- अशफाक के पास लगवा रखा था अपने परिचितों का पैसा…पैसा न मिलने पर हुई शिकायत 2 आरोपी को 14 लाख के ठगी मामले में पुलिस ने किया गिरफ्तार…
- 3 माह में पैसा डबल करने का झांसा देकर 14 लाख रूपये ठगी करने वाले 2 आरोपियों को थाना जयनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार

-शमरोज खान-
सूरजपुर,21 मई 2025 (घटती-घटना)। सूरजपुर जिले का सबसे बड़ा ठग जेल में है उसके ऊपर लगभग 150 लोगों से पैसा के ठगी करने का आरोप है, तकरीबन 15 करोड़ से अधिक की ठगी का शिकायत थाने में दर्ज,शिकायतों के आधार पर पुलिस ने कार्यवाही की थी और अभी तकरीबन 6 महीने से जेल में है वह, उनके पास पैसे लगवाने वाले भी धीरे-धीरे गिरफ्तार हो रहे है,अभी सूरजपुर जिले में दो आरोपियों को पुलिस ने फिर गिरफ्तार किया है, इन्होंने कई लोगों से पैसे दुगना करने के नाम पर लाखों रुपए लिए और अशफ़ाक उल्लाह के पास लगा दिया था ताकि पैसे जब दुगने होकर मिलेंगे तो उनका भी लाभ होगा और जिससे पैसे लिए हैं उन्हें भी लाभ देंगे,पर ऐसा हुआ नहीं जिसके पास इन्होंने भरोसे करके पैसे लगाए वह सभी के पैसे को डूबा दिया, अब जब अशफाक उल्लाह ठगी के मामले में जेल में है और उसके पास जिन्होंने पैसे लगाए थे दूसरे से लेकर अब उनकी भी मुसीबत बढ़ती जा रही है, क्योंकि वह भी जिससे पैसे लिए थे उसे वापस कर नहीं पा रहे हैं जिस वजह से उनके विरुद्ध भी शिकायत होने लगी है अभी सूरजपुर जिले के जयनगर थाना में ही एक व्यक्ति के शिकायत पर दो आरोपी को 14 लाख के ठगी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है,जिन दो आरोपियों को ठगी के लिए गिरफ्तार किया गया है उनसे जब कुछ पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने बताया कि वह पैसा लेकर अशफाक उल्लाह के पास लगाए थे अब वही पैसा नहीं दिया तो आज यह समस्या उत्पन्न हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 18.05.2025 को जयनगर निवासी रकीबुल ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि अहमद रजा अंसारी,महबूब हुसैन उर्फ अहमद व 2 अन्य लोगों के द्वारा शेयर मार्केट में 3 माह में पैसा डबल करने का झांसा व प्रलोभन देने पर झांसा में आकर दिनांक 25.09.2024 को नगद 7 लाख रूपये एवं उसके बाद अहमद रजा के बैंक खाता में कई किस्तो में यूपीआई ट्रांजेक्शन के माध्यम से 7 लाख रूपये कुल 14 लाख रूपये दिया एवं तीन माह बाद अहमद रजा से पैसा मांगने पर पैसा देने में टालमटोल करने लगा और बाद में अहमद रजा द्वारा अपने युको बैंक खाता का 28 लाख रूपये का चेक दिया जिसे बैंक मे लगाने पर खाता में पैसा नहीं होने से चेक निरस्त हो गया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध थाना जयनगर में अपराध क्रमांक 131/2025 धारा 318(4),3(5) बीएनएस, छाीसगढ़ के निक्षेपको के हितो का सरंक्षण अधिनियम 2005 की धारा 10 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने धोखाधड़ी को अंजाम देने वाले आरोपियों की पतासाजी कर जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। थाना जयनगर पुलिस ने विवेचना