- घटती-घटना की खबर पर फिर लगी मुहर…
- क्या विधायक पुत्री गीता राजवाड़े के लिए मैदान से बाहर हुईं आशा साहू?

–रवि सिंह –
बैकुंठपुर,03 फरवरी 2025 (घटती-घटना)। अंततः आशा महेश साहू ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय ले ही लिया और उन्होंने जनपद सदस्य के लिए नामांकन दाखिल कर दिया।
बता दें कि घटती घटना ने पहले ही यह अंदेशा जाहिर किया था कि आशा महेश साहू जिला पंचायत सदस्य का चुनाव नहीं लड़ेंगी । वैसे क्या उनका यह निर्णय केवल इसलिए सामने आया क्योंकि उन्होंने यह निर्णय बैकुंठपुर विधायक की पुत्री को जीत दिलाने के लिए लिया है यह भी सवाल उठ रहा है। माना जा रहा है कि आशा महेश साहू और बैकुंठपुर विधायक के बीच कोई न कोई बातचीत हुई है जिसके कारण उन्होंने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है।
आशा महेश साहू अब जनपद सदस्य का चुनाव लड़ेंगी और वह जिला पंचायत सदस्य का चुनाव नहीं लड़ने वाली हैं।बता दें कि आशा महेश साहू की चर्चा तब भी हुई थी जब वह अपने समर्थकों के साथ भाजपा के विधायक की जीत का जश्न मनाते सोशल मीडिया पर नजर आई थीं और तब माना गया था कि उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध किया था उनके विरुद्ध चुनाव में कार्य किया था। वैसे आशा महेश साहू ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि इस बीते विधानसभा चुनाव में उनकी भी दावेदारी कांग्रेस आलाकमान तक जोरदार तरीके से पहुंची थी और ऐसा कहा जाता है और उनका खुद का मानना था कि उनकी दावेदारी पूर्व विधायक और उनके समर्थकों ने खत्म करा दी थी और इसके लिए उन्होंने आशा महेश साहू को भाजपाई तक साबित कर दिया था वहीं तब उनका संपर्क वर्तमान विधायक और तब के भाजपा प्रत्याशी से हुआ था और यही कारण है कि उन्होंने अपनी दावेदारी समाप्त कर ली जिला पंचायत सदस्य सीट से और विधायक की पुत्री के लिए मैदान खाली छोड़ दिया। वैसे अब उक्त जिला पंचायत सीट से कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार पूर्व विधायक के प्रतिनिधि साथ ही सबसे खास समर्थक रामकृष्ण साहू की धर्मपत्नी होंगी जो या तो जीतकर आयेंगी या वह बलिदानी कहलाएंगी।