- आंगनबाड़ी एवं स्कूली बच्चो सहित ग्रामीणों की भी स्वास्थ्य जांच कर दी आवश्यक दवाइयां
- छत्तीसगढ़ के कोरिया और मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के सीमा पर स्थित है ग्राम कछुआ खोह
- कछुवाखोह के रस्ते में जो भी ग्रामीण मिले उन्हें रोक कर उनका स्वास्थ्य पूछा और दी आवश्यक दवाइयां
- कोरिया सीएमचओ एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारी श्रेष्ठ मिश्रा के नेतृत्व में पहुची स्वास्थ्य विभाग की टीम


-राजन पाण्डेय-
कोरिया,12 जून 2025 (घटती-घटना)। कैसे हैं आप सब आप सभी का स्वास्थ्य ठीक है न, किसी को कोई तकलीफ तो नही, किसी को कोई बीमारी तो नही, गांव में कोई उल्टी दस्त बुखार या कोई मौसमी बीमारी से पीडि़त तो नही? गांव में कोई बच्चा बीमार तो नही, जन्म जाट विकृति का कोई बच्चा हो तो हमे बताइये छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांछी योजनाओं से सभी का उपचार होगा उक्ताशय की बातें डा स्नेहा भगत और डॉ अरविंद यादव ने कछुवा खोह पहुच कर ग्रामीणों से कहा। वैसे तो स्वस्थ्य विभाग हमेशा सुर्खियों में रहता है कई प्रकार के आरोप लगते है और लगाए जाते हैं लेकिन जब वही स्वस्थ्य विभाग कोई अच्छा कार्य करे तो उसकी तारीफ नही होती, जी हां हम स्वस्थ्य विभाग के ही ऐसे कार्य की बात कर रहे हैं जिसकी चर्चा होनी चाहिए क्योंकि अखबार के पाठकों को भी हर खबर को जानना जरूरी है। सीएमएचओ कोरिया के मार्गदर्शन में बुधवार 11 जून को सोनहत बी एम ओ डा. श्रेष्ठ मिश्रा के निर्देशन में छत्तीसगढ राज्य सीमा पर स्थित कोरिया जिले एवं सोनहत विकासखण्ड के सबसे बिहड़ ग्राम कछुवा खोह में बुधवार को राष्ट्र्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनहत के अमले के साथ दवाईयां एवं वैक्सीन से लैस होकर पहुची । ग्राम वासीयों की माने पहली बार इतने बिहड़ एवं पहुच विहीन ग्राम में स्वस्थ्य अमला इतनी सारी दवाइया और जांच उपकरण लेकर पहुचा। जब बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम कछुवा खोह पहुची तो जहां ग्राम वासी आश्चर्य चकित हो गए वही ग्रामीणों ने भी अपनी स्वस्थ्य सम्बन्धी परेशानी को अवगत कराया । ग्राम वासीयों से बात करने के दौरान ही ग्राम के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य अमले के सामने भीड़ लगा ली और ग्राम स्तर पर लोगों के स्वास्थ्य के बारे में अवगत कराते हुए दवाओं की मांग की । बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत डा अरविन्द यादव एवं डा स्नेहा भगत सहित ए एन एम सतरूपा बजारें ने तत्काल आंगन बाड़ी में अध्यनरत बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और उन्हे आवश्यक दवाईयां प्रदान करते हुए बिमारीयों से बचने के हर संभव उपाय बताए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनहत की आर बी एस के टीम ने ग्राम स्तर पर बीमार ग्रामीणों को इलाज कर आवश्यक दवाईयां प्रदान की एवं उल्टी दस्त से बचने के लिए दवाओं सहित ओ आर एस के पैकेट देते हुए ग्राम स्तर पर टीकाकरण भी किया गया।
आपात स्थित में मध्यप्रदेश पर आश्रित होना पड़ता है…
