- नगरपालिका बैकुंठपुर के राजस्व निरीक्षक की मनमानी चरम सीमा पर
- झुग्गी-झोपड़ी का पट्टा निरस्त करने कलेक्टर कोरिया से हुई शिकायत
- नियम विरुद्ध तरीके से अपने बहू के नाम पता करने वाले राजस्व निरीक्षक पर होगी कार्रवाई
- वर्षो से एक ही स्थान पर पदस्थ है राजस्व निरीक्षक,शहर में बेजा कब्जों पर नही पड़ती उसकी नजर
-जिला प्रतिनिधि-
बैकुण्ठपुर,21 दिसम्बर 2024 (घटती-घटना)। नगरपालिका परिषद बैकुंठपुर में पदस्थ राजस्व निरीक्षक की मनमानी चरम सीमा पर है, राजस्व अधिकारी कई वर्षो से या कहा जाए कि प्रारंभ से एक ही निकाय में अंगद के पैर की तरह जमा हुआ है जिससे उसे किसी बात का फर्क नही पड़ता। अक्सर देखने में मिलता है कि उक्त राजस्व निरीक्षक कार्यालय से भी गायब रहते है इसके अलावा बैकुंठपुर निकाय क्षेत्र में प्रमुख सड़को के साथ ही रहवासी क्षेत्रों में बेजा कब्जे की बाढ है जिन पर रोक की जिम्मेदारी उक्त राजस्व निरीक्षक की ही है लेकिन उन पर रोक की बात तो दूर उस ओर संज्ञान लेना भी राजस्व निरीक्षक जरूरी नही समझते,या कहा जाए कि उक्त राजस्व निरीक्षक द्वारा ही लाभ अर्जित कर बेजा कब्जा कराया जा रहा है जो इसमें कोई आष्चर्य नही है। एक नया मामला उक्त राजस्व निरीक्षक का सामने आया है जिसमें उनके द्वारा अपनी बहु के नाम पर झुग्गी झोपड़ी का पट्टा बनवा लिया गया है,यह मामला पद के दुरूपयोग का है जिसकी शिकायत भी कलेक्टर कोरिया से की गई है देखने वाली बात है कि कलेक्टर कोरिया द्वारा इसमे क्या कार्यवाही की जाती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 2019-20 एवं 2020-21 की अवधि में राजीव गांधी योजना के तहत झुग्गी झोपड़ी पट्टा वितरण होना था उन लोगो को जो पहले से घर बनाकर शासकीय व नजूल भूमि पर वर्षो से निवासरत थे,नियमानुसार ऐसे लोगो का चिन्हांकन कर पट्टा देना था ताकि उन्हे जमीन मिल सके। यह पट्टा 800 वर्गफीट भूमि का दिया जाना था। बैकुंठपुर निकाय क्षेत्र में इस योजना में मनमानी और पद के दुरूपयोग की बात सामने आ रही है बैकुंठपुर नगरपालिका परिषद में पदस्थ राजस्व निरीक्षक कौषल यादव द्वारा पद का दुरूपयोग करते हुए अपनी बहु के नाम पर पट्टा बनवाने की बात कही जा रही है इसकी षिकायत वार्डवासियों ने कलेक्टर कोरिया से करते हुए पट्टा निरस्त कर कार्यवाही की मांग की है। बतलाया जाता है कि पट्टा वितरण की चयन प्रक्रिया में राजस्व निरीक्षक एवं नजूल निरीक्षक दोनों शामिल थे।
अवैध कब्जे पर कभी नही गया राजस्व निरीक्षक का ध्यान
राजस्व निरीक्षक कौषल यादव वर्षो से नगरपालिका परिषद बैकुंठपुर में ही पदस्थ है। कई अध्यक्ष कई सीएमओ बदल गए लेकिन कौषल यादव की कुर्सी अभी तक जमी हुई है। इस बीच देखने में मिलता है कि बैकुंठपुर जिला मुख्यालय में अवैध कजे की बाढ आ गई है जिस पर रोक की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ राजस्व निरीक्षक की होती है लेकिन उनके द्वारा कभी भी इस ओर ध्यान नही दिया गया। अवैध कब्जा धारियों से आय अर्जित कर कब्जा कराने की