राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां 12 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। विकासखण्ड खड़गवां के अधिकांश ग्राम पंचायतों में करोड़ों रूपए फूँक कर कागजों में ही हुआ पौधा रोपण कार्य, पौधा रोपण व ट्री गार्ड लगाने के नाम पर करोड़ों ख़र्च किये, पौधे व ट्री गार्ड किस हाल में है सुध लेने वाले पंचायत प्रतिनिधि व किसी भी अधिकारियों के पास फुरसत नहीं है ऐसा लगता है की इनका कम सिर्फ लगाना था देखना नहीं।
खड़गवां जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत पोडीडीह हाट बाजार में पौधा रोपण एवं फैंसीग कार्य के नाम पर 9.45 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कि जिसमें श्रमिक लागत 1.89 लाख और समाग्री 7.55लाख रूपए की लागत है और निर्माण कार्य की एजेंसी ग्राम पंचायत पोडीडीह है जबकि समाग्री में ख़र्च की गई राशि और इस फैंसीग कार्य में जिस समाग्री का उपयोग किया जाना था वो नहीं किया गया है ये निर्माण कार्य का इस्टीमेट जो बनाया गया है वो सिर्फ शासन की राशि का बंदरबांट करने के लिए बनाया गया है जिसका जीता जागता उदाहरण पोडीडीह हाट बाजार में उपयोग किया गया समाग्री है यह कार्य भी वर्ष 2018–2019 में हुए सटापडेम निर्माण कार्य की तर्ज पर फैसीग कार्य का इस्टीमेट तैयार कर कार्य किया गया है।इस फैसीग कार्य और पौधा रोपण कार्य में पंचायत प्रतिनिधियों ने बरती लापरवाही। मनरेगा योजना के तहत लाखों रूपए खर्च कर लगाए गए हैं पौधे व ट्री गार्ड। लगाए गए पौधों व ट्री गार्ड की सुध लेने मुख्य कार्यपालन अधिकारी के दिशा निर्देशन के बाद भी पंचायत प्रतिनिधियों ने नहीं दिया ध्यान। ग्रामीणों के द्वारा पौधा रोपण व ट्री गार्ड लगाने के नाम पर खर्च की गई लाखों रूपए के जांच की मांग कलेक्टर से की गई।
विकाखण्ड खड़गवां के साथ क्षेत्र के दर्जनों पंचायतों में 2 से 3 महिने पूर्व पौधा रोपण एवं ट्री गार्ड लगाने के नाम पर मनरेगा योजना के तहत लाखों रूपए पानी की तरह खर्च किया गया, एक एक पंचायत में 9 से 10 लाख रूपए खर्च हुआ लेकिन आज की स्थिति यह है कि ट्री गार्ड नजर ही नहीं आ रहे हैं कुछ पंचायतों ने कागजों में पौधा रोपण और ट्री गार्ड लगाकर राशि का बंदरबांट कर दिया गया है, इस कार्य के संबंध में ग्रामीण यांत्रिकी विभाग उप संभाग खड़गवां के अनुविभागीय अधिकारी से उनके व्हाट्सएप नंबर 9669723465 पर कई बार मैसेज किया गया, उनके द्वारा कार्य से संबंधित किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिया है।