संपादकीय

लेख@ अपने को पहचानना और समय से चलना जरुरी

अपने को पहचानना जरुरी है क्योंकि भगवान कण कण में राम हर मन में राम है फिर भी लोग कथा वाचक की ओर अग्रसर होते हैं जिसके अंदर ही कई अलग अलग विचार हैँ सबसे शक्ति शाली ब्रह्म स्वामी राम जहाँ भी है वो भगवान राम की कृपा से ही है कर्म ना कर कथा वाचक के कथा का आपस …

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लेख@ केन्द्रीय विधानसभा के प्रथम निर्वाचित भारतीय अध्यक्ष थे विट्टलभाई पटेल

24 अगस्त, भारतीय राजनीतिक इतिहास की गौरवशाली गरिमामय परम्परा का स्मरणीय दिवस,जब कोई भारतीय निर्वाचित होकर अंग्रेजी सत्ता की नीति निर्धारक संस्था सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली की अध्यक्षीय पीठ पर विराजमान हुआ था। मैं स्मरण कर रहा हूं, 24 अगस्त 1925 की उस महत्वपूर्ण घटना को जब बैरिस्टर, प्रखर वक्ता, विचारक और स्वराज्य पार्टी के सह-संस्थापक तथा वल्लभभाई पटेल के अग्रज …

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लेख@ अकेलापन,जीवन और जीवन का अंतिम पड़ाव

यह एक बहुत ही दर्दनाक और वास्तविकता भरा सच हैकि एक इंसान पूरी जिंदगी मेहनत करता है, अपने परिवार और बच्चों के लिए त्याग करता है, लेकिन आखिर में जब वह अपनी जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर पहुंचता है, तो उसके अपने ही उसके कामों को नजरअंदाज कर देते हैं या उनकी कद्र नहीं करते। इससे इंसान को न केवल …

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लेख@ झूठे मुकदमों का कारोबार और वकीलों की जवाबदेही

जब न्याय के प्रहरी ही अपराधी बन जाएँ,तो कानून की आस्था कैसे बचे? झूठे मुकदमे केवल निर्दोषों को पीड़ा नहीं देते,बल्कि न्याय तंत्र की नींव को भी हिला देते हैं। जब वकील ही इस व्यापार में शामिल होते हैं तो वकालत की गरिमा और न्यायपालिका की विश्वसनीयता दोनों पर गहरा आघात होता है। ऐसे वकीलों पर आपराधिक मुकदमे चलना अनिवार्य …

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लेख@ कुपोषित बच्चे,देश के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह

बाल विवाह भी चिंतनीय पहलूनिश्चित तौर पर बच्चे देश के भविष्य होते है। यदि देश का भविष्य ही कुपोषित कमजोर और अविसित रहेगा,निर्बल रहेगा तो सशक्त विकसित भारत की कल्पना करना बेमानी होगा। भारत में बच्चों के भुखमरी,कुपोषण और बाल विवाह एक बड़े अभिशाप की तरह सामने आ रहे हैं,बच्चों के कुपोषण और बाल विवाह देश के लिए एक बड़ी …

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कहानी@अन्तर्वेदना

मुझे अपनी शरण में ले लो राम.ले लो राममुझे अपनी शरण में ले लो राम!रानो तुम ये उदासी भरा भजन क्यों गा रही हो और ये क्या तुम्हारी आँखें सरोवर की तरह डबडबा गई हैं? प्यारे ने अपनी पत्नी रानो के कंधे पर हाथ रखते हुए पूछा।प्यारे! अब जीवन अंतिम पड़ाव पर है,भगवान भजन ही हमें मोक्ष की ओर ले …

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लेख@ हरियाणा की शिक्षक ट्रांसफर पॉलिसी,कोर्ट में उलझाने की रणनीति

कपल केस अंक हटाना परिवार पर कुठाराघात,नये नियमों में है विरोधाभास‘‘ हरियाणा की नई शिक्षक ट्रांसफर पॉलिसी शिक्षकों को राहत देने के बजाय कोर्ट की उलझनों में फँसाने वाली दिख रही है। इसमें कपल केस अंक हटाना परिवारों पर कुठाराघात है। पाँच साल बनाम पंद्रह साल का विरोधाभास नीति को अव्यावहारिक बनाता है। दरअसल यह पूरी तरह से कोर्ट में …

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लेख@ सपा में काफी पुराना है महिला अपमान का सिलसिला

समाजवादी पार्टी (सपा), जिसकी स्थापना मुलायम सिंह यादव ने की थी,उत्तर प्रदेश की राजनीति में नेताजी मुलायम सिंह यादव की तूती बोलती थी। लेकिन समय-समय पर इस पार्टी पर महिलाओं का सम्मान न करने और महिलाओं के खिलाफ अपराधों को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे हैं। यह सिलसिला मुलायम सिंह से लेकर अखिलेश यादव तक जारी है। महिलाओं का …

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लेख@ विश्व मानवतावादी दिवस

कालचक्र का अविराम गतिमान रहना ही उसकी नियति है। उसकी परिधि अपरिमित है और अपरिमेय भी। समय के नियम-अनुशासन से आबद्ध प्रकृति में कालानुकुल परिवर्तन स्वाभाविक है और सुनियोजित भी, क्योंकि जागतिक कार्य-व्यवहार के लिए यह आवश्यक है। यह प्रकृति की सृष्टि संचालन की अपनी व्यवस्था एवं शैली है। यह व्यवस्था जीव-जंतुओं, वनस्पतियों, भूमि,जल,मरुस्थल,गिरि-कानन,पठार-मैदान,सागर-सरोवर, नदी-ग्लेसियर, कृषि-वानिकी इत्यादिक की जीवनचर्या के …

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लेख@ विधेयक पर हंगामा क्यों,जब मुद्दा है राजनीतिक शुचिता का

गंभीर आपराधिक आरोपों में घिरे नेता चाहे वे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं मंत्री ही क्यों न हो,उनकी गिरफ्तारी या हिरासत के बाद एक निश्चित अवधि बीत जाने पर हटाने की व्यवस्था वाले विधेयक को जब केन्द्र सरकार ने लोकसभा में प्रस्तुत किया तो जरूरत से ज्यादा हंगामा एवं विरोध समझ में नहीं आया। इस तरह ईमानदार,अपराधमुक्त राजनीति एवं चरित्र सम्पन्न-पवित्र राजनेताओं …

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