अम्बिकापुर 27 नवम्बर 2021 (घटती-घटना)। लीगल अवेयरनेस टीम द्वारा चलाए गए अभियान के तहत 26 नवंबर को राष्ट्रीय संविधान दिवस के अवसर पर संविधान सप्ताह के अंतर्गत छात्र छात्राओं के मध्य कार्यक्रम किया गया। उपस्थित लगभग 500 छात्रों के समक्ष फादर निर्दोष ने कहा कि संविधान की जरूरत हमें अपने कर्तव्यों का तथा अधिकारों का ज्ञान कराती है। इसलिए हम अच्छे नागरिकों की कल्पना कर सकते हैं।उन्होंने संविधान की प्रस्तावना( प्रियम्बल) पर चर्चा करते हुए मौलिक अधिकारों की बातें बताईं। साहित्यकार व सामाजिक कार्यकर्ता स जितेंद्र सिंह सोढ़ी ने आदिम काल से आज तक विकास के क्रम में स्थितियों का विश्लेषण करते हुए बताया कि हमें अनुशासित व राष्ट्र की गरिमा को स्थापना के लिए संविधान की आवश्यकता पड़ी। यह दुनिया का सबसे अच्छा संविधान बना जिसने देश के आम नागरिकों की रक्षा की जिम्मेदारी संभाली।जो सत्ता और जनता के बीच की कड़ी बनी। युवा सदस्य चरणप्रीत सिंह ने क्रांतिकारियों,स्वतंत्रता सेनानियों को पर्दे पर प्रस्तुत करते हुए कहा कि इन के सपनों का भारत, जैसा होना चाहिए था वैसा ही संविधान में रखा गया है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम उस संविधान की आत्मा को संभालें जो संविधान की प्रस्तावना में दिया हुआ है। उन्होंने कहा कि इस पर चलने से ही हम भारत के जिम्मेदार नागरिक कहला सकते हैं। जिसे बच्चे सब पढ़ें और घर में सब को पढ़ाएं। इस मौके पर इप्ता के प्रितपाल सिंह अरोरा, पार्थो मुखर्जी, कृष्णानंद तिवारी, फादर गेब्रियल और स्कूल के शिक्षक वर्ग सहित स्टाफ के सदस्य सभी उपस्थित थे।
