- भाजयुमो जिलाध्यक्ष पर भी कोयला चोरी का आरोप लगने के बाद नहीं हुई पार्टी की तरफ से कोई कार्यवाही
- क्या जिलाध्यक्ष भाजपा ने भी कोयला चोरी के विरोध को लेकर चलाए जा रहे अपने अभियान को किया बंद?
- क्या विरोध और खुद मैदान में उतरकर कोयला चोरी पर रोक लगाने का जिलाध्यक्ष भाजपा का अभियान एक दिखावा था?
- क्या कोयला चोरी अब ऐसा व्यापार बन चुका है जिसमें हर कोई हांथ अपना काला करना चाहता है,क्या अब यह चोरी नहीं जायज व्यापार हुआ?
- कोयला चोरी फिर से हुई शुरू, जिले में जगह जगह से आने लगी सूचनाएं,कोयला चोर हुए सक्रिय

-रवि सिंह-
कोरिया,09 मई 2025 (घटती-घटना)। कोरिया जिले में कोयला चोरी एक ऐसा व्यापार है जिसमें हर हर वह व्यक्ति हांथ आजमाता आया है जिसे मौका मिला है, इस व्यवसाय में सबसे ज्यादा यदि किसी को जुड़ा हुआ देखा जाता है तो वह राजनीतिक दलों के लोगों को जुड़े देखा जाता है जो समय समय पर अपनी अपनी सरकारों के कार्यकाल में इस काले चोरी के कारोबार में अपने हांथ काला करते आए हैं और करते भी रहते हैं। जिले में हाल फिलहाल में यह देखने को मिला था कि खुद भाजपा जिलाध्यक्ष जिनके दल की प्रदेश में सरकार है वह खुद रात रातभर कोयला चोरों के पीछे पड़े रहते थे और जिले से इस व्यवसाय के खात्मे की बात करते हुए इसे देश की संपत्ती की लुट बताते थे और इसे बंद पूर्णतः बंद कराने खुद भी संकल्प लेते थे वहीं युवाओं का वह आह्वान करते थे। कई दिनों तक उन्होंने खुद रात रातभर ऐसे क्षेत्रों में युवाओं के साथ भ्रमण किया कोयला चोरी की घटनाओं को रोकने का काम किया जहां जहां से यह संचालित होता था। युवाओं ने भी भाजपा जिलाध्यक्ष के कोयला चोरी बंद करो अभियान को काफी समर्थन दिया और उनके आह्वान पर वह उनके साथ घूमते नजर आए कोयला चोरी की सूचना देते नजर आए वहीं कहां कहां कोयला चोरों की बैठकी होती है यह भी उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा। भाजपा जिलाध्यक्ष कोरिया का आह्वान कोयला चोरी बंद हो काफी सुर्खियों में रहा इस बीच कुछ दिन जिसने जिले की कानून व्यवस्था को भी कटघरे में खड़ा किया कानून व्यवस्था के होने पर ही सवाल उठाया,अब कुछ दिनों से जिलाध्यक्ष भाजपा का अभियान कोयला चोरी बंद है ऐसा बताया जा रहा है वहीं इसके पीछे का कारण भी यह बताया जा रहा है कि कोयला चोरों ने कहीं न कहीं उन्हें मना लिया है या उनसे विरोध का रुख छोड़ने निवेदन किया गया है साथ ही इसके लिए उनकी शर्तों को भी माना है कोयला चोरों ने, अब इन बातों में कितनी सच्चाई है यह तो पता नहीं लेकिन बातें यही चल रही हैं सूत्रों का ऐसा ही कहना है कि भाजपा से ही ताल्लुक रखने वाले कोयला चोरों के साथ मुलाकात हुई है जिसमें कांग्रेस से ताल्लुक रखने वाले भी कोयला चोर उपस्थित थे और कुछ समझौता हुआ है।
क्या कुछ नए लोगों के साथ अब जारी हो गया है कोयला चोरी का काम?
