बैकु΄ठपुर@क्या जिले में चुनाव बहिष्कार करने से सरकार झुकेगी?

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सरकार ने जिले के बंटवारे में कोरिया को किया नजरअंदाज,फैसले से कोरियावासी है आहत,चुनाव बहिष्कार से सरकार के फैसले को बदलवाने में सफल होंगे

नगरपालिका चुनाव बहिष्कार का सर्वदलीय निर्णय कलेक्टर कोरिया को सौंपा भी गया,किसी भी दल से कोई भी नहीं खरीदेगा नामांकन दाखिल पत्र,निर्णय

रवि सिंह –
बैकु΄ठपुर 29 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)। कोरिया जिला विभाजन से उपजा असंतोष अब व्यापारियों, सामाजिक संगठनों व आमजनों से आगे बढ़ते हुए राजनीतिक दलों का भी असंतोष बन चुका है और सभी राजनैतिक दलों को यह आभास हो चुका है कि अब जिलेवासियों के निर्णय के साथ चलकर ही राजनीतिक भविष्य सुरक्षित रह सकता है, अपनी महत्वाकांक्षा और पार्टी की रीति नीति के तहत लोकतंत्र के महायज्ञ में मत रूपी आहुति स्वीकार करने की भूल करना बड़ी भूल साबित हो सकती है। राजनीतिक दलों के नेताओं को जिले में यह भी आभास हो चुका है कि कोरिया जिले की अस्मिता जिलेवासियों की आस्था और उनकी प्रतिष्ठा से जुड़ा विषय भी है और राजनीतिक रूप से आगे बढ़ने के लिए फिलहाल एककदम पीछे लेना ही लाभकारी होगा आगे बढ़ने में तात्कालिक लाभ तो संभव है लेकिन बड़ी हानि भविष्य की झुठलाई भी नही जा सकती। कोरिया जिले के दो नगरपालिकाओं में कई अन्य नगरीय निकायों के साथ प्रदेश के चुनाव की तिथियों का ऐलान हो चुका है और तिथियों की घोषणा होते ही कोरिया जिले के जिन दो नगरपालिकाओं में चुनाव होना है वहां सर्वदलीय तौर पर चुनाव बहिष्कार की घोषणा भी कर दी गई है और इसकी सूचना भी सभी दलों के नेताओं द्वारा खुद जिला संयुक्त कार्यालय कोरिया पहुंचकर कलेक्टर कोरिया को दे दी है। जिले के सभी राजनीतिक दलों ने स्पष्ट रूप से अपना समर्थन चुनाव बहिष्कार के सार्वजनिक निर्णय को देते हुए यह बता दिया है कि सरकार के जिला विभाजन और कोरिया जिले के साथ कि गई अनदेखी से जिलेवासियों के साथ वह भी नाराज हैं और सभी दलों के एक एक कार्यकर्ता इससे खुद को आहत मान रहें हैं और वह अपना विरोध चुनाव बहिष्कार के रूप में दर्ज करा रहें हैं।

चुनाव हर हाल में संपन्न हों सरकार का हो सकता है प्रयास

जिले के बैकुंठपुर व शिवपुर चरचा नगरपालिकाओं में होने वाले चुनावों से भले ही खुद सत्ताधारी दल कांग्रेस के लोगों ने भी दूरी बना ली हो बहिष्कार का निर्णय ले लिया हो फिर भी सरकार नहीं चाहेगी की चुनाव का बहिष्कार हो, क्योंकि जिला विभाजन व क्षेत्र परिसीमन सरकार की ही मंशानुरूप हुआ है और ऐसे में सरकार अपने फैसले से बिना पीछे हटे चुनाव जरूर कराना चाहेगी, अब यह भी देखने वाली बात होगी कि सरकार किस तरह चुनाव संपन्न कराने का प्रयास करती है क्योंकि अब चुनाव को लेकर समय भी कम ही बचा है।

कांग्रेस बहिष्कार के अपने फैसले पर अडिग

प्रभारियों की मौजूदगी में फैसला जिला निर्वाचन अधिकारी को देंगे पत्र, कांग्रेसी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक आज राजीव भवन में नगरीय निकाय बैकुंठपुर और शिवपुर-चरचा के लिए चुनाव प्रभारी गोपाल थवाईत और जेपी श्रीवास्तव की उपस्थित में आयोजित बैठक में कांग्रेस के पार्षद पद के संभावित दावेदारों द्वारा कोरिया जिले में खड़गवां ब्लॉक को पूर्ववत शामिल रखने की बात पर अडिग रहते हुए पार्टी से चुनाव नही लड़ने की बात पर चुनाव प्रभारियों ने भी कोरिया की जन भावना की कद्र करते हुए सभी के निर्णय का साथ देते हुए इस नगरीय निकाय के इस चुनाव से कांग्रेस पार्टी के नही उतरने की बात कही है। बताया जाता है कि इस सबन्ध में आज ही जिलाध्यक्ष नजीर अजहर जिला निर्वाचन अधिकारी को एक पत्र सौपेंगे। यह भी जानकारी मिली है कि सभी राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष भी अपने लेटर पैड पर चुनाव नही लड़ने की जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी को देंगे।

