कश्मीर की वादियों में उस सुबह झेलम की धारा कलकल करती बह रही थी। डल झील पर हल्की धुंध तैर रही थी और चिनार के पत्तों की सरसराहट हवा में गूँज रही थी। इन्हीं खूबसूरत नज़ारों के बीच अरमान रोज़ाना कॉलेज जाया करता था। उसके लिए कॉलेज केवल पढ़ाई की जगह नहीं था,बल्कि वहाँ उसकी एक उम्मीद बसती थी,इनाया।सफेद दुपट्टे …
Read More »संपादकीय
लेख@ सुनो नहरों की पुकार:जनजागरण अभियान
आस्था का सच्चा स्वरूप यही है कि हम प्रकृति का सम्मान करें,नहरों को निर्मल रखें और आने वाली पीढि़यों को स्वच्छ जल का उपहार दें। सुनो नहरों की पुकार मिशन हमें यह सिखाता है कि असली पूजा नदियों और नहरों को स्वच्छ रखना है। पूजा सामग्री बहाना एक परंपरा नहीं,बल्कि एक भूल है। प्लास्टिक, कपड़े,मूर्तियाँ और कचरा नहरों को विषैला …
Read More »लेख@ स्वतंत्रता के बाद से स्टेम शिक्षा में महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी यात्रा
अपनी स्वतंत्रता के बाद से, भारत ने स्टेम शिक्षा में एक महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी यात्रा शुरू कर दी है। पिछले 78 वर्षों में, इस यात्रा को सुधारों और नीतियों की एक श्रृंखला द्वारा चिह्नित किया गया है जिसका उद्देश्य राष्ट्र के विकास के लिए एक मजबूत वैज्ञानिक और तकनीकी नींव का निर्माण करना है। यहाँ प्रमुख मील के पत्थर और …
Read More »लेख@ देशवासियों को चाहिए समग्र स्वतंत्रता
आज भी हमारी स्वतंत्रता अपूर्ण कही जा सकती है। स्वतंत्रता केवल भौगोलिक नहीं होती है, यह मानसिक भी होती है और आज भी हम मानसिक रूप से परतंत्रता की बेडि़यों से जकड़े हुए हैं। हमने राजनैतिक स्वतंत्रता तो अवश्य प्राप्त ली है परन्तु मानसिक स्वतंत्रता या मानसिक आजादी हमें आज तक हासिल नहीं हो पाई है। क्या हमने सच्ची स्वतंत्रता …
Read More »लेख@संतान प्राप्ति अउ दीर्घायु के कामना परब:-हलषष्ठी
हलषष्ठी परब भाद्रपद के कृष्ण पक्ष के छठ तिथि के दिन मनाय जाथे। ए कमरछठ, हरछठ के नाम से भी जाने जाथे। इही दिन भगवान श्री कृष्ण के ज्येष्ठ भ्राता बलराम के जन्म होय रिसे। ए कारण इही दिन बलराम के जन्मोत्सव के रूप म भी मनाय जाथे । एकर पूजा के साथ-साथ इनकर शस्त्र हल अउ मूसल के भी …
Read More »लेख@ तकनीक के जरिये जीवन रक्षा की हो पहल
मॉनसून के मौसम में हिमालयी राज्यों के लिए बादल फटना कोई नई घटना नहीं है,लेकिन बीते एक दशक के दौरान उनकी बढ़ती तीव्रता मौसम विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। पिछले दिनों उत्तराखंड के धराली और उससे पहले हिमाचल प्रदेश के मंडी सहित कई स्थानों पर बादल फटने से आई तबाही ने इसे पहाड़ों की सबसे बड़ी …
Read More »लेख@ ट्रंप को मिला मुंह तोड़ जवाब
भारत के किसी भी प्रधानमंत्री ने संबंध सुधारने के लिए अन्य देशों के साथ-साथ अमेरिका की इतनी यात्रा नहीं की। अपने 11 साल के शासन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी 11 बार अमेरिका गए उनकी और राष्ट्रपति ट्रंप की निकटतम मित्रता भारत में ही नहीं बल्कि जग जाहिर थी। फिर ऐसा क्या हो गया की दोनों लोकतांत्रिक देश के प्रमुखों में …
Read More »लेख@अब तक स्वतंत्रता का अधूरा आलाप
आज़ादी केवल तिथि नहीं,एक निरंतर संघर्ष है। यह सिर्फ¸ झंडा फहराने का अधिकार नहीं…बल्कि हर नागरिक को समान अवसर और सम्मान देने की जिम्मेदारी है…जब तक यह जिम्मेदारी पूरी नहीं होती, हमारी स्वतंत्रता अधूरी है…15 अगस्त 1947 को हमने विदेशी शासन की बेडि़यों को तोड़ दिया था। तिरंगे की फहराती लहरों में वह रोमांच था, जो सदियों की गुलामी और …
Read More »लेख@ वीर दुर्गादास राठौड़:शौर्य,पराक्रम एवं वीरता के प्रतीक
भारतीय इतिहास के आभायुक्त गरिमामय वितान का क्षत्रिय राजपूती फलक शताब्दियों से अपने त्याग, बलिदान,वीरता,स्वामिभक्ति तथा साका एवं जौहर व्रत से लोकजीवन में प्रेरणा एवं ऊर्जा का संचार करते हुए देश एवं राष्ट्र के लिए सर्वस्व समर्पण का पथ प्रशस्त करता रहा है। इस मरुभूमि ने ऐसे नर नाहर उत्पन्न किए जिनके केवल नामोच्चारण से ही अरिदल के हृदय कंपित …
Read More »लेख@ टूटी छतों और दीवारों के बीच कैसे पलेगी शिक्षा की नींव?
भारत में लाखों सरकारी विद्यालय जर्जर हालत में हैं। टूटी छतें, दरारों वाली दीवारें,पानी व शौचालय का अभाव—ये बच्चों की सुरक्षा और पढ़ाई दोनों पर खतरा हैं। पिछले नौ वर्षों में 89 हज़ार सरकारी स्कूल बंद हुए,जिससे शिक्षा में अमीर-गरीब की खाई और गहरी हुई। शिक्षा का अधिकार कानून सुरक्षित भवन की गारंटी देता है, लेकिन ज़मीनी हकीकत अलग है। …
Read More »