- भाजपा पार्षद पति के गुणवत्ताविहीन कार्य से भाजपा के पितृपुरुष भी नहीं बच पाए,अनावरण से पहले ही अटल जी की प्रतिमा नीचे गिरते-गिरते बची…
- घटिया निर्माण के कारण उद्घाटन के पहले ही गिर रही थी पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी की आदमकद प्रतिमा
- राज्य सरकार सभी निकायो में करवा रही है अटल परिसर का निर्माण
- नगर पालिका क्षेत्र के अधिकांश निर्माण कार्य का ठेका पार्षद पति ठेकेदार को मिलना सवालिया निशान
- क्या नगर पालिका अध्यक्ष के पति का खास होना ठेकेदार के लिए फायदेमंद साबित हो रहा?

–रवि सिंह-
कोरिया,27 जून 2025 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर नगर पालिका में इस समय कोई सबसे ज्यादा सुर्खियों में है तो वह है नगर पालिका अध्यक्ष पति के करीबी व भाजपा पार्षद के पति रजनीश गुप्ता उनके निर्माण कार्यों की जांच करने से पहले अधिकारी अपने आंखों पर काली पट्टी बांध लेते हैं, काली पट्टी बांधकर ही जांच कर उनके कार्यों का भुगतान कर देते हैं,ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि उनके सभी कार्यों की गुणवत्ता विहीन होने के बाद भी भुगतान पूरे हो जाते हैं,अभी ताजा मामले पर यदि बात की जाए तो भाजपा सरकार के सबसे प्रसिद्ध प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की याद में हर नगर पालिका क्षेत्र में अटल परिसर बनाया जा रहा है और बैकुंठपुर में ऐसे भ्रष्ट ठेकेदार के हाथों में इसका जिम्मा सौंप दिया गया है कि वह मूर्ति अनावरण से पहले ही नीचे गिरने लगी, रजनीश गुप्ता ठेकेदार की गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य से स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई भी नहीं बच पाए, यह कहना गलत नहीं होगा। सत्ता के द्वारा नगर पालिका में किया गया सारे कार्यों में भ्रष्टाचार साबित हो जाएंगे पर ऐसा होगा नहीं क्योंकि रजनीश गुप्ता के निर्माण कार्यों की जांच करने की हिम्मत किसी अधिकारी है नहीं? वैसे अब स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी की मूर्ति गिरने की जांच होती है या नहीं यह भी देखने वाली बात होगी, वैसे यह मामला काफी बड़ा है, प्रदेश स्तर तक जा सकता है और भाजपा सरकार की किरकिरी भी हो सकती है।
पूरी जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के बैकुंठपुर नगर पालिका क्षेत्र में उपभोक्ता फोरम न्यायालय के बगल में अटल परिसर का निर्माण हो रहा था जो निर्माण भाजपा पार्षद पति रजनीश गुप्ता के द्वारा किया जा रहा था इस काम की शुरुआत में भी विवाद हो चुका था,फिर भी इस काम को इन्होंने ही करने की ठान ली थी, उन्होंने अटल परिसर को बना दिया था और इसका अनावरण कुछ दिनों में होना था पर पिछले तीन दिनों से कोरिया जिले में हो रही बारिश ने उनके निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल खोल कर रख दी, परिसर बनकर कंप्लीट था मूर्ति भी वहां पर स्थापित हो चुकी थी बस उसका अनावरण होना बचा था, इसी बीच अचानक जमीन धसक गई और मूर्ति टेढ़ी हो गई और गिरने वाली ही थी की मूर्ति, जिसकी जानकारी किसी ने ठेकेदार को दे दी और उसने तत्काल जेसीबी बुलाकर जमीन पर गिरने ही जा रही मूर्ति को हटवाया, नहीं तो मूर्ति गिरकर टूट भी सकती थी। स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की मूर्ति के साथ इतनी बड़ी घटना होना एक बड़ी बात है और यह भ्रष्ट काम की पोल भी खुलने वाला मामला है अब इतने बड़े मामले में कार्यवाही किस तरह की होती है यह भी देखने वाली बात होगी क्या संज्ञान इस पर लिया जाएगा या फिर नगर पालिका अध्यक्ष पति इन्हें बचा ले जाएंगे?
पार्षद पति के निर्माण कार्यों की आखिर गुणवत्ता निरीक्षण रिपोर्ट कौन दे रहा है?
भाजपा पार्षद पति बैकुंठपुर नगर पालिका में सबसे ज्यादा निर्माण कार्य कर रहे हैं,पार्षद पति के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता भगवान भरोसे है,इन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता खराब है यह जिम्मेदार भी जानते हैं लेकिन कोई कुछ नहीं कहता, गुणवत्ता विहीन होने के बाद भी पार्षद पति के निर्माण कार्यों का मूल्यांकन हो रहा है भुगतान हो रहा है,गुणवत्ता नहीं होने के बावजूद निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सही बताई जा रही है और यही वजह है कि भुगतान लगातार हो रहा है,अब मूल्यांकन कौन कर रहा है यह भी सवाल है जो आंख पर पट्टी बांधकर ऐसे निर्माण कार्यों को सही करार दे रहा है जो कुछ दिनों में ही धराशाई हो जाएगी।
जगह-जगह घटिया निर्माण की खुल रही पोल पर कार्यवाही करेगा कौन?
बैकुंठपुर नगरपालिका की एक पार्षद के पति को पूरे नगर पालिका में निर्माण कार्यों की एकतरफा छूट मिली हुई है,अधिकांश निर्माण कार्य एक अकेले व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है,निर्माण कार्य भी ऐसा किया जा रहा है जिसपर प्रतिदिन सवाल उठ रहे हैं लेकिन जिम्मेदार मौन हैं, सड़क निर्माण में डेढ़ दो इंच तक की सड़क ढाली जा रही है वहीं सड़क में गिट्टी नाम की चीज नजर नहीं आ रही है, नाली निर्माण में छड़ गायब है या कम है या फिर वहां भी गिट्टी सीमेंट बालू का खेल हो रहा है, अब नया मामला स्वर्गीय अटल जी की प्रतिमा स्थापना वाला,प्रतिमा अनावरण से पहले ही निर्माण कार्य की पोल खुल गई,अब सवाल यह है कि क्या अब भी पार्षद पति के द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों की जांच होगी या फिर यह मामला भाजपा पितृपुरुष के नाम पर किया गया भ्रष्टाचार भी दबा लिया जाएगा, वैसे कार्यवाही करेगा कौन क्योंकि पार्षद पति को अध्यक्ष का संरक्षण मिला हुआ है और यही वजह है कि वह केवल रेत से भी महल बना दें तो कोई कुछ नहीं कहेगा वह मामला निपट जायेगा।
इस इंजीनियर को बुलाने का हो रहा प्रयास
सूत्रो का दावा अपने ख़ास सब इंजीनियर मनोज पटेल को फिर से बैकुंठपुर लाने प्रयासरत है पार्षद पति ठेकेदार जबकि ज़्यादा दिन नहीं हुआ है उन्हें यहाँ से गए हुए,यह इंजीनियर पार्षद पति के निर्माण कार्यों को तत्काल मूल्यांकित करते हैं और वह रेत से ढली सड़क भी यदि हो भुगतान हो जाता है,पार्षद पति का पूरे पालिका क्षेत्र का निर्माण कार्य निम्नस्तरीय है और जिसकी जांच होने पर बड़ा खेल समझ में आएगा,सड़क नाली सहित अन्य सभी निर्माण यदि जांच के दायरे में आएं तो मामला एक बड़े झोलझाल का सामने आयेगा जिसमें यह समझा जा सकेगा कि अपनी जेब भरने नगर के लोगों के निस्तार मामले से ही समझौता किया गया है।
क्या बैकुंठपुर के भाजपा पार्षद पति ठेकेदार को गुणवत्ता विहीन कार्य करने की खुली छूट मिली हुई है?
बैकुंठपुर नगर पालिका की एक पार्षद के पति नगर पालिका के सबसे बड़े ठेकेदार बन बैठे हैं,यह ठेकेदार अधिक से अधिक निर्माण कार्य प्राप्त करने वाले ठेकेदार हैं और इन्हें मनचाहा निर्माण कार्य किसी भी हालत में मिलता भी है, इनका निर्माण कार्य गुणवत्ता मामले से दूर रहता है और वह केवल एक ढांचा होता है जिसका भविष्य लंबा नहीं है यह सभी जानते हैं यहां तक कि नगर पालिका के जिम्मेदार भी लेकिन वह मौन रहते हैं, गुणवत्ता विहीन कार्य करने के उपरांत भी ठेकेदार का न तो भुगतान रुकता है न ही उनका कार्य मूल्यांकन कर्ता द्वारा रुकवाया जाता है,एक तरह से उन्हें खुली छूट मिली हुई है भ्रष्टाचार की यही समझ में आता है, क्या ऐसा सही है, क्या गुणवत्ता मामले से पार्षद पति ठेकेदार का कोई वास्ता नहीं है।