खड़गवां,@जिम्मेदारों की लापरवाही से बच्चों को नहीं मिल पा रहा है उचित पोषण आहार

Share


समय पर नहीं खुलते आंगनबाड़ी केंद्र समय से पहले केंद्र से कार्यकर्ता रहती हैं गायब

खड़गवां,13 मई 2025 (घटती-घटना)। महिला बाल विकास के अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केदो की हालत खस्ता है जहां एक तरफ सरकार बच्चों को उचित पोषण आहार देने के लिए गांव-गांव में आंगनबाड़ी केंद्र खोलकर उचित पोषण आहार देने की व्यवस्था करती है तो वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केदो में ताले लगे हैं एक तरफ जहां सहायिका और कार्यकर्ता आंगनबाड़ी केदो में समय पर नहीं पहुंचते वहीं दूसरी तरफ भारत सरकार द्वारा मापदंड के अनुसार राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में 6 माह से लेकर 6 वर्ष तक के बच्चों एवं गर्भवती माताएं और कम वजन के बच्चों प्रति हितग्राही प्रतिदिन नियमानुसार पूरक पोषण आहार दिए जाने का प्रावधान किया गया है पंरतु जब केंद्रों में कार्यकर्ता ही नहीं पहुंचती तों फिर बच्चों को कैसे उचित पोषण आहार मिल सकेगा वहीं क्षेत्र में जिम्मेदार अधिकारी सब कुछ सही होने का दावा करने नहीं थक रहे हैं। जिससे जिम्मेदार अधिकारियों का सहायिका और कार्यकर्ता में कोई भय ही नहीं है। जबकि आंगनबाड़ी केंद्र बना हुआ है रंगाई-पुताई भी बढि़या है मगर इसमें गतिविधियां कुछ नहीं होती स्थानीय ग्रामीणों का कहना है केंद्र समय पर नहीं खुलते है और यहां पर बच्चों को भोजन भी वितरण सही तरीके से नहीं किया जाता है आंगनबाड़ी केंद्र में पदस्थ कार्यकर्ता केंद्र में नहीं आती है और कई केंद्र ऐसे हैं जहा पर कार्यकर्ता आंगनबाड़ी केंद्र के समय से पहले केंद्र से चली जाती है। आंगनबाड़ी केंद्र के रजिस्टर में दर्ज संख्या के अनुसार बच्चे भी कभी आंगनबाड़ी में नहीं आते हैं ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है जबकि की बच्चों को पहले नाश्ता और फिर भोजन देना है मगर मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत ठगगाव सहित अन्य ग्रामो के कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों में सिर्फ नाश्ता ही बच्चों को परोसा जा रहा है जबकि राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी केदो की कार्यकर्ताओ को मोबाइल दिया गया है एवं परियोजना स्तर में ग्रुप बनाया गया है जिसमें आंगनबाड़ी केंद्र की सारी गतिविधियों को ग्रुप में अपलोड करना है जिससे सभी केंद्रों की गतिविधियों कि जानकारी मिल सके जिससे संबंधित परियोजना अधिकारी एवं सेक्टर सुपरवाइजर देखकर कमियों को दूर करें मगर यहां तो सिर्फ आंगनबाड़ी केंद्र नाम के लिए संचालित है कई ऐसे केंद्र है जहां सिर्फ बच्चों को नाश्ते की ही फोटो अपलोड कर इतिश्री कर लिया जाता है और सेक्टर सुपरवाइजर एवं परियोजना अधिकारी इस पर कोई ध्यान नहीं देते हैं कई केंद्रों में बच्चों को सिर्फ नाश्ता ही परोसा जा रहा है और बिल गर्म भोजन का पास हो रहा है।
क्या परियोजना अधिकारी एवं सेक्टर सुपरवाइजर इसके विरुद्ध जांच करेंगे या रसूखदार होने के कारण जांच को आंच नहीं आएगी?इस संबंध में परियोजना कि सेक्टर सुपरवाइजर ने कहा कि समय पर केंद्र नहीं खुल रहे और अगर बच्चों को सिर्फ नाश्ता दे रहे हैं तो एक दम गलत है नाश्ता और भोजन दोनों देना है। इसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी।


Share

Check Also

कबीरधाम@ आकाशीय बिजली की चपेट में आकर दम्पत्ति की मौत

Share कबीरधाम,20 मई 2025 (ए)। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में प्री मानसून के पहले हो …

Leave a Reply