ग्राम स्तर पर बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अधिकारीयों को अपनी तकलीफ बताई ग्रामीणों ने कहा कि हम भी छत्तीसगढ में ही रहते है पर किसी भी विभाग के अधिकारी हमारा हाल जानने क्यों नही आते है। उन्होने आगे कहा की बहुत पहले रामगढ के चिकित्सक अमित कुमार गोस्वामी यहां पर आए थे। और 2018 से 19 में चिरायु टीम ने यहां शिविर लगाया था इसके बाद से बच्चो का स्वास्थ्य परीक्षण तो बीच मे हुआ लेकिन ग्रामीणों के लिए कोई शिविर नही लगा,यहां से मध्यप्रदेश का माडा बैढन पास में है तो हम लोगो का स्वस्थ्य सम्बंधित काम वही से चलता है लेकिन वहां हमे आयुष्मान योजना का लाभ नही मिल पाता है,और सोनहत इतना ज्यादा दूर है कि सड़क खराब होने के कारण वहां जाना काफी कठिन है।
रास्ते मे मिले ग्रामीण को भी तबियत पूछ दी दवाई
डॉ अरविंद यादव एवं स्नेहा भगत की टीम ने कछुवा खोह पहुचने एवं वापसी के दौरान रस्ते में भी जो ग्रामीण मिला उसे बुला कर उसका हाल जाना उसकी तबियत पूछ आवश्यकतानुसार दवाइयां, ओ आर एस के पैकेट उन्हें प्रदान किया जिससे ग्रामीण काफी खुश नजर आए, कछुवा खोह के अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वानांचल ग्राम गोयनी ,आनंदपुर ,एवं दसेर भी पहुची जहां आंगन बॉडी एवं स्कूली बच्चों सहित ग्रामीणों का भी स्वास्थ्य परीक्षण कर लोगो को आवश्यक दवाइयां भी प्रदान किया इसी दौरान धनपुर के ग्रामीणों व स्कूली बच्चो को ग्राम में ही बुला कर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक दवाइयां प्रदान की गई।
दो दिन पूर्व हर्रा डी पहुचा था स्वस्थ्य अमला
इस समय सी एम एच ओ कोरिया के मार्गदर्शन में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ श्रेष्ठ मिश्रा के नेतृत्व में आर बी एस के एवं स्वास्थ्य अमला दुरस्थ ग्रामो के दौरे पर है दो दिन पूर्व ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्राम हर्रा डी गई थी यह भी जिले और लॉक के आखरी छोर और सुदूर वनांचक क्षेत्र में स्थित है यहां पहुच कर स्वस्थ्य टीम ने स्कूली व आंगन बाड़ी सहित ग्रामीणों का हेल्थ चेकप कर दवाइयां बांटी थी, उल्लेखनीय है कि सोनहत के हर्रा डी कछुवाखोह,दसेर,देवतीढांड गिधेर कांटो और रेवला पहुचना किसी चुनौती से कम नही है इस परिस्थिति में स्वास्थ्य विभाग का इन ग्रामो में पहुच कर सेवा प्रदान करना काफी प्रशंसनीय कार्य है।
पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने लगाई थी चौपाल
कछुवा खोह हर्रा डी सहित दूरस्थ ग्राम के ग्रामीण बताते हैं कि पूर्व सरकार में पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने हमारे ग्राम में चौपाल लगा कर समस्याएं सुनी थी और कुछ सौगातें भी दिया था उसके बाद से आज तक कोई चौपाल नही लगी ग्रामीण बताते हैं कि उन्हें भी इंतज़ार रहता है कि प्रशासन और सरकार उन तक पहुचे पर यह सम्भव नही हो पाता है। ग्रामीणों की माने तो इन ग्रामो में अधिकारीयों की टीम बहुत विषम परिस्थितियों में ही आती है बाकी कभी कभार पंचायत सचिव और कभी कभार कछुवा खोह बीट का वन कर्मी और यहां पदस्थ एक शिक्षक के अलावा कोई भी नही आते । वहीं संसाधनों के आभाव में हम सोनहत विकासखंड मुख्यालय नही जा पाते है अब ऐसी स्थिती में हम करें भी तो क्या करें। कछुवाखोह ग्राम में शासन की समस्त योजनाओं ने दम तोड़ दिया है उन्हे चावल लेने भी लंबी दूरी तय कर आनंदपुर जाना पड़ता है।
पहले बारसात में पूरी तरह संपर्क कट जाता था…
ग्रामीण सूत्रों की माने तो बरसात के दिनों में नदी पर पानी ज्यादा एवं पुल नही होने से ग्राम कछुवा खोह का छत्तीसगढ राज्य एवं जिला मुख्यालय से सपर्क पूरी तरीके से कट जाता था लेकिन पिछली सरकार में कछुआखोह नाला सहित आनंदपुर पँचायत में आमा नाला सहित खोड़ा नाला में पुल बनने के बाद काफी राहत हुई है । फिर बहु ग्राम वासीयों ने बताया की बरसात के समय वो पूरी तरीके से मध्यप्रदेश पर आश्रित होते है। हलाकी मध्यप्रदेश जाने में भी उन्हे भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कछुवा खोह के ग्रामीणों को केन्द्र एवं राज्य सरकार के योजनाओं के कई योजनाओं की भी जानकारी नही है।
