नवीन नगर पंचायत में जहां गुणवत्ता का विशेष ध्यान देना चाहिए था वहीं सबसे ज्यादा गुणवत्ताहीन कार्य होने की शिकायत आ रही है

-रवि सिंह-
बैकुंठपुर/पटना,12 जून 2025 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के नवगठित नगर पंचायत पटना में हाल फिलहाल में नगर के निर्माण कार्यों की काफी शिकायतें सामने आ रही हैं जिसमें गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है ऐसी शिकायतें सामने हैं जिसके लिए कांग्रेसी पार्षदों की शिकायत पर एसडीएम ने जांच दल का भी गठन किया है जिसने जांच भी करते हुए सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए आगे भेज दिया है। अब सवाल यह है कि क्या नवीन नगर पंचायत में सच में गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य हो रहे हैं, क्या लग रहे आरोप सही हैं कि भगवान भरोसे निर्माण कार्य संपादित किए जा रहे हैं जिनका अस्तित्व कुछ दिनों का ही है। वैसे कांग्रेस पार्षदों की शिकायत पर एसडीएम बैकुंठपुर ने जांच दल का गठन किया और जांच के लिए दल भी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जांचने पहुंचा जिसने सेंपल कलेक्ट करते हुए परीक्षण केंद्र भेज दिया है और अब रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। वैसे पूरे मामले में यह भी एक बड़ी बात है जो सूत्र बता रहे हैं कि निर्माण कार्यों के ठेकदार भी भाजपाई हैं और कांग्रेस पार्षदों को आगे कर शिकायतें भी कुछ ऐसे भाजपाई करा रहे हैं जो निर्माण कार्यों के लिए एजेंसी या कहने जिन्हें काम का जिम्मा ठेकेदार बतौर नहीं मिल सका।
गुणवत्ता खराब लेकिन इससे भी बड़ा विषय यह है कि कार्य आबंटित नियमानुसार हुआ जो कुछ भाजपाइयों को ही रास नहीं?
कुल मिलाकर घटिया निर्माण यदि हो रहा है और यह सही है तो वह भाजपा नेता जो ठेकेदार है उसके ही आबंटित कार्य का निर्माण है और शिकायत भी वह कर रहे हैं जो निविदा प्रक्रिया पर इसलिए दोष लगाते नजर आए थे क्योंकि उन्हें निविदा प्रकिया का पालन कर कार्य आबंटित नहीं हो सका था। पूरे मामले को लेकर यह समझने वाली बात है कि गुणवत्ता खराब यदि है यह तो विषय है ही लेकिन इससे भी बड़ा विषय यह है कि कार्य आबंटित नियमानुसार हुआ जो कुछ भाजपाइयों को ही रास नहीं आ रहा है। वैसे घटिया निर्माण कार्य की शिकायत उन निर्माण कार्यों को लेकर ज्यादा है जो एक युवा भाजपा नेता के निर्माण कार्य हैं जो नगर निवासी नहीं हैं पटना के वहीं उनका पूरा काम धाम पटना से ही संचालित है वहीं इनका फर्म घटिया निर्माण कार्य ही करता है यह कई पिछले भी आरोप हैं।
नगर पंचायत चुनाव के प्रथम साल है निर्माण में भ्रष्टाचार
क्या ठेकेदारों ने प्रथम नगर पंचायत को ही भ्रष्टाचार का चारागाह बना दिया है यही वजह है कि पहले नगर पंचायत में जहां विशेष गुणवत्ता को ध्यान देना था वहीं पर ही गुणवत्ताविहीन कार्य हो रहे हैं जिसकी शिकायत अभी सामने आ रही है और जांच टाइम भी गठित हो रही है।
पहली बार में ही गुणवत्ता के जांच के लिए गठित हुई टीम
नगर पंचायत में जैसे गुणवत्ता विहीन कार्यों की शिकायत हुई तत्काल ही निर्माण के जांच के लिए टीम गठित कर ली गई वह टीम आकर निर्माण कार्यों के जांच के लिए सैंपल लेकर गई है और इसका रिपोर्ट 7 दिन बाद प्रस्तुत करेगी ऐसा सूत्रों का कहना है पर सवाल यह है कि नगर पंचायत बनते ही सबसे पहले 13 कामों की स्वीकृति तकरीबन एक करोड़ की हुई थी उन्हीं कार्यों में निर्माण में भ्रष्टाचार हो रहा है जो साफ दिख रहा है सोशल मीडिया से लेकर कांग्रेस पार्षद भी इसकी शिकायत कर रहे है।
निर्माण मटेरियल की जांच रिपोर्ट आएगी 7 दिन बाद
सूत्रों का कहना है कि दिखने वाली चीजों को तो देखकर जांच प्रतिवेदन बना दिया गया है उसमें क्या कमी है यह भी उसमें लिख दिया गया है पर वही जो लैब में चेक होने वाली चीज हैं उसके लिए सामग्री को टेस्टिंग के लिए के जांच टीम ले गई है अब पदार्थ में क्या गड़बड़ी है यह 7 दिन बाद स्पष्ट हो पाएगा।
बैकुंठपुर के गुणवत्ता विहीन कार्यों की जांच क्यों नहीं होती टीम क्यों गठित नहीं होती क्या इसमें भी राजनीति हो रही है?
