माँ है तो हम है,माँ हैं तो जहान हैं। माँ की छाव से बड़ी कोई दुनिया नहीं। माँ के चरणों में जन्नत हैं और उस जन्नत की मन्नत सदा-सर्वदा हम पर आसिन हैं। मॉं की बरकत कभी भेदभाव नहीं करती वह समान रूप से सभी बच्चों पर बरसती हैं। माँ के लिए कोई औलाद तेरी-मेरी नहीं बल्कि सिर्फ और सिर्फ …
Read More »संपादकीय
लेख@सैन्य टकराव रुकने को किस तरह देखा जाए?
भारत-पाकिस्तान के बीच सैनिक संघर्ष रु कने पर हम देश की प्रतिक्रिया देखें तो बड़ा वर्ग,जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,मोदी सरकार और भाजपा के समर्थक कार्यकर्ता शामिल हैं नाखुश दिखाई देते हैं।इन्हें लगता है कि भारत के पास पाकिस्तान को धूल चटाकर, ऐसा पंगु बना देने का अवसर था जिससे वह लंबे समय तक भारत को घाव देने की सोचे भी …
Read More »लेख@अद्भुत और अनोखा भोपाल का राष्ट्रीय मानव संग्रहालय
18 मई को विश्व संग्रहालय दिवस मनाया जाता है,जिससे संग्रहालयों के महत्व को रेखांकित किया जा सके। भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर अद्वितीय है। खजुराहो के मंदिरों में उकेरी नृत्य-संगीत और दार्शनिक मूर्तियाँ,साँची का बौद्ध स्तूप जो शांति और स्थापत्य का प्रतीक है, और भीमबेटका की गुफाएँ जो मानव सभ्यता के प्रारंभिक चित्रों को समेटे हुए हैं-ये सभी स्थल …
Read More »लेख@संस्कार व्यक्ति के विचारों,मूल्यों,और व्यवहार को देते हैं आकार
दोस्ती को परिभाषित करने के लिए, हमें यह समझना होगा कि दोस्ती क्या है और क्या नहीं है।दोस्ती की परिभाषा सबके लिए अलग अलग हो सकती है,दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जो निस्वार्थ,विश्वास,और समर्थन पर आधारित होता है। दोस्ती में हम एक दूसरे के साथ खुशियाँ और दुख बांटते हैं, एक दूसरे की मदद करते हैं,और एक दूसरे का सम्मान …
Read More »लेख@ग्रामीण जनजीवन पर आधारित रूढ़ी या प्रथा
आजकल रूढी¸ प्रथा के नाव ले मनखे मनला छोटे जनाय कस लगथे बदलत दिन बादर मा ये प्रथा ला तियागे के बड़ उदिम करे जाथे, आधुनिक दौर मा येला देहाती, उजबक परम्परा कहीके हिनमान कर देथें। हर आदमी ल जानना चाही कि ये प्रथा ल बदले के कोनो उपायच नइ हे, जोन आदि अनन्त काल ले चलत आवत हे। ये …
Read More »लेख@बढ़ती उम्र के साथ खानपान का ध्यान रखना जरूरी
बढ़ती उम्र के साथ शरीर की ज़रूरतें भी बदलती हैं। ख़ासकर 60 वर्ष की उम्र के बाद। मन मीठे और तले जैसे तरह-तरह के व्यंजनों की तरफ आकर्षित होता है। परंतु उम्र के इस पड़ाव में आपका भोजन ऐसा होना चाहिए जो शरीर को ऊर्जा दे, पाचन को सहज बनाए और दिनभर ऊर्जावान और हल्का महसूस कराए । आपका स्वास्थ्य …
Read More »लेख@महान वैज्ञानिकःपियरे क्यूरी
महान वैज्ञानिक के जन्म तिथि 15 मई २० 25 पर विशेष पियरे क्यूरी का जन्म 15 मई, 1859 को पेरिस में हुआ था,जहाँ उनके पिता एक सामान्य चिकित्सक थे। सोरबोन में विज्ञान संकाय में प्रवेश करने से पहले उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही प्राप्त की। उन्होंने 1878 में भौतिकी में अपना लाइसेंस प्राप्त किया और 1882 तक भौतिकी …
Read More »लेख@नई सेंडिल
रानू को अपने मायके की शादी जाना था। उसने अपनी छोटी बहन यामिनी को भी अपनी ससुराल बुला लिया। साथ में यामिनी के दोनों बच्चे भी थे। उन्हें परसों सुबह निकलना था। आज सुबह ऋ षभ राजनांदगाँव जाने के लिए निकल ही रहा था; तभी सरला ने कहा- ऋषि ! मेरे चश्मे की डंडी टूट गई है बेटा। शाम को …
Read More »लेख@सीजफायर-मोदी की राष्ट्रवाद से यू-टर्न तक की अधूरी कहानी
भारतीय राजनीति में ऐसे कई क्षण आते हैं जब कोई घटना देश की जनता और सत्ता प्रतिष्ठान के बीच संबंधों को गहराई से प्रभावित करती है। पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों द्वारा 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में 26 हिन्दुओं की हत्या भी इसी की एक कड़ी थी,जिसका हिसाब चुकाने के लिये मोदी सरकार ने पाकिस्तान पर कड़ा कूटनीतिक और सैन्य …
Read More »लेख@ऑपरेशन सिन्दूर
काली तारीख 22 अप्रैल 2025 पहलगाम के बैसरन घाटी में जो चार-पांच आतंकवादी आए थे जिन्होंने हिंदू-मुस्लिम पूछ कर मारा, जिन्होंने नई नवेली दुल्हनों के सामने उनके शरीके-हयात को कत्लेआम किया,जिन्होंने नई नवेली दुल्हनों के मांग के सिंदूर उजाड़े,जिन्होंने पहलगाम में हिंदुओं की पैंट उतरवायी,जिन्होंने भारत की हिंदू बेटियों से कहा कि जाकर मोदी को बता देना, क्या वो चार-पांच …
Read More »