युक्तियुक्तकरण की विसंगतियों के खिलाफ हजारों शिक्षक काली पट्टी लगाकर पहुंचे स्कूल

अंबिकापुर,16 जून 2025(घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ में नया शिक्षा सत्र 2025-26 सोमवार 16 जून से प्रारंभ हो गया, लेकिन पहले ही दिन सरकार की युक्तियुक्तकरण नीति के खिलाफ प्रदेशभर में शिक्षकों का विरोध मुखर होता दिखाई दिया। सरगुजा जिले में शिक्षक साझा मंच के आह्वान पर हजारों शिक्षक काली पट्टी लगाकर स्कूल पहुंचे और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज कराया। शिक्षकों के अनुसार, युक्तियुक्तकरण की वर्तमान प्रक्रिया में भारी अनियमितताएं हैं और यह शिक्षकों के हितों के साथ-साथ शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए भी घातक सिद्ध हो रही है। शिक्षक साझा मंच के प्रांतीय पदाधिकारी हरेन्द्र सिंह, सुनील सिंह और जिला संचालक सर्वजीत पाठक, कमलेश सिंह, संदीप पांडेय की अपील पर यह विरोध पूरे सरगुजा जिले के सातों विकासखंडों में व्यापक रूप से देखने को मिला।
साझा मंच अब जन
समर्थन जुटाने की तैयारी
शिक्षक साझा मंच अब सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों से संवाद कर इस आंदोलन को जन समर्थन दिलाने की दिशा में आगे बढ़ेगा। संगठन का कहना है कि लंबे समय से शिक्षकों की समस्याएं अनसुनी की जा रही हैं और अब यह केवल शिक्षक समुदाय की नहीं,पूरे शिक्षा तंत्र की लड़ाई बन चुकी है।
प्रक्रिया रद्द कर नए सिरे से युक्तियुक्तकरण की मांग
जिला संचालक कमलेश सिंह ने कहा, “विद्यालय के पहले दिन काली पट्टी लगाकर जाना हमारे लिए अत्यंत पीड़ादायक है,लेकिन जब हमारी बात कोई नहीं सुन रहा, तो विरोध के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता।” उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस विसंगतिपूर्ण प्रक्रिया को रद्द कर 2008 के सेटअप के आधार पर पुनः युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।
सरगुजा जिले के शिक्षकों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगों पर संज्ञान नहीं लिया जाता,यह शांतिपूर्ण विरोध जारी रहेगा।
शैक्षणिक कार्य के साथ विरोध
शिक्षकों ने स्पष्ट किया कि वे अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करते हुए सरकार की विसंगतिपूर्ण नीतियों का विरोध करेंगे। काली पट्टी लगाकर शाला प्रवेश उत्सव सहित सभी शैक्षणिक आयोजनों में वे भाग लेंगे और स्रूष्ट सदस्यों, जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों को युक्तियुक्तकरण के नुकसान और अनियमितताओं से अवगत कराएंगे।