राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने इंदौर के एक किफायती कैंसर अस्पताल के उद्घाटन अवसर पर जो बात कही,वह आज की सबसे बड़ी सामाजिक-आर्थिक और नैतिक आवश्यकता को उजागर करती है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि शिक्षा और चिकित्सा जैसे बुनियादी क्षेत्रों को मुनाफाखोरी से मुक्त होना चाहिए,क्योंकि ये सेवा के क्षेत्र हैं, व्यापार के …
Read More »संपादकीय
लेख@ महान भारतीय वैज्ञानिक-डॉ विक्रम साराभाई
विक्रम साराभाई का जन्म 12 अगस्त 1919 को गुजरात, भारत के अहमदाबाद शहर में हुआ था। साराभाई के परिवार का उनके जीवन में बहुत महत्त्व था और वे एक अमीर व्यापारी परिवार से सम्बन्ध रखते थे। उनके पिता अम्बालाल साराभाई एक समृद्ध उद्योगपति थे जिन्होंने गुजरात में कई मिल्स अपने नाम कर रखी थी। विक्रम साराभाई, अम्बालाल और सरला देवी …
Read More »लेख@ दर्द में क्या बंदा रोए भी नहीं
हरियाणवीं में एक प्रसिद्ध कहावत है जिसकै लागै, वोह-ए जाणै अर्थ है कि चोट का वास्तविक दर्द उसी को होता है,जिसे चोट लगी हो। दूसरों के पास तो सांत्वना के मलहम के अतिरिक्त कुछ नहीं होता है। उपदेशक बन दूसरों को दर्द सहन करने की हिम्मत बंधाना बड़ा सहज है और वही चोट का दर्द खुद पर बन आए तो …
Read More »लेख@ सांस्कृतिक अवमूल्यन,युवाओं में बढ़ती यौन अपराध की मानसिकता
एतिहासिक काल से ही भारतीय संस्कृति और सभ्यता में ऐसा लचीलापन है कि अनेक विदेशी सभ्यताओं को हमने अपनी सभ्यता में आत्मसात कर उन्हें भी अपने रंग में रंग लिया है। उन सब के रंगों में हम भी रंग गए हैं। भारतीय समाज की विशेषता है कि यह क्रमिक रूप से बाहरी मूल्यों को अपनाते हुए आगे बढ़ रहा है …
Read More »लेख@शरीर के आशौच दोषमार्जन की गवेषणा
हम सबके पास सुंदर काया है जिसे देह या शरीर नाम भी मिला है ओर हम सभी अपने आप में इस देह में न जाने कितनी ज्ञात अज्ञात बातें समेटे हुये इन बातों से अनभिज्ञ रहकर जीते है। देखा जाये तो जन्म से लेकर मृत्यु तक अनेक अवसर आते है जब हम इस देह को उसी समय स्मरण रखते है …
Read More »लेख@ भारत ने नहीं झुकाया सिर ट्रंप की धमकी को दिया आंकड़ों से करारा जवाब
डोनाल्ड ट्रंप की भारत के प्रति बढ़ती चिढ़ और अमेरिका की दोहरी नीति ने वैश्विक मंच पर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भारत को बार-बार टैरिफ और जुर्माने की धमकियां दे रहे हैं, खासकर रूस से तेल और हथियारों के व्यापार को लेकर। लेकिन भारत ने न केवल इन धमकियों को नजरअंदाज किया, बल्कि अमेरिका …
Read More »लेख@ भारत में लिव-इन रिलेशनशिप एकजटिल सामाजिक वास्तविकता बन गई है…
भारत में लिव-इन रिलेशनशिप एक जटिल सामाजिक वास्तविकता बन गई है,जो व्यक्तिगत स्वतंत्रता और पसंद का प्रतीक तो है, लेकिन इसके कानूनी दायरे,खासकर संपत्ति के अधिकारों को लेकर, अक्सर भ्रम की स्थिति बनी रहती है। पारंपरिक विवाह के इतर इस रिश्ते में रहने वाले भागीदारों के लिए संपत्ति का अधिकार अक्सर एक अंधकारमय गलियारे जैसा होता है, जहां न्याय की …
Read More »लेख@ हरित क्रांति के जनक वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथ
वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथ का पूरा नाम मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथ था। उनका जन्म 7 अगस्त 1925 को हुआ था। वह कृषि वैज्ञानिक के साथ ही पादप आनुवंशिकीविद भी थे। उनको 1972 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का महानिदेशक बनाया गया और भारत सरकार के सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। देश में हरित क्रांति की शुरुआत करने वाले महान …
Read More »लेख@अकेलेपन की त्रासदी झेलते बुजुर्ग
बच्चे आया के भरोसेबुजुर्गों के अकेलेपन की समस्या वैश्विक रूप धारण कर चुकी है। भारत सहित चीन,जापान, स्वीटजर लैंड,अमेरिका फ्रांस कनाडा और ब्रिटेन मैं बुजुर्गों की स्थिति अकेलेपन के कारण दयनीय हो गई है। जापान तथा स्विट्जरलैंड में इच्छा मृत्यु लेने वालों की संख्या बढ़ गई। स्विट्जरलैंड,जापान में तो कई केंद्र ऐसे हैं जिनमें इच्छा मृत्यु धारण करने के वाले …
Read More »लेख@ पहाड़ों का सर्वनाशःउत्तराखंड की आखिरी चेतावनी
देवभूमि का दर्द विकास के नाम पर विनाशउत्तरकाशी के थराली में बादल फटने से हुई भीषण तबाही उत्तराखंड के पर्यावरणीय संकट की गंभीर चेतावनी है। विकास के नाम पर हो रही पहाड़ों की अंधाधुंध कटाई,अवैज्ञानिक निर्माण और बेतरतीब पर्यटन ने पहाड़ों की सहनशीलता को खत्म कर दिया है। जमीन की लूट, संस्कृति का क्षरण और लगातार बढ़ता तापमान, उत्तराखंड को …
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