- फोन पर जानकारी मिलने के बाद सीएमएचओ ने तत्काल लिया संज्ञान,सिविल सर्जन आयुष जायसवाल एवं डॉ योगेंद्र चौहान की टीम ने काफी मशक्कत उपरांत सफलतापूर्वक निकाला सिक्का
-राजन पाण्डेय-
कोरिया,15 जून 2025 (घटती-घटना)। कहते हैं कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं और समय समय पर यह बात साबित होती रही है। ऐसी ही एक घटना देखने को मिली जिसमे सिविल सर्जन आयुष जयसवाल और डॉक्टर योगेंद्र चौहान ने एक बच्चे की जान बचा ली प्राप्त जानकारी के अनुसार, वार्ड क्रमांक 13 निवासी राजेश विश्वकर्मा के 7 वर्षीय पुत्र सार्थक ने अनजाने में खेलते समय एक सिक्का निगल लिया, जो उसके गले में जाकर फंस गया। बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेश ने तत्काल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरिया को फोन कर सूचना दी कि बच्चे की हालत बेहद नाजुक है और उसे तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता है। सूचना मिलते ही सी एमएचओ कोरिया के निर्देश पर सिविल सर्जन व अधीक्षक डॉ. आयुष जायसवाल के मार्गदर्शन में डॉ. योगेंद्र चौहान एवं उनकी चिकित्सा टीम जिला अस्पताल,बैकुंठपुर लेकर आए बच्चे की तत्काल जांच कर उपचार शुरू किया। टीम की त्वरित कार्रवाई और दक्षता से गले में फंसे सिक्के को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया। बच्चे की हालत अब स्थिर है। सीएमएचओ की अपील बच्चो को सिक्के या धातु से बनी चीजें न दे- इस घटना के बाद जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने अभिभावकों से अपील की है कि वे छोटे बच्चों को सिक्का,पिन,सुई, कांच,छोटी गिट्टी या किसी भी प्रकार की छोटी वस्तुओं से दूर रखें, क्योंकि ये जानलेवा साबित हो सकती हैं। चिकित्सकों ने सलाह देते हुए कहा है कि छोटे बच्चों की निगरानी हमेशा रखें। ऐसी छोटी वस्तुएं बच्चों की पहुंच से दूर रखें। किसी आकस्मिक स्थिति में बिना देरी चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करें।