-राजा मुखर्जी-
कोरबा,16 जुलाई 2025 (घटती-घटना)। महाकाल भक्त मंडल द्वारा शिव महापुराण कराने के नाम से करोड़ो रुपए का चंदा लेने के बाद उक्त धार्मिक आयोजन को अपनी निजी जागिर बना लिया गया है। पहले तो समिति के लोग यह कहते हुये की शिव महापुराण सार्वजनिक रुप से आयोजित किया जायेगा और आप सभी इसमे आमंत्रित हैं जिसके लिए कई बड़ी बड़ी बाते कही गई और जब भक्तो से आस्था के नाम पर करोड़ो रुपए का चंदा वसूल कर लिया गया तब अचानक मीरा रिसॉर्ट में उक्त आयोजन कर इसे अपना निजी बना लिया गया। वही भक्तो से चंदा लिए जाकर उन्हें पास देकर उन्हें महापुराण कथा स्थल मे जाने नही दिया जा रहा जिससे भक्तजन परेशानियों का सामना करने के साथ आपने आप को ठगा महसूस कर रहे है। वही जब कार्यक्रम स्थल के बाहर का निरीक्षण किया गया तो यहां का हालात देखकर ऐसा लगा,मानो अंग्रेज शासन आ गया हो, यहां आम लोगो के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा था, लोगो के साथ धक्का-मुक्की किया गया और जब इन सबका वीडियो बनाया जा रहा था तब कुछ लोगो ने मोबाइल लुटने का प्रयास किया और कहां की यहां का वीडियो मत बनाओ जिससे उनके द्वारा किया जा रहा दूरव्यवहार की जानकारी आम जनता तक ना पहुंच जाये। लोग तो सिर्फ शिव महापुराण सुनने आये थे, फिर उनके साथ ऐसा दुर्व्यवहार क्यो किया गया। पहले तो चंदा वसूल कर ठगा गया, फिर बाद में बदसलूकी किया गया,यह तो किसी तानाशाही से कम नही हैं, इस मामले पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को आयोजन समिति के उपर कार्यवाही करना चाहिए। साथ ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को शिव महापुराण के नाम पर महाकाल भक्त मंडल द्वारा वसूले गये करोड़ो रुपये के चंदा की जांच करना चाहिए। आय-व्यय का जांच कर लोगो के पैसो को वापस कराना चाहिए ताकि जिले मे आस्था के नाम पर करोड़ो रुपए का ठगी ना हो जाये।