वैसे सूत्रों के अनुसार अब पुनः जिले में कोयला चोरी का काम जारी हो गया है। वैसे यह जारी हुआ है कि नहीं जल्द पता चल जाएगा लेकिन यह जारी हो चुका है यह सूत्रों का दावा है। बताया जा रहा है कि एक समझौते के साथ जिसमें कांग्रेस भाजपा से जुड़े लोग थे के बाद कोयला चोरी अब जिले में जायजा व्यापार बनकर चालू कर दिया गया है और अब देश की संपçा जैसे बयान आने बंद हैं और अब सबकुछ जायज है।
कोयला चोरी की खबर चलाने वाले को न्यूज़ चैनल से भी हटवाने का दम रखते हैं भाजयुमो जिलाध्यक्ष?
कोयला चोरी के लिए किस कदर एकजुट हैं भाजपा कांग्रेस से जुड़े लोग जो इस चोरी में हांथ काला करते हैं कि उन्होंने कोयला चोरी को लेकर एक खबर चलाने वाले न्यूज चैनल के पत्रकार को ही चैनल से हटवा दिया,यह भाजयुमो कोरिया के द्वारा कराया गया है यह बतलाया जा रहा है। सूत्रों की बात माने तो भाजयुमो जिलाध्यक्ष ही वह व्यक्ति हैं जिन्होंने एक पत्रकार को चैनल से इसलिए हटवा दिया क्योंकि उसने कोयला चोरी के विरुद्ध खबर चलवा दी। वैसे क्या भाजयुमो जिलाध्यक्ष इतने प्रभावशाली हैं कि वह न्यूज चैनलों को भी प्रभाव में रखते हैं और वहां भी उनका दखल है जिससे अब निष्पक्ष पत्रकारिता की राह कठिन है।
क्या भाजपा कांग्रेस उन लोगों से किनारा करेगी जो पार्टी में पदाधिकारी बनकर कोयला चोरी करते हैं,दिन में सफेदपोश और रात में चोर बन जाते हैं?
पूरे मामले में एक सवाल और है,कोरिया जिले में क्या भाजपा और कांग्रेस उन लोगों से किनारा करेगी जो सफेदपोश बनकर दिन में खुद को पार्टी से जुड़ा हुआ बताते हैं वहीं रात होते ही वह कोयला चोर बन जाते हैं देश की अमूल्य संपत्ति की चोरी करते हैं। यह सभी जानते हैं कि जिले में कोयला चोरी का काला कारोबार कौन कौन लोग करते हैं और कौन लोग हैं जिनके आजीविका का साधन ही मात्र कोयला चोरी का काम है लेकिन वही लोग राजनीतिक दलों में भी नेता हैं और ऐसे लोग भाजपा कांग्रेस दोनों दलों में हैं, क्या कोयला चोरी के मामले राजनीतिक दल मजबूर हैं क्या वह इस कारोबार देश की संपत्ति को लूटने वाले कारोबार को बंद करने प्रयास नहीं कर सकते। सवाल बड़ा है क्योंकि जो राजनीतिक दल देश समाज और व्यक्ति विकास की बात करते हैं कानून व्यवस्था की बात करते हैं उसी में शामिल लोग देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं देश की अमूल्य संपत्ति की चोरी कर रहे हैं।
किसी भी दल की सरकार रहे है सभी मिलकर देश की संपति को लूटने का काम करते हैं?
कोयला चोरी के काम में हमेशा देखा गया है कि इसमें दलीय द्वेष नहीं रखते राजनीतिक दलों से जुड़े लोग वह चोरी के करोबार में हमेशा एक रहते हैं और जिसकी भी दल की सरकार होती है सभी मिलकर देश की संपति को लूटने का काम करते हैं और इस चोरी के काम को वह काफी सम्मानजक भी मानते हैं। वैसे कोयला का करोबार जिलाध्यक्ष भाजपा के लिए एक विषय बना था जिसमें उन्होंने इसे बंद कराने का संकल्प लिया था जिसके पीछे का कारण किसी भाजपा के ही नेता की गाड़ी कोयला चोरी में पुलिस के द्वारा पकड़े जाने के बाद यह विषय जिलाध्यक्ष भाजपा के लिए बना था ऐसा बताया जा रहा है,कुलमिलाकर भाजपा नेता की गाड़ी न पकड़ाई होती शायद ही विरोध नजर आता ऐसा माना जा सकता है वहीं अब वह युवा निराश हैं जिन्हें लगा था कि कोयला चोरी का काम बंद होगा और कहीं न कहीं देश की संपत्ती की चोरी का खुला खेल प्रभावित होगा।
क्या भाजपा जिलाध्यक्ष ने कोयला चोरों के विरुद्ध चलाए जा रहे अपने अभियान को किया बंद,क्या कोयला चोरों ने जिलाध्यक्ष को मना लिया?
