68 लाख का घोषित था इनाम..
रायपुर,30 मार्च 2025 (ए)। बीजापुर जिले में रविवार को 50 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया,जिनमें से 14 पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम था। एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने हथियार डाल दिए। बीजापुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया, ‘उन्होंने माओवादी विचारधारा की खोखली और अमानवीयता, प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा आदिवासियों के शोषण और आंदोलन के भीतर पनप रहे मतभेदों का हवाला देते हुए आत्मसमर्पण किया। वे सुरक्षा बलों द्वारा शिविर लगाने और ‘निया नेल्लनार’ (आपका अच्छा गांव) योजना से भी प्रभावित हैं, जिसके तहत बल और प्रशासन दूरदराज के इलाकों में बुनियादी सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।’
कुल 68 लाख रुपये का इनाम उन्होंने बताया, ‘आत्मसमर्पण करने वाले 50 लोगों में से छह पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम है, जिनमें से तीन पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम है। पांच पर एक-एक लाख रुपये का इनाम है। जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बस्तर फाइटर्स,स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ),सीआरपीएफ और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) ने उनके आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’पीएम मोदी के दौरे के कुछ घंटे पहले किया आत्मसमर्पण एसपी ने कहा कि आंदोलन छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने वाले नक्सलियों के लिए सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा। यह आत्मसमर्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य के दौरे से कुछ घंटे पहले हुआ है। वह 33,700 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, काम शुरू करेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। संयोग से सुरक्षा बलों ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के सुकमा और बीजापुर जिलों में दोहरे मुठभेड़ों में
11 महिलाओं सहित 18 नक्सलियों को मार गिराया, जो 31 मार्च, 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के मिशन में एक बड़ी सफलता है।
देश में इतिहास बनकर रह जाएगा नक्सलवाद
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 50 नक्सलियों ने सरेंडर किया। इसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने प्रतिक्रिया दी है। गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 के बाद देश में नक्सलवाद केवल इतिहास बनकर रह जाएगा, यह हमारा संकल्प है. उन्होंने कहा ‘मैं हिंसा और हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होने वालों का स्वागत करता हूं। छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों को लगातार बड़ी कामयाबी मिल रही रही है। शनिवार (29 मार्च) को हुए मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 17 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. इस बीच रविवार को बीजापुर में 50 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसर्मपण किया हैं ।बस्तर के बीजापुर में 50 नक्सलियों के सरेंडर की जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, बहुत हर्ष का विषय है कि बीजापुर (छत्तीसगढ़) में 50 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण किया। हिंसा और हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होने वालों का मैं स्वागत करता हूं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले 50 नक्सलियों में से 14 पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम घोषित था। केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चल रहे नक्सल विरोधी अभियान और लोन वर्राटू (घर वापस आओ) अभियान की एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है. यह अभियान क्षेत्र में माओवाद के खिलाफ चल रहे अथक अभियान में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ता है, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि अगले साल तक देश नक्सल मुक्त हो जाएगा.