वैसे तो कोरिया जिले के बैकुंठपुर नगर पालिका में सबसे गुणवत्ता विहीन कार्य हो रहे हैं वहां पर तो नगर पालिका अध्यक्ष के करीबी ठेकेदार ही सबसे घटिया काम कर रहे हैं, काम भी सबसे ज्यादा वहीं पर हैं और कामों में भ्रष्टाचार भी वही मचा रहे हैं, उनके सभी कामों की शिकायत आ रही है और प्रथम दृष्टि देखने में भी उनके कार्यों में अनियमितता दिख रही हैं, पर यह अनियमिताएं सिर्फ लोगों को दिख रही हैं शहर वासियों को दिख रही हैं, शहर की व्यवस्था को देखने के लिए बैठे मुख्य नगर पालिका अधिकारी को शायद कमियां नहीं दिख रही है या फिर वह ठेकेदार को संरक्षण दे रहे हैं भ्रष्टाचार करने के लिए या फिर उन्होंने वही चश्मा पहन रखा है जो ठेकेदार ने पहना है? ठेकेदारों की वजह से नगर पालिका अध्यक्ष बदनाम है और वहां पर क्या चल रहा है यह किसी से छुपा नहीं है, एक सूत्री दो ठेकेदार जो नगरपालिका अध्यक्ष के ठेकेदार माने जाते हैं एक तो पार्षद पति है तो दूसरा नगर पालिका अध्यक्ष का काफी करीबी है इन दोनों के अलावा कोई भी तीसरा व्यक्ति नगर पालिका में निर्माण कार्य नहीं कर पा रहा है और जहां पर भी इन दोनों काम कर रहे हैं, वहां पर गुणवत्ता अच्छी हो यह तो संभव नहीं है फिर भी यहां के लिए जांच टीम गठित नहीं होती है, खबरों में प्रकाशित होने के बाद भी जांच टीम गठित नहीं होती है, यहां तक की पैसे लेकर मलिटी चेक करने का प्रमाण पत्र भी उन्हें मिल जाता है सूत्रों से तो यह भी जानकारी आई है कि काम बिलों में लेने के बाद टेंडर खुलने के बाद जब काम शुरू होता है तो वह एवब में हो जाता है। अब इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से बैकुंठपुर नगरपालिका में सभी मुख्य दर्शक बनकर भ्रष्टाचार निर्माण में देख रहे हैं।
गुणवत्ता विहीन कार्य बर्दाश्त नहीं:गायत्री सिंह

प्रथम नगर पंचायत पटना अध्यक्ष गायत्री सिंह ने साफ कहा है कि उनके क्षेत्र में गुणवत्ता विहीन कार्य नहीं होंगे, यदि यह कार्य गुणवत्ता विहीन होंगे तो काम करने वाले का भुगतान पूरा नहीं होगा,इसके लिए उन्होंने कड़ा रुख अपनाते हुए सीएमओ पटना को निर्देशित कर दिया है कि हर काम का निरीक्षण निर्माण के समय होना चाहिए और तत्काल ही उसके गुणवत्ता की जांच कर उसे सुधारवाना चाहिए, गुणवत्ता के साथ सारे कार्य हो भ्रष्टाचार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगा नगर पंचायत पटना में जो भी कार्य होंगे उसमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान देना होगा हर कामों की मॉनिटरिंग होनी चाहिए किसी भी निर्माण कार्य में कोई कमी नहीं आनी चाहिए।