कोरबा,07 जून 2025 (घटती-घटना)। जिले के ग्राम लोतलोता सहित आसपास के गांवों—चोरभट्ठी,सलोरा और विसनपुर—के सैकड़ों ग्रामीणों ने हृभ्क्कष्ट धनरास राखड़ डेम के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने डेम में संचालित वाहनों को रोककर धरना शुरू किया, जिसपर हृभ्क्कष्ट के अधिकारी मौके पर पहूँचे एवं बिना निराकरण किये वापस चले जाने लगे जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने हृभ्क्कष्ट कर्मचारियों के साथ राख़ की होली खेली । ग्रामीणों का आरोप है कि वर्ष 2009-2010 में हृभ्क्कष्ट ने लिखित में वादा किया था कि भूमि अधिग्रहण करने वाले प्रभावितों को खाली पदों पर प्राथमिकता से रोजगार दिया जाएगा। लेकिन आज तक उन लोगों को नौकरी नहीं मिली जिनकी ज़मीन ली गई थी। ग्रामीणों ने पहले भी इस संबंध में सूची सौंपी थी, पर कार्रवाई नहीं हुई। महिलाओं ने आरोप लगाया कि हृभ्क्कष्ट द्वारा सिलाई मशीन और प्रशिक्षण का दावा किया गया था, लेकिन अब तक किसी भी महिला को प्रशिक्षण नहीं दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह केवल दिखावा है और वास्तव में किसी को कोई लाभ नहीं मिला। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सिपेज़ (जल निकासी) से प्रभावित लोगों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है। वहीं,भूसंपादन के बाद बनी 25-30 समितियों के सदस्यों को भी काम का उचित पारिश्रमिक नहीं दिया जा रहा है। धरना के दौरान जब हृभ्क्कष्ट अधिकारी बिना किसी समाधान के लौटने लगे तो ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और उन पर राखड़ की धूल फेंकी। ग्रामीणों का कहना था,जब गांव वाले राखड़ खा रहे हैं,तो अधिकारी क्यों न खाएं?
