जांच के बाद दोषियों पर तत्काल की जाएगी कार्यवाही,स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मातृ एवं शिशु अस्पताल का किया निरीक्षण
अम्बिकापुर 17 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस.सिंहदेव ने रविवार को दिल्ली से चार्टर प्लेन के द्वारा अम्बिकापुर पहुंचे एवं यहां मातृ एवं शिशु अस्पताल के एसएनसीयू का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में उपचार के दौरान विगत 36 घण्टे में हुए 5 नवजातों की मृत्यु के मामले में राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों एवं चिकित्सकों से विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिस भी स्तर पर कमियां महसूस की जा रही है उसे दुरूस्त कर मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उलब्ध कराएं। प्री मैच्योर बच्चों के जन्म के कारण तथा वजन में कमी के कारणों का गहन अध्ययन करें। गर्भवती महिलाओं में खून की कमी दूर करने की आवश्यकता है। इसके लिए गर्भधारण के समय से ही खून की कमी को दूर करने आवश्यक दवाईयां उपलब्ध कराएं।
श्री सिंहदेव ने कहा कि नवजात शिशुओं के मृत्यु के मामले की जांच हेतु राज्य स्तरीय टीम गठित कर दी गई है जो कुछ ही दिनों में यहां जांच करने आएगी। टीम के द्वारा किसी स्तर पर लापरवाही या किसी अधिकारी कर्मचारी को दोषी पाया जाता है तो उस पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी। श्री सिंहदेव ने कहा कि मरीजों एवं उनके परिजनों के प्रति सदभावपूर्ण व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों का जन्म इसी अस्पताल में हुआ है उन बच्चों को बहुत दिनों तक उपचार की जरूरत नहीं पडऩी चाहिए। इसी प्रकार जो मरीज अन्य अस्पतालों से आते हैं उनके लिए भी उचित व्यवस्था उपलब्ध कराना होगा। श्री सिंहदेव ने इस दौरान अस्पताल में भर्ती बच्चों के स्वजनों से भी चर्चा की और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के आश्वासन दिए।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आर मूर्ति ने बताया कि सभी मृत नवजातों का प्रीमैच्योर बर्थ हुआ था। सभी नवजातों में कई जन्मजात बीमारियों के लक्षण थे जैसे जन्मजात सांस लेने में तकलीफ, अपरिपम् फेकडे, वजन कम, मां का दूध पीने में तकलीफ आदि लक्षण थे।
इस दौरान छत्तीसगढ़ वनौषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक, श्रम कल्याण मण्डल के अध्यक्ष श्री शफी अहमद, लुण्ड्रा विधायक डॉ.प्रीतम राम, महापौर डॉ.अजय तिर्की, अपर कलेक्टर श्री ए.एल. धु्रव, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. लखन सिंह, सीएमएचओ डॉ.पी.एस. सिसोदिया सहित अन्य अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
सरकारी अस्पताल पर बढ़ा है रूझान
व्यवस्था बढ़ी है तो लोगों का रूझान बढ़ा है। भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। इलाज में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। अगर अस्पताल आ रहे हैं तो कई मरना नहीं चातहता है। लापरवाही का मामला सामने आया है तो इसकी जांच भी कराई जाएगी। अस्पताल के अधिकारियों को कारण पता करने के लिए निर्देशित किया गया है।
विशेष एंबुलेंस की व्यवस्था
कुपोषण के प्रति और काम करने की जरूरत है। इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। रेफर बच्चें के लिए विशेष एबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। ताकि रेफर बच्चें को मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो।
निजी अस्पताल में वसूले जा रहे ज्यादा रुपए
अंबिकापुर के निजी अस्पतालों में मरीजों से ज्यादा रुपए वसूलने का भी मामला सामने आया है। मरीज के एक परिजन ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि एक निजी अस्पताल में 3 दिन के अंदर 40 हजार रुपए ले लिया गया है। इसके बावजूद भी बच्चे की हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है। वहीं दूसरे मामले भी निजी अस्पताल की मनमानी की सामने आई है। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमएचओ डॉ. पीएस सिसोदिया को जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
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