सत्ताधारी दल ने पार्टी पर्यवेक्षकों से कहा नहीं लड़ेंगे चुनाव

जिला विभाजन और कोरिया जिले के साथ कि गई अनदेखी के विरोध में सत्ताधारी दल कांग्रेस के कोरिया जिले के नेताओं और बैकुंठपुर सहित शिवपुर चरचा नगरपालिका के समस्त कांग्रेसी कार्यकर्ताओं सहित बड़े नेताओं ने वहीं नगरपालिका चुनाव में लड़ने की इक्षा रखने वाले समस्त संभावित दावेदारों ने साफतौर पर कह दिया कि कोरिया जिले के साथ अन्याय हुआ है और वह चुनाव का बहिष्कार करते हैं और उम्मीद रखते हैं कि जिले के साथ न्याय होगा और खड़गवां विकासखण्ड कम से कम कोरिया जिले में शामिल होगा।

भाजपा ने भी किया है पर्यवेक्षक नियुक्त

नगरपालिका चुनाव के मदद्देनजर जिले के दो नगरपालिका चुनावों में प्रत्यासी चयन सहित चुनाव में जीत दर्ज करने के उदेश्य से भाजपा ने भी पर्यवेक्षक नियुक्त किया है और अभी पर्यवेक्षक जिले में भले न पहुंचे हों लेकिन भाजपा ने भी जिले में स्पस्ट घोषणा कर दी है कि चुनाव में भाजपा भी शामिल नहीं होगी।

गोंड़वाना गणतंत्र, बसपा, समाजवादी पार्टी ने भी चुनाव को कहा ना

वहीं जिले में सक्रिय राजनीतिक दल गोंड़वाना गणतंत्र पार्टी, बसपा, समाजवादी पार्टी ने भी नगरपालिका चुनावों के बहिष्कार की घोषणा कर दी है और वह भी सर्वदलीय निर्णय के साथ हैं और जिले की अस्मिता की लड़ाई में अपनी एकजुटता सभी दलों के साथ बनाये रखे हुए हैं।

क्या चुनाव बहिष्कार के निर्णय से झुकेगी सरकार,होगा पुनः क्षेत्र परिसीमन

अब जब नगरपालिका चुनावों के बहिष्कार की घोषणा सभी दलों ने एकसाथ मिलकर कर दी है और यह तय नजर आ रहा है कि जिले में नगरपालिका चुनाव अब दोनों नगरपालिकाओं में नहीं होंगे ऐसी स्थिति में अब देखने वाली बात होगी कि क्या प्रदेश सरकार अपने निर्णय से पीछे हटकर पुनः क्षेत्र परिसीमन की घोषणा करती है और खड़गवां विकासखण्ड जिसे कोरिया जिले की अस्मिता और पहचान बताकर कोरिया जिलेवासी अपने जिले में शामिल किए जाने की मांग कर रहें हैं उसे कोरिया जिले में शामिल करती है। यदि ऐसा होता है तो निश्चित रूप से आज का यह विरोध और बहिष्कार सफल होता नजर आएगा इसके विपरीत यदि सरकार अपने निर्णय और अपने पूर्व क्षेत्र परिसीमन के आधार पर गठित होने जाने रहे नवीन जिले एमसीबी के ही साथ बनी रहती है तो बहिष्कार भी बेमानी न हो जाये यह भी चिंता का ही एक विषय होगा कोरिया जिले के राजनीतिक दलों में शामिल लोगों सहित जिलेवासियों के लिए।

खड़गवां विकासखण्ड का साथ है कोरिया जिले के साथ,सहमति भी है अपार

खड़गवां विकासखण्ड के 50 प्रतिशत से ज्यादा गांवों की पंचायतो ने अपनी अपनी ग्रामसभाओं में यह प्रस्ताव पारित कर जिला कलेक्टर को सौंपा है जिसमें उनकी मांग है की वह कोरिया जिले के साथ ही रहना चाहते हैं वहीं जनपद पंचायत खड़गवां के सामान्य सभा मे भी यही प्रस्ताव पूर्व बहुमत से पारित किया गया है की खड़गवां का भविष्य कोरिया जिले के ही साथ है अब देखने वाली बात होगी कि सरकार इन समर्थनों को कितना तवज्जो देती है कितना मान देती है।


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