- भाजपा सोनहत मंडल के पदाधिकारियो ने एक स्वर में बाहरी ठेकेदारों का किया विरोध कहा स्थानीय पंचायत पदाधिकारियो का हो रहा शोषण
- कौन हैं गजेंद्र दुबे और अरुण चौबे जिनका भाजपा पदाधिकारी कर रहे विरोध?
- भाजपा पदाधिकारियों ने फेसबुक पर लिखा पोस्ट,गजेंद्र दुबे और अरुण चौबे पर पार्टी पदाधिकारियों और विभागीय अधिकारियों को धमकाने का लगाया आरोप


-राजन पाण्डेय-
कोरिया,27 मई 2025 (घटती-घटना)। कोरिया जिला और भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी में इन दिनों सब कुछ ठीक नही चल रहा, पहले पार्टी पदाधिकारियों का दर्द खुल कर फेस बुक में छलका इसके बाद अब विरोध के स्वर भी गूंजने लगे हैं,भरतपुर सोनहत विधानसभा और खास कर सोनहत विकासखण्ड में इन दिनों सियासत अपने चरम पर है। आलम है कि साा और संगठन के बीच सब कुछ ठीक नही चल रहा,कल भाजपा संगठन और मण्डल के पदाधिकारियों के एक स्वर में डाले गए फेसबक पोस्ट से सियासत गर्म हो गई। भाजपा मंडल महामंत्री मनोज साहू और सुरेश राजवाड़े मण्डल अध्यक्ष युवा मोर्चा ने लिखा की बाहर से आकर ठेकेदारों का सोनहत में गुंडागर्दी नहीं चलेगा…विरोध ऐसा होगा जिसका कल्पना नहीं किए होंगे…कुछ पंचायत सचिव उनसे रिश्तेदारी निभा रहे हैं. खूब खातिरदारी कर रहे हैं…कल से उनका हिसाब किताब भी चालू होगा…वही दिलीप राजवाड़े ने लिखा कि अरुण चौबे अम्बिकापुर गजेंद्र दुबे सूरजपुर ये दोनों सोनहत में ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि और पार्टी पदाधिकारी और विभागीय अधिकारियों को धमका रहे हैं ये दोनों कौन हैं? इसी दौरान जय प्रकाश राजवाड़े सहित अन्य पदाधिकारियों ने भी फेस बुक पोस्ट लिखा जिससे क्षेत्र में राजनैतिक माहौल गर्म है और चर्चा का विषय बना हुआ है।
गोंडवाना गणतंत्र के नीलेश पाण्डेय ने भी जारी किया बयान
गोंडवाना गणतंत्र के प्रदेश संगठन प्रभारी एवं महामंत्री नीलेश पाण्डेय ने भी फेसबुक पोस्ट कर आरोप लगाया है नीलेश पाण्डेय ने लिखा कि कोरिया जिले के भरतपुर सोनहत की विधायक जी कल आपके कार्यक्रम में भाजपा के अधिकतर नेताओ की उपस्थिति ना होना दो जिला पंचायत सदस्यों की उपस्थिति ना होना जनपद अध्यक्ष की उपस्थिति ना होना और आपके विधायक प्रतिनिधि और आपके पार्टी के पदाधिकारी सोशल मीडिया में अंबिकापुर सूरजपुर के ठेकेदारों की बात कर रहे हैं इसका मतलब भाजपा में कुछ अच्छा नहीं चल रहा है उपर से नीचे तक सब गड़बड़ है।
कौन हैं गजेंद्र दुबे और अरुण चौबे बना बड़ा सवाल?
भाजपा पाधिकारियो द्वारा उठाया गया मुद्दा चर्चा के साथ क्षेत्र में सवाल भी बन गया है कि आखिर ये गजेंद्र दुबे और अरुण चौबे कौन हैं,क्या वाकई ये भाजपा के पदाधिकारियों और ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों को धमका रहे हैं? क्या इनके द्वारा बाहर से आकर ग्राम पंचायतो में ठेकेदारी की जा रही है? इस तरह के सवाल क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गए हैं। इन सभी सवालों से एक बात तो तय है कि साा और संगठन में समन्वय तो बिल्कुल नही है।
क्या कार्यकर्ताओ और मण्डल के पदाधिकारियो को किया गया किनारे?
भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के फेस बुक पोस्ट को देख कर यह सवाल खड़े होने लगे हैं कि चुनाव को जिताने में जिन कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियों ने पूरा जोर लगा दिया था क्या उन कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियो को साा आने के एक साल बाद अब साइड लाइन लगा दिया गया है? क्या पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को साा में महत्व नही दिया जा रहा है? इस लिए कार्यकर्ता और पदाधिकारी अब विरोध पर आतुर हो गए हैं,और सबसे अहम सवाल क्या स्थानीय पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओं की जगह अब अन्य जिलों के लोगो ने आकर ले ली है ऐसी स्थिति में यह विरोध कहाँ तक आगे चलेगा यह देखने लायक बात होगी।
भरतपुर सोनहत में गुटबाजी चरम पर
भारतीय जनता पार्टी में भरतपुर सोनहत विधानसभा में गुटबाजी चरम पर देखी जा रही है कुछ दिवस पूर्व भजपा नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह का दर्द फेस बुक पर छलक था और उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि भाजपा जब विपक्ष में रहता है तब गिने-चुने लोग सामने आते हैं, जब गवर्मेंट रहता है तब संगठन के पुराने लोगों को भूल जाते हैं आज जहां भी कार्यक्रम होता है पुराने लोग नहीं दिखते नए-नए लोग आगे पीछे होते हैं। यही रवैया चल रहा है, एक कहावत मुझे याद आती कमाने वाला धोती वाला खाने वाला टोपीवाला यह संगठन में चल रहा है। इसके अलावा कुछ दिवस पूर्व। कुवारपुर मण्डल अध्यक्ष भरतपुर जनपद उपाध्यक्ष ने भी आरोप लगाया था।