बिलासपुर,25 अगस्त 2025 (ए)। राज्य सरकार द्वारा शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए लागू किए गए युक्तियुक्तकरण के बाद भी जिले के कई सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं लौट सकी है। बिल्हा लॉक के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, गतौरी में 82 छात्रों पर मात्र एक शिक्षक की जिम्मेदारी है। स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी है, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
युक्तियुक्तकरण में दिखी खामियां : शिक्षा विभाग ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए युक्तियुक्तकरण योजना के तहत अतिशेष शिक्षकों को शिक्षक-विहीन या अल्प-शिक्षक स्कूलों में स्थानांतरित करने का फैसला लिया था। लेकिन शिक्षा अधिकारियों द्वारा की गई लापरवाही के चलते योजना अपने उद्देश्य में विफल होती दिख रही है। सूत्रों के अनुसार, कई अतिशेष शिक्षकों को शहर से गांव भेजा गया, लेकिन उन्होंने अब तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। इसके बावजूद विभाग द्वारा न तो कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई है और न ही इन शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है।
प्रशासनिक लापरवाही का खामियाजा छात्र भुगत रहे : गतौरी स्कूल में फिलहाल केवल एक विज्ञान शिक्षक कार्यरत हैं। एक प्रधान पाठक भी नियुक्त हैं,लेकिन वे प्रशासनिक कार्यों, संकुल बैठक, मध्यान्ह भोजन योजना,शालेय अनुशासन जैसी गतिविधियों में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में तीन कक्षाओं की पढ़ाई एक ही शिक्षक के भरोसे चल रही है। स्कूल में अंग्रेज़ी, गणित और संस्कृत विषयों के शिक्षक पूरी तरह अनुपस्थित हैं।
ग्रामीणों ने कई बार उठाई मांग : ग्रामीणों और अभिभावकों ने सत्र की शुरुआत से ही स्कूल में शिक्षकों की मांग की थी,लेकिन अभी तक विभाग की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। ढाई महीने बीतने के बाद भी हालात जस के तस हैं।
