अम्बिकापुर@2024 में सट्टा के खिलाफ हुई कार्यवाही में पकड़े गए सटोरिया दीप और पहलू के विरुद्ध मामले में बढ़ी धाराएं…दोनों फिर हुए फरार…

Share

-न्यूज डेस्क-
अम्बिकापुर, 11 मई 2025 (घटती-घटना)। सरगुजा संभाग का अंबिकापुर सटोरियों का गढ़ बनते जा रहा है यहां पर दीप व पहलू नाम के दो सटोरिया काफी चर्चित है और चर्चा भी क्यों ना हो क्योंकि बड़े पैमाने पर यह सट्टा खिलाने का काम करते हैं,जैसे ही आईपीएल सीजन शुरू होता है इनकी तो लॉटरी लग जाती है,बड़े पैमाने पर सट्टा का व्यापार यह संचालित करते हैं और करोड़ों कमाते हैं,सूत्रों की मानें तो कमाई में एक हिस्सा यह पुलिसकर्मियों के लिए भी निकालते हैं, ताकि वह कार्यवाही से बच सकें जिसके लिए मोटी रकम पुलिस तक पहुंचते है, जिस वजह से इन दोनों के विरुद्ध पुलिस समय-समय पर कार्यवाही करती है बाकी समय यह खुलकर सट्टे का काम करते हैं और कई बार तो पुलिस कार्यवाही करती है पर उससे पहले ही यह पुलिस के चंगुल से भाग निकलते हैं, यह इतने बड़े सटोरिए हैं कि उनके पास राजनीतिक संरक्षण से लेकर कानूनी संरक्षण देने वाले अधिवक्ता भी उपलध हैं,यही वजह है कि बड़े पैमाने पर पूरे संभाग का सट्टा का केंद्र बना हुआ है अंबिकापुर,और यहां से यह दो सटोरिए प्रदेश स्तर के लिए सट्टा का काम करते हैं,आईपीएल 2024 सीजन में सरगुजा के तत्कालीन आईजी के कार्यकाल में सट्टे के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही की गई थी,जिसमें दीप और पहलू को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और बड़ी कार्यवाही की थी,उस समय इन्होंने कार्यवाही करने वाले पुलिसकर्मियों की ही शिकायत की थी,उस मामले में उन्हें जमानत मिल गया था, पर इस मामले में पुलिस को एक और कामयाबी मिली है एक व्यक्ति के नाम से फर्जी खाता खुलवाकर इन्होंने एक और अपराध को उसमें जोड़ लिया है, 2024 में हुई कार्यवाही में ही पुलिस ने एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया जो चोरी से लोगों के दस्तावेज व्यवस्था करके बिना खाताधारक की जानकारी के खाता बैंक वालों को सेटिंग से खुलवा लेता था और इस खाते से यह लोग लेनदेन करते थे, ताकि कभी पकड़े गए तो यह बच सके पर एक व्यक्ति को जैसे ही पता चला कि उसके नाम पर फर्जी खाता खुला है उसने पुलिस को शिकायत की और पुलिस ने जांच के दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसने बताया कि पहलू और दीप यह दोनों ही दस्तावेज जुगाड़ करके देते थे और मुझे बैंक भेज कर खाते खुलवाते थे इसके बाद पुलिस ने उस मामले में कुछ धाराएं और बढ़ाई है और फिर से पहलू और दीप को गिरफ्तारी के लिए खोज रही है पर यह दोनों फरार हो गए हैं ऐसा सूत्रों का कहना है।
बमफोड़ व्यक्ति की गिरफ्तारी से सट्टा किंग दीप और पहलू की कारोबार पर भी बम फूटा फिर पुलिस गिरफ्तारी के लिए खोज रही
सरगुजा के नए पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल के सख्त निर्देश के बाद क्रिकेट सटोरियों के रसूख और पैसे के आगे पस्त पड़ी कोतवाली पुलिस ने सटोरियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है। उारी छाीसगढ़ के नामी क्रिकेट सटोरी अंबिकापुर निवासी दीप सिन्हा और अमित मिश्रा उर्फ पहलू का जड़ खोदने की तैयारी सरगुजा पुलिस ने शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दीप सिन्हा और अमित मिश्रा के खिलाफ आर्थिक रूप से स्ट्राइक करने की भी तैयारी है। बताया जा रहा है कि इन दोनों साटोरियों का नाम महादेव सट्टा से भी जुड़ा है। बीते कुछ वर्षो में ऑनलाइन सट्टा किंग दीप सिंन्हा और अमित मिश्रा ने मिलकर सट्टा के जरिये अरबों रुपये की बेहिसाब संपçा अर्जित की है। ऐसे में इंटेलिजेंस विभाग की नजर भी इन दोनों सटोरियों और इनसे जुड़े लोगों पर बनी हुई है। इसी कड़ी में ऑनलाइन सट्टेबाजी में रकम लेन-देन के लिए फर्जी बैंक खाता खोलने वाला एक और सटोरिया पुलिस के हत्थे चढ़ा है। आरोपी रितिक मंदिलवार उर्फ बमफोड़,24 वर्ष,निवासी जोड़ा तालाब,साीपारा,अंबिकापुर को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने कई लोगों के आधार कार्ड का दुरुपयोग कर फर्जी बैंक खाते खुलवाए और इसका इस्तेमाल सट्टेबाजी में किया। पुलिस ने इसके कजे से केनरा बैंक का खाता ओपनिंग फॉर्म भी जत किया है।
बमफोड़ नाम के व्यक्ति ने सटोरियों का भंडाफोड़ कर दिया…

