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अंबिकापुर@घायल पहाड़ी कोरवा युवक को 26 घंटे बाद मिली एंबुलेंस,इलाज के अभाव में हुई मौत,परिजनों और कांग्रेसियों ने शव रखकर किया प्रदर्शन

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अंबिकापुर,07 अक्टूबर 2025 (घटती-घटना)। इंसानियत को झकझोर देने वाली एक लापरवाही की घटना सामने आई है, जहां समय पर इलाज न मिलने के कारण एक घायल युवक की जान चली गई। बलरामपुर जिले के मदनेश्वरपुर गांव निवासी 32 वर्षीय गुड्डू पहाड़ी कोरवा की 4 अक्टूबर की शाम बाइक से गिरने के बाद मौत हो गई,लेकिन इस मौत से पहले का पूरा घटनाक्रम स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली को उजागर करता है। परिजनों को न सिर्फ घायल युवक के इलाज के लिए भटकना पड़ा,बल्कि मौत के बाद शव को लाने के लिए भी निजी वाहन का सहारा लेना पड़ा। गुड्डू पहाड़ी कोरवा 4 अक्टूबर की शाम बाइक से सिधमा बाजार जा रहा था,जब रास्ते में सडक पर बिछी डस्ट में फिसलकर गिर पड़ा। हादसे में उसके सिर में गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों और परिजनों ने तुरंत उसे बरियों अस्पताल पहुंचाया,जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया।मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसका सिटी स्कैन कराया गया,जिसमें सिर में गहरी चोट की पुष्टि हुई। हालत को गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने 5 अक्टूबर की दोपहर करीब 2 बजे उसे रायपुर रेफर कर दिया। लेकिन समस्या तब शुरू हुई जब रायपुर ले जाने के लिए परिजनों को सरकारी एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई। परिजनों और गांव के लोगों ने कई बार अस्पताल प्रशासन और अधिकारियों से गुहार लगाई,लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
26 घंटे बाद मिली एंबुलेंस, रास्ते में ही मौत : लगातार प्रयासों के बाद 6 अक्टूबर की शाम करीब 4 बजे सरकारी एंबुलेंस मिली और गुड्डू को रायपुर के डीकेएस अस्पताल ले जाया गया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। रात करीब 11 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि वहां भी शव को बिना पोस्टमॉर्टम किए ही परिजनों को सौंप दिया गया। इतना ही नहीं, शव वाहन भी उपलब्ध नहीं कराया गया।
दोषियों पर कार्रवाई और मुआवजा : कांग्रेस नेताओं और परिजनों की मांग है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए और मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए। प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। लेकिन पीडि़त परिवार को अब भी न्याय की प्रतीक्षा है।


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