के दौरान दबिश देकर आरोपी 1. अहमद रजा अंसारी पिता निजामुददीन उम्र 35 वर्ष ग्राम जूर चौकी बसदेई 2 महबूब हुसैन उर्फ अहमद पिता इनायतुल्लाह ग्राम करौंदामुडा थाना झिलमिली को पकड़ा। पूछताछ पर आरोपियों ने जुर्म स्वीकार किया जिनके निशानदेही पर बैंक खाता,एटीएम कार्ड,शेयर मार्केटिंग व ट्रेडिंग में प्रयुक्त 4 मानिटर,1 सीपीयू जप्त कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में फरार 2 अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी जयनगर नरेन्द्र सिंह,प्रधान आरक्षक नंदकिशोर राजवाड़े,रविशंकर पाण्डेय,आरक्षक विकास मिश्रा व सुरेश साहू सक्रिय रहे।
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि अशफाक के पास लगाए थे पैसे
आरोपी के गिरफ्तारी के बाद कुछ पत्रकारों ने पुलिस के सामने ही ठगी के दो आरोपियों से पूछा कि अपने लोगों का पैसा क्या किया तो उन्होंने बताया कि उन लोगों से लेकर अशफ़ाक उल्लाह के पास पैसा लगाया था अब हमारे पास पैसा नहीं है कि हम इन्हें लौट पाए ऐसे में पुलिस के एफआईआर में कहीं पर भी अशफाक का नाम का जिक्र नहीं हुआ,क्या आरोपियों के बताने के बाद भी पुलिस अशफाक का नाम एफआईआर में दर्ज नहीं की या फिर पूर्व से ही एफआईआर दर्ज है इस वजह से उन्होंने उसका नाम शामिल नहीं किया? जबकि सूत्रों का कहना है कि उसका भी नाम शामिल होना था यह हो सकता है कि पुलिस विवेचना के दौरान यह नाम शामिल करे।
दैनिक घटती-घटना ने इस मामले में सबसे पहले किया था लोगों को जागरूक
अशफाक ठगी का मास्टरमाइंड अशफाक के झांसे में क्षेत्र के लगभग लोग आ चुके थे और उसके पास आंख मूंदकर लोग पैसे लगा रहे थे क्योंकि उस समय पैसे लगाने वालों की संख्या कम थी और अशफाक उन लोगों को पैसा वापस कर पा रहा था पर इस बात का आभास पहले से ही था कि यह पूरा मामला ठगी से जुड़ा हुआ है जिसके बाद दैनिक घटती-घटना ने इस मामले को पड़ी प्रमुखता के साथ प्रकाशित कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया था ताकि लोग सचेत हो जाए और इस ठगी के मामले में न फंसे,पर कई लोग अशफाक के मुंह में ऐसे फस गए थे कि उन्हें समाचार की बात भी झूठ लग रही थी जैसे-जैसे समय बिता वैसे-वैसे उन्हें यह बात समझ आ गई कि अपनी जमा पूंजी वह अशफाक को देकर फस चुके हैं बुरी तरह से ठगे जा चुके हैं।
दैनिक घटती-घटना की खबर पर विश्वास न करने की वजह से लोगों को होना पड़ा ठगी का शिकार
खबर पर किया होता विश्वास तो अपनी जमा पूंजी से हाथ ना धो बैठते हाथ जब लगातार खबर प्रकाशित हो रही थी और बताया जा रहा था कि यह पूरा मामला बहुत बड़े ठगी से जुड़ा हुआ है और इस ठगी के चक्कर में ना पड़े पर लोग विश्वास कम कर रहे थे यहां तक की सच्ची खबर प्रकाशित करने वाले के ऊपर दबाव बनाने का भी प्रयास किया जा रहा था तरह-तरह से दबाव आ रहा था झूठी शिकायतें हो रही थी साथ ही अधिवक्ता के माध्यम से नोटिस भी भेजी जा रही थी पर अंततः प्रकाशित हो रहा समाचार ही सही निकला और आज लोग अपना पैसा गंवाकर बैठे हुए हैं और अब उन्हें सिर्फ न्यायालय से ही उम्मीद है अपने पैसे पाने की।