पूर्व एसडीएम अरुण मरकाम की नदी में फस गई थी गाड़ी,कछुवाखोह का अटपटा है रास्ता
कछुवाखोह जाने का रास्ता भी अटपटा है वहां तक पहुचने के लिए पद यात्रा भी करनी पड़ती है इस कारण आनंदपुर गायेनी से मध्यप्रदेश के ग्राम बिंदुल एवं चूरी पाठ होते हुए करौटी तक मध्यप्रदेश की सड़क से जाना पड़ता है जिसके बाद पथरीले रास्ते से सफर करते हुए दो नदीयों को पार करके पुनः छत्तीसगढ की सीमा में प्रवेश कर कछुवा खोह जाने का रास्ता मिलता है उसमें भी यदि नदी में पानी का बहाव तेज है तो तो पुल नही होने के कारण नदी को पार करना किसी खतरे से कम नही है। ग्राम वासीयों ने बताया की वर्तमान अपर कलेक्टर अरुण कुमार मरकाम जो पहले सोनहत में एस डी एम हुआ करते थे वो अपने अमले के साथ यहां आए थे, उनके साथ सोनहत के पत्रकार राजन पाण्डेय और मीडिया की टीम भी थी उन्होंने हमारे गांव में चौपाल लगाई और मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यक्रम रमन के गोठ भी सुनाया था लेकिन जाते वक¸्त उनकी गाड़ी नदी में फस गई और भारी मशक्क्त के बाद मध्यप्रदेश से ट्रैक्टर ला कर उनकी वाहन को नदी से निकला गया था।
तत्कालीन कलेक्टर और वर्तमान कमिश्नर नरेंद्र कुमार दुग्गा भी पैदल चल कर पहुचे थे कछुवाखोह
नौ साल पहले 2016 में जब वर्तमान कमिश्नर नरेंद्र कुमार दुग्गा कोरिया कलेक्टर थे तब उनका दौरा ग्राम कछुवाखोह में हुआ था, तत्कालीन कलेक्टर नरेंद्र कुमार दुग्गा को गांव पहुचने के लिए कुछ दूर पैदल भी चलना पड़ा था जिसके बाद नरेंद्र कुमार दुग्गा ने ग्रामीणों की मांग पर ग्रामीणों को रोजगार देने के लिए कछुवाखोह में घाट कटिंग और अन्य कार्य स्वीकृत किये थे कलेक्टर दुग्गा ने काफी समय ग्रामीणों के बीच बिताया था उनकी समस्याएं सुनी और निराकरण भी किया, उसके बाद से कोई भी विभागीय अमला वहां तक नही पहुचा है, ग्रामीण बताते हैं कि पूर्व विधायक गुलाब कमरो अपने दल और तत्कालीन एस डी एम अमित सिन्हा के साथ पहुचे थे उन्होंने ग्रामीणों के साथ भोजन किया और नाले पर रपटा पुल निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान की थी, इसके बाद कुछ अधिकारी भले ही गए लेकिन कभी कोई विभागीय अमला नही गया। ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें रोजगार मुलक कार्य प्रदान किया जावे साथ ही गांव में कुछ विकास कार्य हो और वर्तमान संवेदनशील कलेक्टर भी उनके गांव आएं।
इनका कहना है…
दूरस्थ एवं पहुच विहीन क्षेत्र के स्कूल एवं आंगन बाड़ी केंद्र के बच्चो सहित क्षेत्र के ग्रामीणों को बेहतर स्वस्थ्य लाभ मिले इसके लिए चिरायु टीम के द्वारा दौरे के दौरान विशेष रूप से आवश्यक परीक्षण एवं दवाओं का वितरण किया जा रहा है। दुरस्त क्षेत्र के ग्रामीण अस्पताल नही पहुच पाते इस लिए फील्ड के स्टाफ सहित चिरायु टीम के माध्यम से बच्चो के साथ साथ ग्रामीणों को भी उल्टी दस्त सहित अन्य मौसमी बीमारियों से बचने ओ आर एस पैकेट,दवाइयां सहित उचित परामर्श मुहैया कराया जा रहा है मुख्य चिकित्सा एवं स्वस्थ्य अधिकारी जिला कोरिया के मार्गदर्शन में स्वस्थ्य विभाग ग्रामीण अंचलों में स्वस्थ्य सुविधा सुदृढ़ करने सतत प्रयासरत है।
डॉ. श्रेष्ठ मिश्रा
खण्ड चिकित्सा अधिकारी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनहत