नवजात के दोनों पैर जलपरी जैसे जुड़े हुए थे,डॉक्टर बोले-दुनिया में सिर्फ 300 केस
धमतरी,03 अक्टूबर 2025। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला अस्पताल में शुक्रवार को मरमेड सिंड्रोम से पीडि़त एक बच्चे का साढ़े 12 बजे जन्म हुआ। जन्म के लगभग 3 घंटे बाद मौत हो गई। नवजात के दोनों पैर आपस में जुड़े हुए थे। मरमेड बेबी जलपरी की तरह नजर आ रहा था। 28 वर्षीय महिला का यह दूसरा बच्चा था। जानकारी के मुताबिक, लेबर पेन के बाद 8 महीने की प्रेग्नेट महिला को बुधवार सुबह धमतरी जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। जांच के बाद डॉक्टर्स ने डिलीवरी करने का फैसला लिया। डिलीवरी के बाद डॉक्टर्स ने इसे रेयर केस बताया है। साथ ही मरमेड सिंड्रोम या सिरेनोमेलिया बताया। डॉक्टर्स ने बताया कि इस तरह के बच्चों में जन्म के बाद लिंग का पता नहीं चल पाता। डॉक्टर्स के अनुसार, ऐसे बच्चों का जीवनकाल आमतौर पर बहुत कम होता है। इसे छत्तीसगढ़ का पहला और भारत का पांचवां केस बताया जा रहा है। वहीं दुनिया में 300 केसेस सामने आए हैं।
कुछ घंटे या कुछ दिनों बाद हो जाती है मौत : विशेषज्ञों के अनुसार, मरमेड सिंड्रोम लड़कों में लड़कियों की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक देखने को मिलता है। यह स्थिति इतनी गंभीर होती है कि अधिकतर शिशु मृत पैदा होते हैं, और यदि जीवित भी होते हैं तो उपचार के बावजूद कुछ घंटे या अधिकतम कुछ दिन ही जीवित रह पाते हैं। इस जन्मजात विकृति में शरीर के निचले हिस्से का विकास अत्यंत अविकसित होता है, जिससे जीवन-रक्षक अंग जैसे किडनी, यूरेथ्रा (मूत्रमार्ग) और जेनिटल्स (जननांग) पूरी तरह विकसित नहीं हो पाते। यही कारण है कि शिशु की मृत्यु दर इस स्थिति में लगभग शत-प्रतिशत मानी जाती है।
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