- सोनहत में विधायक के आने के पूर्व ही कमेटी ने कर दिया रावण दहन,विधायक ने जताई नाराजगी
- रावण दहन को लेकर सोनहत में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म
- क्या कुछ लोग कार्यक्रम को देना चाहते थे राजनैतिक रंग?
- क्या कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही कमेटी के सदस्यों को किया गया दरकिनार?
- क्या सोनहत से बाहरी भाजपा नेताओं के हस्तक्षेप से नाराज हुए कमेटी के सदस्य?
- विधायक की घोषणा अब आगामी वर्ष से स्टेडियम ग्राउंड में होगा दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन

-न्यूज़ डेस्क-
कोरिया/एमसीबी, 03 अक्टूबर 2025 (घटती-घटना)। सत्ता पक्ष की विधायक एक बार फिर आयोजन समिति के हाथों अपमानित होती दिखी,उन्हें बतौर मुख्य अतिथि रावण दहन कार्यक्रम में बुलाया तो गया पर उनका इंतजार बिना किए ही उनके आने के पूर्व रावण दहन कार्यक्रम संपन्न कर दिया गया, जिसके बाद उनके अंदर नाराजगी देखने को मिले पर जहीर सिर्फ इशारों में ही हुआ,वहीं उनके आने के पूर्व हुए रावण दहन कार्यक्रम को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी और यह बात खबरों तक पहुंच गई।
जिले के सोनहत विकासखण्ड में दशहरा उत्सव के दौरान इस बार खुल कर गुटबाजी और राजनीति देखने को मिल गई आलम यह हुआ कि विधायक के आने के पूर्व ही कमेटी ने रावण दहन कर दिया। हालाकि ऐसा कमेटी द्वारा कार्यक्रम में लगातार हो रही देरी को देखते हुए किया गया क्योंकि रात्रि 8 बजे से ही स्टेडियम ग्राउंड में लोगो की भीड़ जमा हों गई थी और 9 बजते तक यह भीड़ काफी बढ़ गई धीरे और लोग रावण दहन प्रारम्भ करने की मांग करने लगे इसके बाद धीरे धीरे 10 भी बज गए समय को देखते हुए कमेटी ने रात्रि लगभग साढ़े 10 बजे रावण दहन कर दिया और सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू किया गया।
जनप्रतिनिधियों से नाराजगी नही कुछ नेताओं ने पूरे कार्यक्रम पर कब्जा करने का किया प्रयास
दुर्गा पूजा समिति के वीरेंद्र साहू एवं प्रकाश चन्द्र साहू ने कहा कि हमे विधायक महोदया से कोई शिकायत नही वो कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थी उनका स्वागत था और आगे भी स्वागत रहेगा लेकिन सोनहत से अन्यत्र गांव से आ कर कुछ नेताओं द्वारा कमेटी के लोगो को असामाजिक तत्व कहा गया और कार्यक्रम पूर्व ही मंच पर काबिज हो गए जो खेद जनक था ऐसा नहीं होना चाहिए कमेटी के लोगो ने 9 दिन मेहनत की थी पर आखरी दिन आयोजन समिति को ही मंच नसीब नही होना दुर्भाग्य जनक है।
जनता पूछ रही है, क्या यह भ्रष्टाचार के ‘दस सिर’ का इशारा है?
पूर्व विधायक कमरो ने इस बयान को महज़ जुबानी जंग तक सीमित नहीं रखा है, बल्कि इसे सीधा भ्रष्टाचार से जोड़ दिया है। उन्होंने जनता की तरफ से सवाल उठाया है कि क्या ये महज़ राजनीतिक बयान है या सचमुच सत्ता के गलियारों में बैठे किसी दस सिर वाले भ्रष्टाचार के प्रतीक की तरफ इशारा है? कमरो ने कहा है कि दीदी, तीर चलाया है तो नाम भी बताइएज्वरना ये बयान जनता को छलावा ही लगेगा। फिलहाल रेणुका सिंह की ओर से इन तीखे सवालों का कोई जवाब नहीं आया है, लेकिन उनके बयान और कमरो के पलटवार ने दशहरा उत्सव को राजनीतिक गरमाहट दे दी है, और जनता अब यह जानने को उत्सुक है कि विधायक ने किस ‘रावण’ की तरफ इशारा किया था।
कमरो का तीखा वार: ‘कौन है वो रावण जो हक निगल रहा है?
