रायपुर@बलौदाबाजार हिंसा के पीछे भाजपा नेताओं का हाथ:भूपेश

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रायपुर,15 जून 2024 (ए)।
बलौदाबाजार की घटना भाजपा के तुष्टिकरण नीति और लापरवाही का परिणाम है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वहां के पूरे आयोजन के पीछे भारतीय जनता पार्टी के नेता ही थे। भाजपा के नेताओं ने ही भीड़ को भड़का कर पूरे घटना को अंजाम दिलाया। बलौदाबाजार का आम आदमी डरा सहमा हुआ है सरकार पर से भरोसा उठ गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कुछ प्रश्न है जिनके जवाब सामने आ जाय तो सारा मामला साफ हो जायेगा।
इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जाँच हो।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि धार्मिक आधार पर हिंसा भड़काना भाजपा का पुराना
चरित्र रहा है। इस पूरे घटनाक्रम ने छत्तीसगढ़ को कलंकित करने का काम किया है। इस घटना में आम आदमी को निशाना बनाया गया है। नागरिकों को भयमुक्त वातावरण देना कानून व्यवस्था को बनाये रखने की जवाबदारी सरकार की है। बलौदाबाजार में भय का वातावरण बनाया गया, छोटे-छोटे व्यापारियों को निशाना बनाया गया। प्रशासन और सरकार के प्रति लोगों का भरोसा समाप्त हो गया है। सरकार ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया है। जिले के सबसे सुरक्षित स्थान एसपी, कलेक्टर ऑफिस ही जला दिया जाय तो फिर सरकार का अस्तित्व कहां बचता है? मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिये।


धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमीशन दिलाने वाला कौन था?
रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिये भोजन, मंच, पंडाल, माईक के लिए रुपयों की व्यवस्था किसने किया?
इतनी बड़ी घटना के बाद भड़काऊ भाषण देने वाले भीम आर्मी के लोगो की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
नागपुर से 250 से अधिक लोग आये थे वो कौन थे? सरकार ने उन पर नजर क्यों नहीं रखा था?
भीड़ में लोग लाठी, डंडा लेकर आये थे प्रशासन क्या कर रहा था? उनको रोका क्यों नहीं गया?
रैली की शुरआत से ही उपद्रव शुरू हो गया था उसके बावजूद लोगो को कलेक्ट्रेट क्यों जाने दिया गया? भीड़ को रोकने की कोशिश क्यों नहीं हुई?
आम जनता के वाहन जलाये जा रहे थे लोगों को दौड़ा कर पीटा जा रहा था तब पुलिस कहां थी?
एसपी किसके इशारे पर शांत बैठे हुये थे? घटना को रोकने के बजाय पलायन क्यों कर गये?


बलौदाबाजार में धरना प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर-एसपी कार्यालय में आग लगा देने के मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है। पुलिस ने करीब 4 सौ लोगों को चिन्हांकित किया है। इसके अलावा करीब डेढ़ सौ लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है। कुछ देर पहले पुलिस को एक और सफलता मिली है। बलौदाबाजार पुलिस ने उपद्रव करने वाले भीम रेजीमेंट के रायपुर संभाग के अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने जीवराखन बांधे को बस्तर से गिरफ्तार किया गया है। बलौदा बाजार हिंसा मामले में वह आरोपी था। घटना के बाद से फरार था, जो जगदलपुर से विशाखापट्टनम ट्रेन से भाग रहा था। पुलिस ने चार साथियों के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया।
बलौदाबाजार में धरना प्रदर्शन के दौरान उग्र हुई भीड़ ने कलेक्टर-एसपी दफ्तर सहित पूरे कैंपस में करीब डेढ़ सौ गाडç¸यों में आग लगा दी। तहसील दफ्तर भी नहीं छोड़ा। इस घटना के बाद प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठे तो पहले तो कलेक्टर केएल चौहान और एसएसपी सदानंद कुमार को हटा दिया गया। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
घटना के बाद से लगातार यह बात उठाई थी कि कलेक्टर एसएसपी इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, क्योंकि दोनों ही घटना को बहुत ही हल्के में ले रहे थे। इसके साथ ही रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा और आईजी इंटेलिजेंस अमित कुमार की भूमिका भी सवाल खड़े हो रहे थे, कि जब इतना बड़ा प्रदर्शन होने जा रहा है तो तैयारी क्यों नहीं की गई। इस पूरी घटना के पीछे सरकार की नाकामी सामने आई है।


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