मनेन्द्रगढ़,28 अगस्त 2025(घटती-घटना)।शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विभाग एवं शा. कन्या (आ.ज.क.) उच्च माध्यमिक विद्यालय के बाहर अवैध ठेले और गुमटियों का फैलता दायरा अब गंभीर समस्या बन चुका है। विद्यालय के प्रवेश द्वार के पास पान ठेला, चाट-फुटकर दुकानें और गुमटियां न केवल यातायात व स्वच्छता में बाधा डाल रही हैं, बल्कि छात्राओं की सुरक्षा पर भी संकट खड़ा कर रही हैं। अभिभावकों ने बताया कि ठेले वालों ने फुटपाथ पर कजा कर उसे अपना स्थायी ठिकाना बना लिया है और इसके बदले कथित तौर पर किराया वसूली का खेल भी चल रहा है। इस वजह से विद्यालय के बाहर हर समय असामाजिक तत्वों की भीड़ लगी रहती है। छात्राओं के आने-जाने के दौरान छींटाकशी और फçतयां कसने की घटनाएं भी लगातार सामने आती रही हैं।
विद्यालय प्रबंधन ने इस स्थिति पर गहरी चिंता जताई है। प्रबंधन का कहना है कि पहले भी कई बार जिला प्रशासन को सूचना भेजी गईं, लेकिन शिक्षक और स्टाफ का मानना है कि यदि तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो बच्चियों की शिक्षा पर असर पड़ेगा और उनकी सुरक्षा से बड़ा समझौता होगा। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कुछ छुटभैये नेता प्रशासन पर दबाव डालकर कार्रवाई रुकवा देते हैं। ऐसे नेता अपनी राजनीतिक पकड़ दिखाने के लिए खुद को हम ही राम, हम ही रावण साबित करने में लगे रहते हैं और नतीजतन जनहित के मुद्दे अधर में लटक जाते हैं। यही कारण है कि सड़क चौड़ीकरण, स्वच्छ वातावरण और सुरक्षा जैसी मूलभूत जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही हैं। अभिभावकों ने मीडिया के माध्यम से शासन-प्रशासन से मांग की है कि विद्यालय परिसर के चारों ओर का इलाका पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त कराया जाए और ठेले-गुमटियों को अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। उनका कहना है कि शिक्षा का मंदिर अव्यवस्था और असुरक्षा का अड्डा न बने, इसके लिए तत्काल ठोस कार्यवाही आवश्यक है। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन कब तक इस गंभीर मुद्दे पर चुप्पी साधे बैठा रहता है और कब बच्चियों की सुरक्षा व स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कदम उठाया है।
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