जिला अस्पताल में डॉक्टरो की कमी के बावजूद नहीं मिली एक भी एमबीबीएस बॉन्डधारी डॉक्टरों की पोस्टिंग
चर्चा का विषय -क्या यह स्वास्थ्य सेवाओं से खिलवाड़ है?
नारायणपुर,18 जून 2025। नारायणपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की चरमराती स्थिति पर हम लगातार इस जनहित मुद्दे को उठाकर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है, इसी क्रम में ज्ञात हो की पहले से ही डॉक्टरों की भारी कमी से जूझ रहे जिला अस्पताल नारायणपुर को एक और बड़ा झटका तब लगा, जब विशेषज्ञ डॉक्टर डॉ. अरविंद वंकर जो स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ थे और डॉ. एल. एन. वर्मा जो नेत्र रोग विशेषज्ञ थे इन्होने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया, इसके बाद उनके स्थान पर आज तक विशेषज्ञ डॉक्टर के यहां पदस्थापन नहीं हो पाई, जिले के अधिकांश प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की भारी कमी देखी जा रही है, क्योंकि अनेक डॉक्टरों ने ‘लीव विदआउट पे’ ले रखी है,इसका सीधा प्रभाव जनसामान्य पर पड़ रहा है, विशेषकर प्रसवकालीन आपात स्थितियों और बाल चिकित्सा मामलों में मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ज़िला अस्पताल को नहीं मिली एक भी एमबीबीएस बॉन्डधारी डॉक्टरों की पोस्टिंग
10 जून 2025 को स्वास्थ्य संचालनालय रायपुर द्वारा इस वर्ष के 655 एमबीबीएस बॉन्डधारी डॉक्टरों की पोस्टिंग का आदेश जारी किया गया, जिसमें नारायणपुर जिले के लिए मात्र 5 सीटें निर्धारित की गई हैं — जिसमें सीएससी ओरछा के लिए 1 सीट और 4 अन्य पिएचसी के लिए सीटें दी गई हैं आश्चर्यजनक रूप से ज़िला अस्पताल नारायणपुर को एक भी डॉक्टर आवंटित नहीं किया गया, जबकि वर्तमान स्थिति में अस्पताल में चिकित्सकीय सेवाएं लगभग ठप होने की कगार पर हैं।
क्या यह स्वास्थ्य सेवाओं से खिलवाड़ है?
ज़िला अस्पताल नारायणपुर का दायरा केवल नारायणपुर तक सीमित नहीं है — यह कांकेर, कोंडागांव, और आसपास के सुदूरवर्ती क्षेत्रों जैसे अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कोयलीबेड़ा, फरसगांव, ताड़ोकी, केवटी और रावघाट का भी मुख्य रेफरल केंद्र है, भौगोलिक दृष्टि से इन इलाकों के मरीजों के लिए यह सबसे सुलभ अस्पताल है, बीते एक वर्ष में अस्पताल ने कई जटिल मामलों को सफलता से निपटाया है, जिससे लोगों में अस्पताल के प्रति विश्वास बढ़ा है,ऐसे समय में जब जिला अस्पताल नारायणपुर की ज़रूरत सबसे अधिक है, वहां एक भी एमबीबीएस डॉक्टर की नियुक्ति न होना चिंता का विषय है, क्या यह स्वास्थ्य सेवाओं से खिलवाड़ है? यह सवाल लोगों के मध्य चर्चा का विषय बना हुआ है, सरकार और स्वास्थ्य विभाग को इस ओर शीघ्र ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि नारायणपुर जिलेवासियों को उचित और समय पर सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें।