खड़गवां जनपद पंचायत में ऐसे कई मामलो में चल रहा है लीपापोती का खेल,आखिर क्यों नहीं होती इस तरह के के प्रकरणों में कार्यवाही ?
-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां,12 मई 2025 (घटती-घटना)। खडगवा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत सकरिया में पदस्थ रोजगार सहायक की नियुक्ति ग्राम सकरिया में दिनांक 31/1/2013 को रोजगार सहायक के पद पर नियुक्ति हुई थी।
नियुक्त रोजगार सहायक ग्राम पंचायत सकरिया धमेंद्र कुमार साहू आत्मज मोहरलाल साहू जनपद पंचायत खड़गवां जिला कोरिया का मूल निवासी हैं। उसके द्वारा दिनांक 28/7/2012 को डी. एड.की पढ़ाई ( नियमित) रुप से पहले दाखिला लिया गया था और उसके बाद ग्राम सकरिया में दिनांक 31/01/2013 को रोजगार सहायक के पद पर नियुक्ति हुई जो आज भी कार्यरत हैं। इस रोजगार सहायक धमेंद्र कुमार साहू ने डी0 एड0 की नियमित पढ़ाई और नौकरी एक साथ एक समय में किया गया है और रोजगार सहायक का कार्य भी किया जा रहा है जो शासन के नियम के विरुद्ध है। जबकि शिकायत कर्ता ने इस संबंध में कोरिया कलेक्टर के जन दर्शन में और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरिया को एवं जनपद पंचायत खड़गवां को चार से पांच बार शिकायत किया गया था जिसकी आज तक कोई जांच एवं कार्यवाही तक नहीं कि गई। जिससे ग्राम पंचायत सकरिया निवासी रोजगार सहायक धमेंद्र कुमार साहू के द्वारा फर्जी दस्तावेजो के सहारे रोजगार सहायक की नौकरी धड़ल्ले से कर रहा है कार्यवाही नहीं होने के कारण मनोबल काफी बढ़ा हुआ है और एक ही समय पर दोनों जगह उपस्थित रह कर नियमित डीएड का छात्र और दूसरी तरफ ग्राम पंचायत सकरिया में रोजगार सहायक का कार्य कर रहा है। जबकि एक ही समय पर दोनों जगह डी एड एवं रोजगार सहायक कि उपस्थिति पंजी और संस्था की उपस्थिति पंजी नाम और उपस्थिति दर्ज है। उसी समय पर ग्राम पंचायत सकरिया में कार्य करके तनख्वाह भी लिया जा रहा है और उसी समय पर नियमित संस्था में उपस्थिति भी दर्ज है एक व्यक्ति एक समय पर दोनों का पूरा लाभ लेकर शासन के नियम कायदों को ताक में रखकर शासन से फर्जीवाड़ा कर वर्ष 31/01/2013 से रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ रहकर कार्य कर रहा है। खड़गवां जनपद पंचायत में कई ऐसे भ्रष्टाचार से संबंधित फाइलें शिकायत जाच के नाम पर सिर्फ ठंडे बस्ते में पड़ी धूल खा रही है और ऐसे फर्जी तरह से नियुक्ति पाने वाले रोजगार सहायक ग्राम पंचायत में भी भारी फर्जीवाड़ा धड़ल्ले से कर रहे हैं बिना किसी डर भय के अगर सही तरीके से इन फर्जी नियुकत रोजगार सहायक की जांच हो जाए तो कई बडे बडे भ्रष्टाचार के मामले सामने आ जाएंगे और पूर्व में ऐसे कई मामले भी सामने आये हैं कई भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई भी हुई है मगर सकरिया ग्राम पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक के समय हुए निर्माण कार्य मे भी काफी भ्रष्टाचार किया गया है जिसकी भी जाच होनी चाहिए जिससे इस रोजगार सहायक के द्वारा किये गये फर्जीवाड़े की पूरी पोल खुल सके। उसके बाद भी जनपद पंचायत के अधिकारी इस रोजगार सहायक पर कार्रवाई कयो नहीं कर रहे हैं इसे बचाने में कयो लगे हुए हैं?
ग्राम पंचायत सकरिया के पंच परमेश्वर एवं ग्राम वासीयों ने किया रोजगार सहायक के दस्तावेजों का मिलान
जबकि ग्राम पंचायत सकरिया के सरपंच के द्वारा अपने लेटर पैड में दिनांक 6/7/20 को पंचनामा भी तैयार किया गया उस पंचनामा में ग्राम वासी एवं पंचों का हस्ताक्षर युक्त पंचनामा बनाया गया है इस पंचनामा में उल्लेख भी किया गया है दिनांक 31/01/2013 को रोजगार सहायक धमेंद्र कुमार साहू की नियुक्ति का स्पष्ट उल्लेख किया गया है और वर्तमान में भी कार्यरत होना भी अंकित किया गया है तथा डीश एडश के दाखिल 28/7/2012 को नियमित छात्र के रूप में पढ़ाई कि गई है और उाीर्ण भी है। दस्तावेजों के आधार पर रोजगार सहायक की उपस्थिति पंजी और डीश एडश कि उपस्थिति पंजी का मिलान किया गया है जो कि नियम विरुद्ध है और उक्त प्रमाण-पत्र ग्राम पंचायत सकरिया के सरपंच एवं पंचों की जानकारी के अनुसार सत्य एवं सही है जिस पंचनामा में ग्राम वासीयों एवं पंचों और सरपंच सचिव के हस्ताक्षर युक्त है। उसके बाद भी जनपद पंचायत खड़गवां के सीईओ एवं जिला पंचायत सीईओ इस रोजगार सहायक धमेंद्र कुमार साहू पर कयो मेहरबान है क्यों कार्यवाही नहीं करते। जब दस्तावेज स्पष्ट प्रमाणित कर रहे हैं उसके बाद भी कार्यवाही का नहीं किया जाना से स्पष्ट होता है कि जनपद पंचायत खड़गवां के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जिला पंचायत के सीईओ के द्वारा भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े को बढ़ावा दिया जा रहा है? इस संबंध मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण प्रताप सिंह से जानकारी चाही तो उन्होंने ने कहा कि मैंने इस संबंध में जानकारी लिया तो पता चला कि खड़गवां जनपद पंचायत के तात्कालिक सीईओ मूलचंद चौपड़ा ने इस शिकायत की जांच कर के जिला पंचायत सीईओ को 2022 में जांच रिपोर्ट भेज दी गई है।