सटोरिया पुलिस को चकमा देने के लिए फर्जी खाता खुलवाकर लेनदेन करते थे ताकि सट्टा का रकम उनसे ज्यादा बरामद न हो सके,इस खाते से उसे खाते से ट्रांजैक्शन होता रहे और उसे पैसे का वह उपभोग कर सके, जिस के लिए उन्होंने एक व्यक्ति को रखा था जिन्हें वह आधार कार्ड व पैन कार्ड चोरी से व्यवस्था करके देता था और उसके माध्यम से जाकर बैंकों में खाता खुलवाया जाता था और उसे खाते के बाद फोन-पे और बाकी माध्यमों से पैसा ट्रांसफर होता रहता था, इससे उनके खाते में लेनदेन कम दिखता था और बाकी खातों में लेन-देन होता रहता था इन्होंने बचने का एक नया तरीका निकाल रखा था, एक साल पहले गिरफ्तारी तो हुई पर इस बात का खुलासा नहीं हुआ, खुलासा तो अचानक अब हुआ जब एक व्यक्ति को पता चला कि उसके नाम से खाता बैंक में है जिस बैंक में उसका खाता खुलवाया ही नहीं तब यह बात का पता चल पाया कि दस्तावेज चोरी से जुगाड़ करके लोगों का खाता खुलवा लेते थे, और उसे खाते का लेनदेन यह खुद करते थे और इस खाते का लेनदेन सिर्फ सट्टे के पैसे के लिए वह होता था अब इस मामले का भंडाफोड़ तब हुआ जब आरोपी बम फोड़ पकड़ा गया है।
क्या पुलिस दीप और पहलू को गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ के सटोरिया गैंग तक पहुंच पाएगी?
वैसे सवाल यह भी है कि क्या पुलिस दीप और पहलू को गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ के सटोरिया किंग तक पहुंच पाती है,छत्तीसगढ़ फिलहाल सट्टा कारोबार में काफी आगे बढ़ा हुआ है और यह देखने को मिला है कि सट्टा मामले में महादेव सट्टा का राज्य से गाढ़ा रिश्ता रहा है और राजनीतिक गलियारों में भी इसकी चर्चा रही है।
क्या पुलिस दीप और पहलू को कर पाएगी गिरफ्तार?
वैसे दीप और पहलू फरार हैं और यह फरारी तब हुई है जब उनकी गिरफ्तारी की तैयारी थी ऐसे में यह सवाल उठता है कि कौन उन्हें सूचनाएं दे रहा है जो कार्यवाही से पहले वह फरार हो जा रहे हैं। वैसे देखना है कि सरगुजा पुलिस दीप और पहलू को कब गिरफ्तार कर पाती है या गिरफ्तार कर पाती है भी की नहीं।
दीप के विरुद्ध अब तक 8 अपराध दर्ज,जिसमें से पांच सिर्फ सट्टा के…
दीप के विरुद्ध अब तक कुल 8 मामले दर्ज हैं वहीं इनमें से पांच केवल सट्टे से जुड़े अपराध हैं आदतन सटोरियों में इसकी गिनती आती है क्योंकि पांच मामले सिर्फ सट्टा के इसके ऊपर दर्ज है और यह मामले पिछले 4 सालों में दर्ज हुआ है इससे आप अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह सत्ता के कितने बड़े किंग है।
गद्दारों की वजह से ही अवैध कारोबार पनप रहे वैसे ही देश में आतंकवाद पनप रहे हैं…
