मुख्यमंत्री ने किया आदिवासी समाज से चर्चा, 3 हजार रुपए क्विंटल में खरीदेगी सरकार
रायपुर,23 सितम्बर 2021 (ए)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी समाज से लगातार दो दिन चर्चा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आदिवासी बहुल 14 जिलों जहां कोदो-कुटकी का उत्पादन होता है, वहां समर्थन मूल्य पर कोदो-कुटकी की खरीदी की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा, इन जिलों के गोठानों में कोदो-कुटकी प्रसंस्करण केंद्र भी खोले जाएंगे। यहां से इसके बेचने की भी व्यवस्था होगी।
कवर्धा जिले के गौठान में स्थापित किए जाएंगे कोदो प्रसंस्करण केंद्र
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, जिन जिलों में कोदो-कुटकी का उत्पादन होता है, वहां राज्य सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था की जाएगी। कोदो-कुटकी का उत्पादन करने वाले जिलों में बस्तर संभाग के 7 जिले, सरगुजा संभाग के 5 जिले और राजनांदगांव तथा कवर्धा जिले शामिल हैं। राज्य सरकार ने कोदो-कुटकी और रागी को समर्थन मूल्य पर खरीदने की घोषणा पहले ही कर रखी है। कवर्धा जिले के गौठानों में कोदो प्रसंस्करण केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।
कोदो-कुटकी के लिए 3 हजार रुपए प्रति मि्ंटल और रागी के लिए 3 हजार 377 रुपए प्रति मि्ंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय हुआ है। बुधवार शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आमंत्रण पर कांकेर, कोंडागांव और बस्तर जिले के भतरा और हल्बा जनजातियों के प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न समाजों के सैकड़ों लोग मुख्यमंत्री निवास पहुंचे थे। मुलाकात के दौरान उद्योग मंत्री कवासी लखमा, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, विधायक चंदन कश्यप और संतराम नेताम सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
सामाजिक सभाओं में शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य पर चर्चा करने का आग्रह
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समाज के प्रतिनिधियों से आग्रह किया, अपनी सामाजिक बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के बारे में चर्चा करें। यदि किसी के बच्चे पढ़ाई के लायक हैं तो समाज के मुखिया उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। इलाज की जरूरत होने पर उनका इलाज कराने में मदद करें और बच्चों के रोजगार के लिए भी पहल करें। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की मांग पर बस्तर संभाग में जहां स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ हुए हैं, वहां हॉस्टल खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि इससे इन स्कूलों में दूर गांवों से आने वाले बच्चों को आवासीय सुविधा मिलेगी।
300 प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से की चर्चा
मुख्यमंत्री निवास में मंगलवार रात भी बस्तर के आदिवासी समुदायों के करीब 300 प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री ने चर्चा की थी। इस दौरान समाज की मांग पर बस्तर संभाग में स्थापित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में छात्रावास सुविधा शुरू करने की घोषणा हुई थी। सिलगेर गोलीकांड के बाद आदिवासी समाज के एक धड़े में सरकार के खिलाफ नाराजगी है। भाजपा भी बस्तर में जनाधार वापस पाने की कोशिश में है। ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार संवाद की कोशिश कर रहे हैं।