नई दिल्ली@ एअर इंडिया प्लेन क्रैश पर सुप्रीम कोर्ट में अर्जी
Share
एयर इंडिया के सभी बोईंग ड्रीमलाईनर विमानों की जांच का बड़ा फैसला
डीजीसीए ने उड़ान से पहले कई अहम तकनीकी जांचों का दिया निर्देश … हादसे को लेकर दो डॉक्टरों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में एक पत्र याचिका की गई है दायर… नई दिल्ली,13 जून 2025 (ए)।भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने बोइंग के सभी ड्रीमलाइनर विमानों की बेड़े पर सुरक्षा जांच को सख्त कर दिया है। ये फैसला अहमदाबाद में एअर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट एआई-१71 के भयावह हादसे के बाद लिया गया है। डीजीसीए ने एअर इंडिया को आदेश दिया है कि वह 15 जून 2025 की मध्यरात्रि (00ः00 बजे) से भारत से उड़ान भरने से पहले एक बार की विशेष जांच प्रक्रिया को अनिवार्य रूप से लागू करे। डीजीसीए ने उड़ान से पहले कई अहम तकनीकी जांचों का निर्देश दिया है,जिसमें फ्यूल पैरामीटर मॉनिटरिंग,कैबिन एयर कंप्रेसर सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल टेस्ट,इंजन फ्यूल एक्टुएटर ऑपरेशन,ऑयल सिस्टम और हाइड्रोलिक सिस्टम की सेवा जांच शामिल है।इसके साथ ही टेकऑफ से पहले के पैरामीटर्स की समुचित समीक्षा करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा डीजीसीए ने आदेश दिया है कि ‘फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन’ को ट्रांजिट निरीक्षण में जोड़ा जाए और यह प्रक्रिया अगले आदेश तक जारी रखी जाए। साथ ही दो सप्ताह के भीतर पावर एश्योरेंस चेक्स कराना भी अनिवार्य किया गया है। साथ ही पिछले 15 दिनों में बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों में सामने आए रिपिटिटिव तकनीकी खराबियों की समीक्षा करने और उनसे जुड़े सभी मेंटेनेंस कार्यों को जल्द से जल्द निपटाने के आदेश भी दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक डीजीसीए का यह कदम एयर इंडिया की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और यात्रियों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके । सुप्रीम कोर्ट में अर्जी अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुए एअर इंडिया फ्लाइट एआई-१71 हादसे को लेकर दो डॉक्टरों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में एक पत्र याचिका दायर की गई है। याचिका में अदालत से तत्काल स्वतः संज्ञान लेने और केंद्र सरकार को पीडि़त परिवारों को उचित मुआवजा देने के निर्देश देने की अपील की गई है। इस याचिका में मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को निर्देश दे कि वह मृतकों के परिजनों (जिसमें बीजे मेडिकल कॉलेज,अहमदाबाद के रेजिडेंट डॉक्टर भी शामिल हैं) को प्रत्येक को ₹50 लाख का अंतरिम मुआवजा तत्काल घोषित कर वितरित करे। याचिका में यह भी अनुरोध किया गया है कि केंद्र सरकार एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति का गठन करे,जिसमें सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश,विमानन विशेषज्ञ,अर्थशास्त्री और बीमा विशेषज्ञ शामिल हों। यह समिति पीडि़त परिवारों को अंतिम मुआवजे का निर्धारण त्रिवेणी कोडकैनी बनाम एअर इंडिया लिमिटेड मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्थापित सिद्धांतों के अनुसार करे। विमान का ब्लैक बॉक्स मिला,हादसे का असली कारण अब आएगा सामने
अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल से एयर इंडिया विमान का एक ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया है। इसके विश्लेषण से ही हादसे की वजहों के बारे में सुराग मिलेंगे। ब्लैक बॉक्स एक छोटा उपकरण होता है जो उड़ान के दौरान विमान की गतिविधियों के बारे में जानकारी रिकॉर्ड करता है। यह विमानन दुर्घटनाओं की जांच में मदद करता है। विमान हादसे के बारे में कॉमर्शियल पायलट अरिंदम दत्ता कहते हैं कि हादसे की वजह के बारे में सटीक जानकारी विमान के पिछले हिस्से में मौजूद ब्लैक बॉक्स के बरामद होने और उसकी जांच के बाद ही पता चल पाएगी।