेल में रिजर्व दिवस स्थानीय लोगों को दौड़ाया गया और उन्हें ही गोला फेंक और लंबी कूद के लिए अवसर दिया गया। इस अवसर में उन्हें यदि वह दौड़ में असफल हुए तो उन्हें लंबी कूद और गोला फेंक में ही 25 ,25 अंक देकर पात्र किया गया। पात्रता के लिए इस तरह का खेल हुआ कि यह खुद ही धांधली साबित करने काफी है कि दौड़ में असफल हुआ अभ्यर्थी गोला फेंक और लंबी कूद में पात्र हुआ और 50 अंक ले आया। भ्रष्टाचार का यह मामला ऐसा है जो हजारों ऐसे अभ्यर्थियों के लिए निराशाजनक खबर है जो उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उनका चयन होगा जबकि चयन जिनका होना है वह तय हो चुका है।
क्या वन विभाग के अधिकारी ने भर्ती को प्रभावित करने का उठाया जिम्मा?
वन विभाग के एक अधिकारी की तरफ यह उंगली उठ रही है यह वह अधिकारी हैं जिन्हें वन विभाग का सर्वे सर्वा माना जाता है और बताया जाता है कि प्रदेश कार्यालय मुख्य वन संरक्षक कार्यालय भी इनके आदेश निर्देश के बिना नहीं चलता है। शारीरिक दक्षता परीक्षा में पूरी गड़बड़ी कैसे होगी कैसे मशीन को धांधली के लिए सेट किया जाएगा यह इन्हीं अधिकारी की मंशा से तय हुआ था। बताया जा रहा है कि मशीन वाले ऑपरेटरों के खाने पीने रहने की व्यवस्था इन्हीं के जिम्मे थी और इसी कारण इनका धांधली का प्लान सफल हुआ। अधिकारी के एक सहायक खास सहायक का भी काफी सहयोग धांधली में रहा और वही सबकुछ मैनेज करता रहा यह भी बताया जा रहा है।
उपकरण लगाकर भी निष्पक्ष नहीं कर पाए वनरक्षक भर्ती?
कोरिया जिले में कोरिया वन मंडल,मनेंद्रगढ़ वन मंडल और गुरुघासीदास उद्यान अंतर्गत रिक्त वन रक्षकों के पदों पर भर्ती के लिए संपन्न की गई शारीरिक दक्षता परीक्षा में उपकरण लगाकर शारीरिक दक्षता परीक्षा आयोजित की गई। उपकरण के माध्यम से शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन पूर्णतः निष्पक्ष होगा और धांधली नहीं होगी हर कुछ समय तिथि अनुसार मशीन में सुरक्षित होगा यह आश्वासन दिया गया था अभ्यर्थियों को। वहीं यदि सूत्रों की बात मानी जाए तो उनका कहना है कि मशीन में भी समय तिथि बदला जाना संभव है वहीं जिन्हे चयनित किया जाना था उनका अलग से रिजर्व दिवस शारीरिक दक्षता परीक्षा लिया गया। जो रिजर्व दिवस शामिल हुए उनका समय तिथि भी बदला जाएगा और इसका काफी अधिक वसूली हुआ है कुछ वन अधिकारियों के भी रिश्तेदारों का चयन किया जाना है यह बताया जा रहा है। कुल मिलाकर भर्ती मशीन लगाकर भी निष्पक्ष नहीं हो सकी भ्रष्टाचार धांधली जमकर हुई और अब अपात्र प्रभाव पकड़ पहुंच और पैसा देकर वन रक्षक बनेंगे यह तय है।
रिजर्व दिवस का खेल अन्य अभ्यर्थी पहले नहीं समझ सके
किसी भर्ती परीक्षा में घंटों, एक, दो या चार दिन का कोई यदि समय निर्धारित है तो वह बढ़ाया नहीं जाता और निर्धारित समय या दिवस में ही वह परीक्षा आयोजित होती है और उसी अवधि में ही वह परीक्षा आयोजित होती है और जो उस दिवस शामिल नहीं होता वह अपात्र अनुपस्थिति के आधार पर स्वमेव हो जाता है। वनरक्षक शारीरिक दक्षता परीक्षा में कोरिया जिले में रिजर्व दिवस का रखा जाना ही मुख्य धांधली थी जिसे पहले अभ्यर्थी नहीं समझ सके। रिजर्व दिवस उन्हें अवसर देना था विभाग को जिनको सही मायने में पात्र करना था और जिनका ही चयन राजनीतिक दवाब,अधिकारियों के दबाव या अन्य के दबाव से किया जाना था। ऐसे अभ्यर्थी जो रिजर्व दिवस शामिल हुए वह मेडिकल के बहाने या अन्य किसी बहाने रिजर्व दिवस के लिए पात्र बनेंगे यह भी विभाग से तय था। कुल मिलाकर रिजर्व दिवस के दिन शामिल लोग ही वन रक्षक बनेंगे यही शारीरिक दक्षता परिक्षा का उद्देश्य और अंतिम लक्ष्य था और वह हुआ भी और ऐसे ही लोग अधिक संख्या या पूरे रिक्त पदों की संख्या के अनुरूप पात्र हुए या अधिक अंक जिन्हें मिला।
हजारों बेरोजगारों के लिए है बुरी खबर
यह धांधली जो वन रक्षक भर्ती में हुई है कोरिया जिले में उसकी जांच हो और पुनः यह दक्षता परीक्षा आयोजित हो यह बेरोजगार अभ्यर्थियों की मांग है। अभ्यर्थियों के लिए यह बुरी खबर है कि वह जिस पद के लिए मेहनत कर पहुंचे थे वह पहुंच पैसे और प्रभाव से बिक चुके हैं और उनमें किन्हें चयनीय किया जाना है यह पहले से तय हो चुका है।