जलमार्ग मंत्री सोनोवाल आज न्यू मंगलौर बंदरगाह पर तीन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे

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नई दिल्ली ,,23 सितंबर 2021 (ए )। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल आज न्यू मंगलौर बंदरगाह पर तीन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें ट्रक पार्किंग टर्मिनल की आधारशिला रखना और यूएस माल्या गेट का रूपपरिवर्तन और नवनिर्मित व्यापार विकास केंद्र को राष्ट्र को समर्पण करना शामिल हैं।
बेहतर आंतरिक संपर्क के कारण, इस बंदरगाह पर कंटेनर और अन्य सामान्य कार्गो यातायात तेजी से बढ़ रहा है। न्यू मंगलौर बंदरगाह से दक्षिण कन्नड़ जिले और कर्नाटक राज्य के बाहर दूरदराज के स्थानों पर कार्गो की निकासी के लिए प्रतिदिन लगभग 500 ट्रकों का आना और जाना हो रहा है। हालांकि बंदरगाह ने लगभग 160 ट्रकों के लिए पार्किंग की सुविधा प्रदान की है, लेकिन मौजूदा क्षेत्र अपर्याप्त पाया गया है। 2 करोड़ रुपये की लागत से 16000 वर्ग मीटर क्षेत्र के लिए हार्ड सरफेस ट्रक पार्किंग टर्मिनल का निर्माण किया गया है। 1.9 करोड़ रुपये की लागत से 17000 वर्ग मीटर का अतिरिक्त ट्रक पार्किंग क्षेत्र विकसित किया जाएगा। ट्रक टर्मिनल को 2022-23 में 5.00 करोड़ रुपये की परियोजना लागत पर कंक्रीट फुटपाथ, गेट हाउस, रेस्तरां और छात्रावास की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। न्यू मंगलौर बंदरगाह ट्रस्ट के पूर्वी गेट को यूएस माल्या गेट कहा जाता है, जिसका नाम बंदरगाह के संस्थापक के नाम पर रखा गया है। यह एनएच-66 के सामने है। गेट परिसर के प्रस्तावित संशोधन की लंबाई 46.6 मीटर और चौड़ाई 13.5 मीटर है। गेट परिसर में ट्रकों, चार पहिया यात्री वाहनों, बाइक, पैदल चलने वालों के लिए अलग-अलग लेन के साथ आरएफआईडी प्रणाली के प्रावधान, रेडियोलॉजिकल निगरानी उपकरण, बूम बैरियर आदि है। संशोधन कार्य की लागत 3.22 करोड़ रुपये है। यह कार्य मार्च 2022 तक पूरा होने की संभावना है।
बिजनेस डेवलपमेंट सेंटर और टेस्टिंग सेंटर आईओसी रिटेल आउटलेट से सटे एनएच 66 के पश्चिमी किनारे पर 2.80 एकड़ के क्षेत्र में बने हैं। बिजनेस डेवलपमेंट सेंटर एक स्टिल्ट + ग्राउंड + तीन मंजिला इमारत है जिसमें कुल कार्पेट एरिया 6300 वर्गमीटर और 1200 वर्ग मीटर में टेस्ट सेंटर बिल्डिंग है। निर्यात और परीक्षण केंद्र के लिए बिजनेस डेवलपमेंट सेंटर परियोजना की लागत 24.57 करोड़ रुपये है। बिजनेस डेवलपमेंट सेंटर में एक सम्मेलन हॉल, रेस्तरां, डाकघर, बैंक आदि होंगे। यह एक छत के नीचे एक्जिम कारोबारियों को सभी सुविधाएं प्रदान करेगा।
न्यू मंगलौर बंदरगाह, कर्नाटक का एकमात्र प्रमुख बंदरगाह, आदर्श रूप से कोचीन और गोवा बंदरगाहों के बीच स्थित है। बुनियादी ढांचे का डिजाइन इस तरह किया गया है कि जिससे जहाजों को ग्राहकों की लॉजिस्टिक आवश्यकताओं पर तेजी से ध्यान केंद्रित में मदद मिले। बंदरगाह में 15 पूरी तरह से परिचालित बर्थ हैं जो कोयला और अन्य कार्गो कंटेनर को संभालते हैं।


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