प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की शिकायत महानिरीक्षक से
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 10 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक कोरिया चंद्र मोहन सिंह को पहली बार मिला था जिला मुख्यालय की कप्तानी का मौका पर पहली बार में ही कई आरोप में घिरे नजर आ रहें हैं तात्कालीन पुलिस अधीक्षक। पहली बार ऐसा देखा गया की पहले ही कार्यकाल में जिले के कप्तानी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने कई अधिकारी सहित अपने टीम के कई सदस्यों को आरोप के घेरे में ला खड़ा कर दिया है, भू-माफिया संजय अग्रवाल के बाद उनके साथी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय रायपुर, आईजी सरगुजा, पुलिस अधीक्षक कोरिया व थाना प्रभारी बैकुन्ठपुर को शिकायत कर गभीर आरोप लगाया है।
संजय अग्रवाल के साथी ने आरोप लगाया है कि संजय अग्रवाल को लेकर पुलिस मुझसे जबरदस्ती पूछताछ के दौरान मारपीट की और मुझे काफी परेशान किया, जिस चीज की जानकारी मुझे नहीं थी उसके लिए भी पुलिस ने मुझे मारा और जबरदस्ती जानकारी चाहने की कोशिश की गई। शिकायतकर्ता का आरोप कितना सही है यह तो जांच का विषय है पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के कार्यकाल में जो जो हुआ है वह भी किसी से छुपा नहीं है उनके विभाग के कई ऐसे कर्मचारी भी हैं जो उनसे नाराज रहे, यहां तक कि उनके कार्यकाल में पुलिस कर्मियों को हाईकोर्ट तक जाना पड़ा, पुलिस कर्मियों के लिए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक का रवैया अच्छा नहीं था, जिसके कई उदाहरण जिले में देखे या सुने जाते है, यही वजह थी कि उनके स्थानांतरण होने पर पुलिसकर्मियों में उनके जाने का दुख कम खुशी ज्यादा थी, आज भी पुलिसकर्मी के बीच जो चर्चा होती है तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के रवैये को लेकर चर्चा जरूर होती है। जिस प्रकार से पुलिस अधीक्षक के साथ कई अधिकारी व कर्मचारियों के नाम पर आरोप लगे हैं जिस पर जांच होनी है, शिकायतकर्ता ने जिस तरीके से आरोप लगाया है इससे यह भी बात स्पष्ट है आरोप काफी गंभीर है, आरोप में कितनी सच्चाई है इसके लिए जांच जरूरी है, वह भी जल्द क्योंकि आरोप बड़े व गंभीर है पुलिस को भी अपने ऊपर लगे आरोपों से निजात पाने के लिए इसकी जांच जल्द शुरू करानी चाहिए, ताकि खाखी पर लोगों की विश्वसनीयता बनी रहे।