सामूहिक इस्तीफे के बाद मंत्री-विधायकों का घेरेंगे बंगला
रायपुर,07 सितम्बर 2025। छत्तीसगढ़ में 16 हजार से ज्यादा एनएचएम संविदा कर्मचारी अब आर-पार की लड़ाई पर उतर आए हैं। 20 दिन से जारी हड़ताल के बाद कर्मचारियों ने सोमवार से नवा रायपुर में जल सत्याग्रह शुरू करने का ऐलान कर दिया है। संगठन का साफ कहना है कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, ठोस फैसले चाहिए। रायपुर जिला एनएचएम संघ के संगठन मंत्री अमन दास ने बताया कि कर्मचारियों का गुस्सा अब चरम पर है। सरकार ने जल्द सुनवाई नहीं की तो विधानसभा का घेराव करेंगे। मंत्रियों-विधायकों के घरों के बाहर उग्र प्रदर्शन होगा। वहीं इससे पहले एनएचएम कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा देकर स्वास्थ्य विभाग को झटका दिया था। रायपुर में 1600, दुर्ग में 850 और रायगढ़ में 500 कर्मचारियों ने इस्तीफा सौंपा। हालांकि रायपुर एनएचएम कर्मचारियों के इस्तीफे को लेकर सीएमएचओ डॉ. मिथिलेश चौधरी ने कहा कि ज्ञापन लिया गया है, लेकिन इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने 3 सितंबर को 25 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इसमें एनएचएम संविदा कर्मचारी संगठन के प्रदेश संरक्षक हेमंत सिन्हा और महासचिव कौशलेश तिवारी के नाम भी शामिल हैं। इसके बाद से एनएचएम कर्मियों का विरोध प्रदर्शन भी तेज हो गया है। स्वास्थ्य सेवाएं ठप होने की कगार पर हैं।
18 अगस्त से हड़ताल पर हैं कर्मचारीःछत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी 18 अगस्त से हड़ताल पर हैं। इसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं ठप हैं। एनएचएम कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। खून से सरकार को लेटर तक लिख चुके हैं। वहीं सरकार एनएचएम कर्मियों की 10 में से पांच मांगें पूरी करने का आश्वासन भी दे चुकी है। लेकिन बात नहीं बन पाई है। इस बीच सोमवार को हड़ताल पर बैठे सभी एनएचएम संविदा कर्मचारियों को 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने का आदेश दिया गया था।