कोरबा/कोरिया@प्रदेश में तीसरी बड़ी राजनीतिक ताकत बनकर उभर रही है गोंडवाना गणतंत्र पार्टी

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-रवि सिंह-
कोरबा/कोरिया 13 सितम्बर 2025 (घटती-घटना)। 13 जनवरी सन 1991 को मध्यप्रदेश की राजनीति में एक नई पार्टी का जन्म हुआ जिसका नाम तब गोंडवाना गणतंत्र पार्टी रखा गया,यह पार्टी तब मध्यप्रदेश के बिलासपुर जिले के एक छोटे से ग्राम तिवरता जो अब राज्य विभाजन उपरांत छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित है में 14 जनवरी 1942 को जन्म लिए एक आदिवासी गोंड समुदाय के एम ए एलएलबी तक शिक्षा प्राप्त हीरासिंह मरकाम ने किया था जिन्होंने पार्टी का गठन आदिवासी हितों के संरक्षण और संवर्धन के लिए किया था। हीरासिंह मरकाम लगातार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के विस्तार और आदिवासी हितों के लिए प्रयासरत पार्टी के माध्यम से बने रहे और 28 अक्टूबर 2020 को उनका निधन हो गया,इस बीच उन्होंने खुद द्वारा गठित गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को प्रसिद्धि दिलाने और उसके प्रसार को बढ़ाने बहुत प्रयास किए और इसमें वह सफल भी हुए वहीं पार्टी प्रदेश में लगातार जनाधार बढ़ाकर चुनावों में दर्ज करती नजर आई। पार्टी के स्थापक  हीरा सिंह मरकाम की मृत्यु के बाद वर्ष 2020 के बाद पार्टी ने अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया और यह जिम्मा स्व हीरा सिंह मरकाम के पुत्र तुलेश्वर सिंह मरकाम को मिला। तुलेश्वर सिंह मरकाम पिता की ही तरह विधि संकाय से स्नातक हैं और वह पिता के साथ लगातार राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े रहे हैं,पार्टी ने यही खूबी देखकर उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया और उन्होंने पार्टी को अपने नेतृत्व में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही बड़ी सफलता भी दिलवाई, छत्तीसगढ़ प्रदेश के वर्ष 2023 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की तरफ से उन्होंने पाली तानाखार विधानसभा से प्रत्याशी बतौर भाग्य आजमाया और वह सफल हुए। आज वह छत्तीसगढ़ प्रदेश की विधानसभा में सदस्य बतौर एक विधानसभा का नेतृत्व कर रहे हैं।
तुलेश्वर सिंह मरकाम का इस पार्टी विस्तार अभियान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी सहयोग कर रहे
तुलेश्वर सिंह मरकाम ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही पार्टी को आदिवासी हितों की रक्षा के लिए संकल्पित बताते हुए सर्व समाज से भी पार्टी में जुड़ने का यह कहकर आह्वान आरंभ किया कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी प्रदेश में सर्व हित संरक्षा के लिए प्रतिबद्ध बनकर मौका दिए जाने पर काम करेगी और वह आदिवासी हितों का भी संरक्षण लगातार करेगी। तुलेश्वर सिंह मरकाम इस बीच लगातार जन संपर्क जारी रखे हुए हैं और अब प्रदेश में पार्टी तीसरे राजनीतिक विकल्प की तरफ अपना रास्ता बनाती नजर आ रही है। आज प्रदेश में हर जिले हर विकासखंड तक जाकर पार्टी की कार्यकारणी का गठन और पार्टी के लिए कार्यकताओं की फौज तैयार करने का काम तुलेश्वर सिंह मरकाम करते नजर आ रहे हैं,उनके प्रयासों का असर भी नजर आ रहा है और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी अब लगातार अपना विस्तार देख पा रही है। वैसे यह कहना अतिशयोक्ति नहीं मानी जानी चाहिए कि जल्द ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी प्रदेश में तीसरे राजनीतिक विकल्प स्वरूप जानी पहचानी जाने लगेगी और यह जल्द होगा ऐसा खुद तुलेश्वर सिंह मरकाम कहते भी सुने जा सकते हैं। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पहले केवल आदिवासी समुदाय तक सीमित नजर आती थी आज इसका जिस तरह विस्तार नजर आ रहा है उसमें सभी समाज और जातियों के लोगों की उपस्थिति देखी जा रही है,आज आदिवासी समुदाय सहित पिछड़ा वर्ग समुदाय अन्य सभी समुदाय पार्टी से जुड़ते नजर आ रहे हैं। तुलेश्वर सिंह मरकाम का इस पार्टी विस्तार अभियान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी सहयोग कर रहे हैं और वह भी लगातार भ्रमण और जन संपर्क अभियान चलाकर पार्टी को प्रदेश में लोगों के बीच तीसरे विकल्प स्वरूप स्थापित करने में पूरी अपनी ऊर्जा खपा रहे हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोरिया जिले के इंजिनियर संजय सिंह कमरों स्व हीरा सिंह मरकाम के भी चहेते थे
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोरिया जिले के इंजिनियर संजय सिंह कमरों स्व हीरा सिंह मरकाम के भी चहेते थे और वह उनके काफी करीबी भी थे, पार्टी स्थापक स्व हीरा सिंह मरकाम अपने जीते जी इंजिनियर संजय सिंह कमरों को हमेशा साथ लेकर चलते थे और अब उन्हीं का अनुसरण करते हुए उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष पुत्र भी उन्हें साथ लेकर पार्टी के विस्तार को गति दे रहे हैं। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी प्रदेश में सभी के लिए मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति सभी के लिए समान शिक्षा और समान अधिकार की पक्षधर बनकर काम करेगी यह पार्टी का लोगों के लिए नया संदेश है। पार्टी के अनुसार पार्टी की स्थापना और आज के परिवेश के बीच बहुत कुछ बदला है और आज की स्थिति ऐसी है कि सभी के सभी समुदायों के हितों की रक्षा एक चुनौती बनी हुई है,चुनी जा रही सरकारों के प्रति प्रदेश के लोगों का विश्वास पूरी तरह कायम नहीं रह पा रहा है और जिसे कायम करना गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की तरफ से गारंटी बतौर वह बतला रहे हैं।
शिक्षा और जागरूकता के क्षेत्र में पार्टी का रुख
पार्टी ने अपने उद्देश्यों में से एक उद्देश्य यह भी बतलाया कि आदिवासी समुदायों में शिक्षा और जागरूकता बढ़ाने से उन्हें अपने अधिकारों और संभावनाओं के बारे में पता चलेगा,पार्टी आदिवासी समुदाय के लिए शिक्षा और जागरूकता अभियान के लिए प्रयास कर रही है करेगी भी,अन्य समुदाय के लिए भी समान शिक्षा के साथ जागरूकता की बात भी वह उद्देश्यों में शामिल बताते हैं और उनका कहना है कि समाज में विकास की अवधारणा एक समुदाय के साथ कायम नहीं हो सकती लेकिन विकास की अवधारणा में ज्यादा और कम जरूरतों की बात तय करते हुए एक समान कार्यक्रम की रूपरेखा ऐसा रास्ता निकाल पाएगी जिससे बिना पक्षपात सबके लिए समान व्यवस्था लागू हो पाएगी।
आर्थिक सशक्तिकरण के लिए पार्टी की रणनीति
पार्टी के अनुसार आदिवासी समुदायों में आर्थिक सशक्तिकरण के लिए रोजगार के अवसरों की प्रदायता संभव बनाने पार्टी को काम करना है,पार्टी के स्थापक स्व हीरा सिंह मरकाम स्व रोजगार के लिए प्रेरणा देते थे और पार्टी उनका ही अनुसरण स्व रोजगार विषय में करेगी,इसके लिए उन्हीं का फार्मूला उपयोग किया जाएगा। पार्टी के अनुसार रोजगार विषय में आदिवासी समुदाय आज भी पिछड़ा हुआ है और वह नौकरियों की तलाश तक सीमित है,आदिवासी समुदाय के लोगों को स्व रोजगार की तरफ प्रेरित किया जाना आवश्यक है जिसके लिए पार्टी आगे लगातार काम करेगी।