रेणुका सिंह के ‘सरकार और समाज में रावण’ वाले बयान पर पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने तुरंत प्रतिक्रिया दी है और इसे महज़ राजनीतिक छलावा बताया है। गुलाब कमरो ने सीधे सवाल करते हुए कहा की दीदी,अगर सरकार में रावण है तो आखिर कौन है वो रावण जो जनता का हक निगल रहा है? दूसरी तरफ समाज का दर्जा ऊंचा है, समाज के बारे में ऐसी टिप्पणी करना गलत है। और अगर समाज में आपको रावण दिखता है तो बताइए, किसके संरक्षण में पल रहा है वो रावण?
विधायक के एक बयान पर पूर्व विधायक ने दी प्रतिक्रिया
विजयदशमी के पावन अवसर पर, जहां पूरे छत्तीसगढ़ में बुराई के प्रतीक रावण का दहन हो रहा था, वहीं भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र में यह पर्व एक गंभीर राजनीतिक बयानबाजी का अखाड़ा बन गया। अपने विधानसभा क्षेत्र सोनहत में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम के दौरान, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय विधायक रेणुका सिंह ने एक विवादित बयान देते हुए कहा कि सरकार में भी रावण है और समाज में भी रावण रहते हैं, लेकिन रावण के अंत का संकल्प लेना पड़ता है। उनके इस बयान ने तत्काल क्षेत्र की राजनीति में भूचाल ला दिया। रेणुका सिंह के इस कथन पर, पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने पलटवार करते हुए तीखे सवालों की झड़ी लगा दी है, जिसने अब इस मामले को महज़ एक राजनीतिक बयान से कहीं अधिक बना दिया है।
बैनर और मंच को लेकर बढ़ी नाराजगी:सूत्र
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी अनुसार आयोजन समिति नव युवक दुर्गा पूजा समिति का बैनर कुछ नेताओ ने मंच पर नही लगने दिया और अपना बैनर लगा दिया वही मंच पर आयोजन समिति के पदाधिकारियों की घोर उपेक्षा की गई जिसके बाद आयोजन समिति के पदाधिकारी मंच छोड़ अपने झांकी यात्रा में चले गए और जैसे झांकी वापस कार्यक्रम स्थल पहुची तो आयोजन समिति द्वारा बनाये गए राम लक्ष्मण और हनुमान जी के प्रतिरूपों से रावण का दहन करा दिया ।
खुल कर दिखी नाराजगी
आयोजन समिति के कार्यकर्ताओ का आरोप है कि मंच पर उन्हें नही बुलाया जा रहा था न ही उन्हें पूछा जा रहा था,कुछ बाहरी लोगों के द्वारा अचानक से कार्यक्रम की पूर्व नियोजित रूप रेखा बदल कर अपने हिसाब से संचालन कराया जाने लगा तो कमेटी पदाधिकारियो ने मंच छोड़ दिया।
विधायक ने मंच से जताई नाराजगी
विधायक रेणुका सिंह कुछ देर से मंच पर पहुची तो कमेटी के सदस्य कार्यक्रम स्थल छोड़ चुके थे,विधायक ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की जिसके बाद भाजपा नेताओं ने विधायक महोदया का स्वागत किया, इसके बाद विधायक रेणुका सिंह ने अपना उद्बोधन दिया विधायक ने अपने उद्बोधन से जनता के बीच काफी ऊर्जा भरने की कोशिस की, विधायक ने अपने उद्बोधन में बहुत से धार्मिक बाते बताई उन्होंने कहा कि बीते 9 दिनों में पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त किया और बहुत कुछ सीखा हमारा देश त्योहारों का देश है सावन के महीने से त्योहार प्रारंभ हो जाते हैं हर त्योहार हमे भाई चारा और प्रेम सिखाता है हमारे देश मे परिवार भी है और संस्कार भी लेकिन इशारों में उनकी नाराजगी झलकती रही विधायक रेणुका सिंह ने असुर महिषासुर की कहानी का जिक्र करते हुए कहा कि वह स्ति्रयों को कमजोर समझता था । कुछ लोगो के द्वारा यहां पर आतंक पैदा किया गया है इसी प्रकार का आतंक तीनो लोक में उस समय हुआ करता था। विधायक ने समय पूर्व रावण दहन को अमानवीय बताया उन्होंने मंच से आगामी वर्ष में सोनहत के स्टेडियम ग्राउंड में दुर्गा पूजा आयोजन और रावण मेघनाथ और कुंभकरण का दहन कार्यक्रम करने की घोषणा की।
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