एमसीबी,07 जून 2025 (घटती-घटना)। भूपेंद्र क्लब की बहुचर्चित भूमि पर वर्षों से चले आ रहे अतिक्रमण विवाद ने अब निर्णायक मोड़ ले लिया है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि 8 जून 2025,रविवार को सुबह से ही सख्त कार्रवाई होगी, जिसमें अवैध कब्जों को बलपूर्वक हटाया जाएगा। कार्यवाही से पहले 24 कब्जाधारियों को अंतिम नोटिस देकर 5 जून तक स्वयं हटने का समय दिया गया था, लेकिन अधिकांश ने इसे नजरअंदाज कर दिया। भूमि राजस्व अभिलेख में भूपेंद्र क्लब के नाम पर दर्ज है,जबकि इस पर वर्षों से दुकानों और निर्माण के माध्यम से अवैध कब्जा कर लिया गया था। 17 अप्रैल को पहला नोटिस जारी किया गया था,जिसके बाद कुछ कब्जा धारी अदालत की शरण में गए,लेकिन किसी को भी राहत नहीं मिली। 29 मई को अंतिम चेतावनी दी गई और अब प्रशासन एक्शन मोड में है।अंतिम तारीख 5 जून के बावजूद क्यों टली कार्यवाही? यह सवाल लगातार उठ रहा है कि जब नोटिस में 5 जून की डेडलाइन तय थी, तो कार्यवाही 8 जून को क्यों हो रही है? इस पर राजस्व विभाग अधिकारी एसडीएम लिंगराज सिदार ने स्पष्ट किया—नोटिस में पहले से उल्लेख था कि अगर किसी के पास सक्षम न्यायालय का स्थगन आदेश है, तो वह प्रस्तुत कर सकता है। इसलिए 7 जून तक सभी दस्तावेज प्राप्त कर उनकी वैधता जांची जा रही है।राजस्व अधिकारी एसडीएम ने यह भी कहा कि किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
पुलिस बल रहेगा तैनात, अतिक्रमणकारियों में हड़कंप
8 जून को होने वाली कार्यवाही को लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। कार्यवाही के दौरान पर्याप्त संख्या में पुलिस बल और नगर सैनिक तैनात रहेंगे।कई दुकानदारों ने पहले ही अपनी दुकानें हटानी शुरू कर दी हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अतिक्रमण पूरी तरह अवैध था। कार्रवाई केवल कब्जा हटाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शहर को अतिक्रमणमुक्त और व्यवस्थित बनाने की दिशा में प्रशासन का बड़ा कदम माना जा रहा है। नगरवासियों और सामाजिक संगठनों ने इस कार्यवाही को समर्थन दिया है और इसे विकास के लिए जरूरी सख्ती बताया है। स्थानीय नागरिकों ने कहा भविष्य में यह कार्यवाही शहर के अन्य अवैध कब्जो पर भी असर डालेगी। यह मनेंद्रगढ़ को अतिक्रमण से मुक्त करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