स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हों,इलाज के लिए भटकने की जरूरत न आए कभी
पार्टी ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी अपना उद्देश्य और अपनी रणनीति तैयार की है,पार्टी के अनुसार स्वास्थ्य सुविधा ऐसी हो की कभी इलाज के अभाव में किसी की जान न जाए वहीं सभी के लिए बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदेश में ही उपलब्ध हो सके।पार्टी के अनुसार यह ऐसा विषय है जिसके लिए अमीर गरीब सभी चिंता में घिरे रहते हैं और यह चिंता दूर होगी यदि वह प्रदेश में लोगों द्वारा स्वीकार किए जाते हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर पार्टी के अनुसार अभी और काम किए जाने की जरूरत है और हाल की स्थिति नाकाफी है,हर व्यक्ति तक किस तरह विस्तार कायम हो सके पार्टी यह चिंता कर रही है।
सांस्कृतिक संरक्षण और प्रोत्साहन
पार्टी ने आदिवासी समुदाय की संस्कृति को महान बताते हुए यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि आदिवासी संस्कृति संरक्षण योग्य है,यह ऐसी संस्कृति है जो धरोहर से कम नहीं,आज यह संस्कृति संरक्षण के आभाव में विलुप्त हो रही है,पार्टी के अनुसार सरकार इस दिशा में काम नहीं कर रही है,आदिवासी संस्कृति जो आदिवासियों की पहचान है उसका संरक्षण आदिवासियों को ही पहले करना चाहिए जबकि वह भी इस दिशा में उदासीन होते नजर आ रहे हैं,यह आत्मसम्मान से जुड़ा मामला है आदिवासियों के और इसके लिए पार्टी हमेशा प्रयास करेगी कि यह संरक्षण प्राप्त करती रहे,पार्टी के अनुसार यह राष्ट्रीय नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर एक धरोहर है जिसका संरक्षण अपनी पहचान का संरक्षण कहना सही होगा।
सरकारी योजना और सरकारी नीतियां
आज सरकारी नीतियां और योजना आदिवासियों तक पहुंच पा रही हैं इसमें संदेह है,पहुंच भी रही हैं तो प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंच का आभाव पाया जा रहा है,यह किस तरह एक एक व्यक्ति तक पहुंच सके यह पार्टी का चिंतन है ऐसा पार्टी का विचार है,इसकी पहुंच से ही असल विकास संभव ऐसा पार्टी का मानना है। पार्टी के अनुसार आदिवासी समुदाय परम्पराओं सहित मान्यताओं से घिरा एक सीधा साधा समुदाय है जिसकी पहचान ही उसकी सादगी है और इस सादगी के कारण ही उन्हें योजनाओं से वंचित भी किया जाता है और उन्हें मुख्य धारा से अलग किया जाता है जो सही नहीं है। पार्टी का इस विषय में अलग चिंतन है जो समुदाय को समाज के हर वर्ग से कंधा मिलाता देखना चाहता है।
पार्टी के विस्तार के लिए तुलेश्वर,संजय सहित नीलेश के प्रयास अब लगातार देखने को मिल रहे हैं
पार्टी के विस्तार के लिए उसे प्रदेश में तीसरे राजनीतिक विकल्प बतौर स्थापित करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम,प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर संजय सिंह कमरों और पार्टी के प्रदेश महामंत्री निलेश पाण्डेय के प्रयास काफी तेज नजर आ रहे हैं,लगातार भ्रमण ,गठन और जनाधार में वृद्धि के प्रयास देखने को मिल रहे हैं,पार्टी आज लगातार खबरों में बनी हुई है और यह सबकुछ इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि पार्टी अब खुलकर अपने विचारों को सामने रखकर लोगों से खुद के साथ आने की अपील कर रही है,ऊर्जावान नेतृत्व के साथ पार्टी का लगातार हो रहा विस्तार अन्य दलों के लिए चिंता का भी विषय बना हुआ है,यदि ऐसा जारी रहा पार्टी तीसरा विकल्प बन सकती है और यह कहीं से जल्दबाजी वाला लेख नहीं है।


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