बात भी लोगो द्वारा कही जाती है। जिला मुख्यालय में देखने में मिलता है कि लगभग हर शासकीय भूखंड पर अवैध रूप से कब्जा कर दुकान लगाई जाती है,सड़के चैड़ी नही हैं लेकिन उसके बाद भी सड़क किनारे कब्जा कर दुकान लगाया जाना कहीं ना कहीं राजस्व निरीक्षक की संलिप्तता को उजागर करता है। नगरपालिका कार्यालय परिसर में नीचे दुकानें भी हैं वे सभी दुकानदार अपनी सीमा से अधिक कब्जा कर दुकान संचालित कर रहे हैं लेकिन इस पर भी राजस्व निरीक्षक की नजर नही पड़ती,शहर की भीतरी सड़कों में भी कब्जे की भरमार है लेकिन कार्यवाही ना होने से स्थिति बदतर हो चुकी है।
बहु के नाम पट्टा बनाने की हुई शिकायत
राजीव गांधी योजना अंतर्गत प्रेमाबाग बैकुंठपुर में स्थित भूखंड 520/1 में से रकबा 800 वर्गफीट भूमि के लिए विभा यादव पति ललित यादव के नाम पर पट्टा प्रदाय किया गया है। वार्ड वासियों की माने तो उक्त महिला राजस्व निरीक्षक कौषल यादव की बहु है और कभी भी प्रेमाबाग में उसका निवास नही रहा है। और ना ही उक्त महिला का इस भूखंड पर कोई कजा या दखल था। बतलाया जा रहा है कि उक्त भूखंड जनपद पंचायत बैकुंठपुर के नाम पर आबंटित है जिस पर पुराना शासकीय भवन भी बना हुआ था जो खंडहर होने की स्थिति में इसके अंष भाग पर जनपद पंचायत बैकुंठपुर के कर्मचारी भोला राजवाड़े निवास करते थे। विभा यादव मूलतः ग्राम मोदीपारा की निवासी हैं जिनके पति भी शासकीय सेवा में हैं। तथा इनके परिवार में ससुर कौषल यादव के नाम पर लगभग 10 एकड़ से अधिक की भूमि एवं पक्का मकान बनाया गया है। उक्त महिला किसी भी स्थिति में राजीव गांधी योजना के तहत जारी आवासीय भूखंड का पट्टा प्राप्त करने का अधिकार नही रखती। इनके ससुर बैकुंठपुर नगरपालिका में राजस्व निरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं जिनके द्वारा शासकीय अभिलेख में लीपापोती एवं धोखाधड़ी कर गलत तरीके से पट्टा जारी करा लिये हैं। बतलाया जा रहा है राजस्व निरीक्षक द्वारा खुद खड़े होकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। वार्ड वासियों ने लिखित शिकायत करते हुए कहा है कि बिना किसी सूक्ष्म जांच एवं मौके पर कोई कजा ना होने की स्थिति को नजर अंदाज कर पट्टा जारी कर दिया गया है। वार्डवासियों ने निर्माण कार्य पर रोक लगाकर पट्टा निरस्त करने की मांग की है।
राजस्व निरीक्षक पर कार्यवाही होगी?
नगर पालिका बैकुंठपुर में पदस्थ राजस्व निरीक्षक कौशल यादव के द्वारा भारी गड़बड़ी की गई है, वह भी गड़बड़ी झुग्गी झोपड़ी पट्टा वितरण मामले में हुई है, झुग्गी झोपड़ी पट्टा वितरण नगर पालिका व राजस्व की टीम के द्वारा चयनित करके वितरण किया जाना था, जिसमें रहते हुए नगर पालिका राजस्व निरीक्षक ने नियम विरुद्ध तरीके से झुग्गी झोपड़ी पट्टा अपनी बहू के नाम करवा दिया, जिसकी शिकायत कोरिया कलेक्टर से करते हुए पट्टा निरस्त करने की मांग की गई है पर सवाल यह है कि क्या नियम विरुद्ध तरीके से झुग्गी झोपड़ी पट्टा दिलाने वाले राजस्व निरीक्षक पर कार्यवाही होगी?