अधिकारी का जवाब भी
हैरान कर देगा
राजनांदगांव,06 अगस्त 2025 (ए)। छत्तीसगढ़ में धान किसानों के सामने खाद का संकट गहराता जा रहा है। राजनांदगांव में भी खाद की कमी ने किसानों को परेशान कर कर दिया है। एक तरफ सहकारी सोसायटी में खाद का स्टॉक नहीं है वहीं, निजी दुकानों में खाद को कीमत से दो गुना ज्यादा पर बेचा जा रहा है। ऐसा ही मामला नंदई चौक में सामने आया है। जहां किसान संघ की छापेमारी के बाद छिपाकर रखे गए यूरिया के पूरे स्टॉक का खुलासा हुआ है।
दरअसल,यहां कृषि विभाग का लाइसेंसी लेकर एक विक्रेता खाद बेचता है। किसानों को जानकारी हुई कि यहां खाद उपलब्ध है लेकिन जैसे ही किसान यहां पहुंचे तो दुकानदार ने कहा कि स्टॉक खत्म हो गया है। वहीं जो किसान एक बोरी यूरिया की कीमत एक हजार रुपये दे रहा था उसे आसानी से खाद मिल रही थी। जबकि यूरिया की कीमत छत्तीसगढ़ में 266 रुपये प्रति बोरी तय की गई है।
मौके पर पहुंची टीम
किसान के हंगामे के बाद कृषि विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। कृषि विभार के अफसरों की मौजूदगी के बाद भी दुकानदार ने खाद बेचने से इंकार कर दिया। जिसके बाद दुकान संचालक और किसानों के बीच जमकर विवाद हुआ। किसानों का आरोप है कि कृषि विभाग के अफसर खुद ही दुकानदार से वास्तविक कीमत पर खाद का विक्रय नहीं करा रहे हैं।
क्या कहा कृषि विभाग नेमौके पर पहुंची निरीक्षक ने कहा कि विभाग का रिकार्ड अपडेट नहीं होने की वजह से दुकान में स्टॉक शून्य बता रहा। दुकानदार ने बताया कि खाद का स्टॉक मंगलवार की रात पहुंचा है। इसके बाद किसान और आक्रोशित हो गए। हालांकि किसान सिर्फ यही मांग करते रहे कि उन्हें जरूरत के मुताबिक तय दाम पर ही खाद उपलब्ध कराई जाए। प्रशासन का कहना है कि किसानों की शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी।
विभाग ने कहा यहां स्टॉक शून्य है…
खाद नहीं मिलने से परेशान किसान कृषि विभाग पहुंचे। किसानों ने मामले की शिकायत सहायक संचालक टीकम ठाकुर से की। सहायक संचालक ने कहा कि उनके विभागीय रिकार्ड के मुताबिक अमन इंटरप्राइजेस में खाद का स्टॉक शून्य बताया। इसके बाद किसान भड़क गए और खुद दुकान पहुंच गए। उन्होंने हंगामा करते हुए दुकान का गोदाम खोल दिया। यहां भारी मात्रा में यूरिया को स्टॉक करके रखा गया था।
