अंबिकापुर,13 जून 2025 (घटती-घटना)। बिना याही मां बनने के बाद गर्भ में पल रहे बच्चे की सफाई के लिए गर्भपात की दवा का बिना सोचे-समझे सेवन करना, करवाना ट्रेंड बनते जा रहा है। ऐसे मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। गर्भवती होने पर या तो प्रेमी के द्वारा सामाजिक मान-मर्यादा की दुहाई देकर गर्भपात की दवा का सेवन कराया जाता है, या फिर किशोर उम्र में गर्भवती होने पर लड़कियां स्वजन के भय से ऐसी दवाओं का सेवन करके खुद के जीवन को खतरे में डाल रही हैं। अंबिकापुर सहित सरगुजा संभाग से ऐसे मामले आए दिन सामने आ रहे हैं, इसके बाद भी दवा दुकानों से ऐसी दवाओं का बिना डॉक्टरी पर्चा के आसानी से सुलभ होना सवालों के घेरे में है। ऐसे ही एक और मामले में 16 वर्षीय किशोरी की जान चली गई। मनेन्द्रगढ-चिरमिरी-बैकुण्ठपुर जिला के नागपुर थाना क्षेत्र की किशोरी बिना याही मां बन गई थी। लगभग 3-4 माह का गर्भ ठहर चुका था, जिससे परिवार के सदस्य अनजान थे। किशोरी की तबियत बिगड़ी और स्वजन उसे मनेन्द्रगढ़ अस्पताल लेकर गए, तो उन्हें लडकी के गर्भवती होने का पता चला। मनेन्द्रगढ़ अस्पताल से रेफर करने पर स्वजन किशोरी को लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर लेकर पहुंचे, यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। किशोरी किसके प्रेमजाल में फंसकर गर्भवती हुई, वह स्वयं गोली का सेवन की था या फिर प्रेमी उसे गर्भपात का गोली सेवन करने के लिए प्रेरित किया,इसका पर्दाफास पुलिस की जांच के बाद हो पाएगा। बहरहाल ऐसी घटनाओं को देखते हुए गर्भपात की गोलियों की आसानी से उपलधता रोकने का प्रयास प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को संयुक्त पहल करना चाहिए,ताकि मेडिकल स्टोर से ऐसी जानलेवा दवाएं आसानी से उपलध न होने पाए।