हर जगह पर गद्दार मिल जाता है,चाहे वह देश की सुरक्षा को लेकर हो या फिर किसी समाज की सुरक्षा को लेकर अक्सर गद्दारों का भंडाफोड़ भी एक समय हो ही जाता है,पुलिस विभाग में भी कुछ ऐसे गद्दार हैं जो सामाजिक बुराई को बढ़ावा दे रहा है,और चंद पैसों के लिए अवैध कारोबार करने वालों का वह मुखबिर बने हुए,पुलिस चाहे तो कार्यवाही कर ले पर कुछ गद्दारों की वजह से सटोरिया व अन्य अपराधी बच निकलते हैं,अभी जिस सटोरिया का बात हो रहा है उसका भी कुछ ऐसा ही हाल है, पुलिस विभाग में कुछ ऐसे भी गद्दार हैं जो इसके लिए काम करते हैं और उस गद्दार से यह तो करोड़ों के खेल खेल रहे हैं, पर समाज का नुकसान कितना हो रहा है इसकी शायद किसी को कल्पना नहीं है और कल्पना करें भी तो करें कौन? जिसके घर परिवार में तकलीफ है परेशानी उसकी है ना की इन सटोरियों की और ना ही उसे गद्दार पुलिस वाले जो उनके साथ मिलकर इस कारोबार को बड़े पैमाने पर घोड़े की तरह दौड़ा रहे हैं।
बमफोड़ की गिरफ्तारी से एक और जानकारी आई चौंकाने वाली
पुलिस के हत्थे चढ़े सटोरिया ने खुलासा किया है कि सट्टा के रकम के लेनदेन के लिए दीप सिन्हा और अमित मिश्रा ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर हजारों की संख्या में फर्जी तरीके से भोलेभाले लोगों को जाल में फंसाकर बैंक खाता खुलवाया है। यही नही सटोरी गैंग का मास्टरमाइंड दीप सिन्हा उत्तरी छत्तीसगढ़ में सक्रिय साटोरियों को महादेव ऐप सहित तमाम ऑनलाइन सट्टा लिंक उपलब्ध कराया करता है।
यह है 1 साल पुराना मामला
पुलिस को 13 मई 2024 को मुखबिर से सूचना मिली थी कि आयुष सिन्हा उर्फ दीप सिन्हा,अमित मिश्रा उर्फ पहलू और शुभम केशरी स्काईएक्सचेंज लिंक के जरिए आईपीएल मैच (गुजरात टाइटंस बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स) पर ऑनलाइन सट्टेबाजी का कारोबार चला रहे है। त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से 19 मोबाइल,3 पासबुक,2 चेकबुक,21 एटीएम कार्ड, 20,100 रुपये नकद और अन्य दस्तावेज जप्त किए गए थे। इस मामले में अपराध क्रमांक 325/24 के तहत छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा 7, 8 के तहत कार्रवाई की गई थी। तीनों आरोपी वर्तमान में जमानत पर हैं।
सट्टे की रकम की लेनदेन के लिए फर्जी बैंक खाता का किया उपयोग