हाल फिलहाल में देखने को मिल रहा था सोशल मीडिया के माध्यम से की भाजपा जिलाध्यक्ष लगातार कोयला चोरों के विरुद्ध अभियान चला रहे हैं युवाओं का वह कोयला चोरी रोकने आह्वान कर रहे हैं और संकल्प ले रहे हैं कि वह जिले में कोयला चोरी नहीं होने देंगे वह इसे देश की संपत्ति की चोरी बताते भी सुने जा रहे थे और रात में खुद वह भ्रमण कर कोयला चोरों को कोयला चोरी से रोक रहे थे,यह पूरा उनका अभियान सोशल मीडिया में छाया हुआ था और जिले के लोगों को भी लग रहा था कि अब कोयला चोरों का व्यापार बंद हो जाएगा देश की संपत्ति सुरक्षित होगी,लेकिन यह अभियान जिलाध्यक्ष भाजपा का एकाएक रुक गया और अब इस अभियान को लेकर उनकी प्रतिक्रिया शून्य है, अब सवाल यह उठता है कि क्या भाजपा जिलाध्यक्ष से कोयला चोरों का समझौता हो गया? वैसे सूत्रों का तो कहना है कि समझौता हो गया है लेकिन इसकी पुष्टि दैनिक घटती-घटना नहीं करता वैसे यदि ऐसा हुआ है तो यह सवाल उठता है कि क्या यह अभियान केवल दिखावा था एक प्रोपोगेंडा था जिसके तहत कुछ और रणनीति थी जिलाध्यक्ष भाजपा की। वैसे सूत्रों का कहना है कि समझौता हुआ है और कुछ नए चेहरे अब कोयला चोरी में हांथ आजमाएंगे जिसके लिए कोयला चोर अब तैयार हो गए हैं।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष पर क्या नहीं होगी कार्यवाही,कोयला चोरी कारोबार में शामिल होने का लगा था आरोप?
कोयला चोरी देश की संपत्ति की चोरी है इसे बंद कराना ही अब लक्ष्य है यह जिलाध्यक्ष भाजपा कोरिया का हालिया बयान था जिसके बाद जिले का पुलिस अमला भी बदनाम होता नजर आया था और यह माना जाने लगा था कि जिले की कानून व्यवस्था अब पुलिस के हांथ से निकल गई है कोयला चोरों का ही अब सम्राज्य है,इसी बीच यह भी एक खबर आई आरोप जिलाध्यक्ष भाजयुमो पर लगा कि उनका भी हांथ कोयला चोरी के कारोबार में काला है और इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें वह किसी के सामने अपनी कोयला लदी गाड़ी छुड़वाने गिड़गिड़ा रहे हैं, यह पूरा मामला काफी सुर्खियों में भी था लेकिन इस तरह आरोप के बाद भी जिलाध्यक्ष भाजयुमो पर भाजपा जिला कोरिया की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई,यहां बताना होगा कि पूर्व भाजयुमो जिलाध्यक्ष पर एक आरोप लगते ही उन्हें पद से हटा दिया गया था लेकिन भाजयुमो जिलाध्यक्ष वर्तमान को नहीं हटाया गया। क्या उन्हें हटाया जाएगा क्या उन्हें आरोप में घिरा मानकर पद योग्य नहीं माना जाएगा यह भी सवाल है जो भाजपा का सिद्धांत माना जाता है।