मनेन्द्रगढ़@एमसीबी में कानून व्यवस्था ध्वस्त,सब कुछ देख कर शासन-प्रशासन मौन क्यों: पत्रकार आनंद शर्मा

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मनेन्द्रगढ़,29 जून 2025 (घटती-घटना)। जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में दिन-ब-दिन बढ़ रही अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग को लेकर वरिष्ठ पत्रकार आनंद शर्मा ने सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा को विस्तृत ज्ञापन डाक के माध्यम से प्रेषित किया है। जिसे आईजी कार्यालय द्वारा 16 जून को प्राप्त किया गया।
ज्ञापन के साथ 9 सितंबर 2023 को समाचार में प्रकाशित विशेष रिपोर्ट की प्रति भी संलग्न की गई है, जिसमें एमसीबी जिले में वर्षों से जुआ, सट्टा, गांजा, नशीली दवाएं, अवैध शराब, कबाड़ का गैरकानूनी कारोबार समेत कई आपराधिक गतिविधियों के खुलेआम संचालन का पर्दाफाश किया गया था। पत्रकार ने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस द्वारा इन पर कभी-कभार औपचारिक कार्रवाई की जाती है, परंतु इन काले धंधों के असली सरगनाओं तक अब तक कानून का शिकंजा नहीं पहुँच सका है। इसके चलते आपराधिक प्रवृत्तियों को बढ़ावा मिल रहा है। ज्ञापन में उल्लेख है कि शहर के कई होटल व ढाबे रात 12 बजे के बाद तक बेधड़क खुले रहते हैं, जो अपराधों के अड्डे बनते जा रहे हैं। पत्रकार शर्मा ने बताया कि इस विषय में उन्होंने पूर्व पुलिस अधीक्षक श्री चंद्रमोहन सिंह से विस्तार से चर्चा की थी। उस समय संयुक्त कलेक्टर के साथ बैठक कर ठोस कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन छह माह बीतने के बाद भी कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया।
पुलिस प्रशासन यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाता,तो स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है…
श्री शर्मा ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान में भाजपा शासित राज्य में युवा बेरोजगारी, नशा, जुआ और सट्टे की गिरफ्त में फँसते जा रहे हैं। चोरी और गोलीकांड जैसी घटनाएँ आम हो चली हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इन अवैध गतिविधियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है? या फिर पुलिस के उच्च अधिकारियों की अनदेखी एवं निचले स्तर के अधिकारियों की मिलीभगत जिम्मेदार है? उन्होंने स्पष्ट किया कि वह बीते दो वर्षों से लगातार इन मुद्दों को मीडिया और समाज के मंच से उठा रहे हैं, पर अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई देखने को नहीं मिली है। यदि शीघ्र सुधार नहीं हुआ, तो वे सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत भूख हड़ताल या सत्याग्रह पर बैठने को मजबूर होंगे। यह मामला ना केवल प्रशासन की संवेदनशीलता की परीक्षा है, बल्कि युवाओं के भविष्य और समाज की शांति से भी जुड़ा हुआ है। पुलिस प्रशासन यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाता, तो स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है।
पत्रकार की चार प्रमुख मांगें…
जिले में संचालित सभी अवैध गतिविधियों पर शीर्ष स्तर पर कठोर और व्यापक कार्रवाई की जाए, देर रात तक खुले रहने वाले होटलों और ढाबों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगे,एमसीबी जिले में एक जिम्मेदार, जागरूक और मीडिया से संवाद करने में सक्षम पुलिस मीडिया प्रभारी की नियुक्ति हो, पुलिस विभाग की सभी कार्रवाईयों की जानकारी अधिकृत पत्रकार समूह के माध्यम से नियमित रूप से साझा की जाए। ज्ञापन में यह भी आग्रह किया गया है कि जिस प्रकार कोरिया जिले में पुलिस और मीडिया के बीच समन्वय स्थापित है, उसी तर्ज पर एमसीबी जिले में भी पारदर्शी सूचना तंत्र लागू किया जाए, जिससे जनहित की सूचनाएं आमजन तक शीघ्र पहुंच सकें।


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