आगे की जांच में पुलिस ने जप्त एटीएम और खाताधारकों की जानकारी बैंक से मांगी। जांच में पता चला कि केनरा बैंक के खाताधारक आभास पासवान,22 वर्ष,निवासी दर्रीपारा,अंबिकापुर ने कभी खाता नहीं खुलवाया था। आभास ने बताया कि उसने 2023 में अपना आधार कार्ड रितिक मंदिलवार को दिया था। रितिक ने बिना आभास की जानकारी के उसका आधार कार्ड इस्तेमाल कर केनरा बैंक में खाता खुलवाया और उसे सट्टेबाजी के लिए अमित मिश्रा उर्फ पहलू को सौंप दिया। रितिक ने 14-15 अन्य लोगों के आधार कार्ड से भी फर्जी खाते खुलवाए और कमीशन के रूप में अपने यूनियन बैंक खाते में रकम ली। पुलिस ने रितिक मंदिलवार को धारा 91 जा.फौ. के तहत नोटिस जारी कर तलब किया। पूछताछ में उसने अपराध कबूल किया। उसके खिलाफ धारा 467, 468, 471, 120 बी भा.द.वि. जोड़ी गई। रितिक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।
छत्तीसगढ़ में सट्टेबाजी का बड़ा नेटवर्क सरगुजा से संचालित…
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इन आरोपियों ने सट्टेबाजी से अरबों रुपये की संपत्ति अर्जित की है। इनका कनेक्शन महादेव सट्टा ऐप से भी जुड़ा है। वर्तमान में ये आरोपी अंबिकापुर छोड़कर अन्य राज्यों से क्रिकेट सट्टा का कारोबार संचालित रहे हैं। ऐसे में ये सभी स्टोरी पुलिस के चंगुल से बाहर है। गौरतलब है कि मुख्य आरोपी अमित मिश्रा उर्फ पहलू पहले भी सट्टेबाजी के मामले में शामिल रहा लेकिन पैसे के दम पर वह पुलिस से बचता रहा है।
बेनामी संपत्ति की जांच कब?
सरगुजा में सक्रिय इन साटोरियों का नेटवर्क अब दुबई तक फैल गया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन साटोरियों के द्वारा क्रिकेट सट्टा के काले कारोबार से बेहिसाब दौलत अर्जित की गई है। जिसका हिसाब करने में पुलिस के भी पसीने छूट जायेंगे। पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी की का कहना है कि इन सटोरियों के कमर तोड़ने की तैयारी की जा रही है। काली कमाई से अर्जीत की गई संपत्ति का ब्यौरा पुलिस जुटा रही है। इसके बाद इन साटोरियों को पुलिस जड़ से साफ करेगी। हालांकि अब देखने वाली बात है कि इन साटोरियों के संपत्ति की जांच कबतक शुरू होती है।
आईपीएल सीजन में तो सट्टे का व्यापार चलता ही है बाकी पूरे साल इस व्यापार को चलाया जाता है इन दोनों के द्वारा
सूत्रों के द्वारा बताया जाता है कि दीप पहलू के द्वारा आईपीएल सीजन में तो सट्टा कारोबार चलाया ही जाता है वहीं इनके द्वारा आम समय में भी सट्टे के साथ विवादित भूमि खरीद-बिक्री का करोबार चलाया जाता है। इनका कारोबार पूरे साल चलता ही रहता है।


Share

Check Also

रायपुर@ एक बाइक में पांच सवारी

Share ट्रैफिक नियम तोड़ रहा शख्स का वीडियो वायरलरायपुर,29 जून 2025 (ए)। राजधानी रायपुर में …

Leave a Reply