- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों की शह पर ठेकेदार कर रहा है मनमानी
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारी पर ठेकेदार पड़ रहा है भारी… ठेकेदार के द्वारा मनमाने तरीके से कराया जा रहा मुख्य मार्ग अखराडाड से लोटाबुडा पहुंच सड़क मार्ग का इस सड़क पर किसी प्रकार का कोई बोर्डनहीं लगा है। इस सड़क के निर्माण एवं,पुल-पुलिया निर्माण कार्य में गुणवत्ताहीन सामाग्री का उपयोग…
- .प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों के सामने ठेकेदार कर रहा है पुल पुलिया निर्माण कार्य में
- खेल अधिकारियों को जानकारी के बाद भी नहीं कर रहे हैं कार्यवाही लोक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री के द्वारा गुणवाा विहीन सड़क निर्माण कार्य कराये जाने पर कडी कार्यवाही
- करने के निर्देश के बाद भी सड़क निर्माण कार्य धड़ल्ले से गुणवत्ताविहीन निर्माण किया जा रहा है…
- सडक निर्माण कार्य में ठेकेदार के द्वारा आर एम सी प्लांट का कहीं उपयोग नहीं किया जा रहा है और धड़ल्ले से आर सी सी पुलिया एवं रिटर्निंग वाल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। निर्माणाधीन पुल पुलिया रिटर्निंग वाल की समाग्री घटिया और ओवर साइज कि गिट्टी का इस्तेमालकिया जा रहा है?
- जबकि यह सडक निर्माण कार्य में बन रही पुल पुलिया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों की सारी जानकारी और इनके सह पर कराया जा रहा है? सडक पर निर्माणाधीन पुल पुलिया की निर्माण सामग्री किस आर एम सी प्लांट से कया कया सामग्री किस किस मात्रा में मिल कर आ रही है इसकी जाच करने की जरुरत कभी नहीं समझी अधिकारियों ने…जिससे इनके किए गए निरीक्षण पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है अधिकारी सिर्फ करते हैं निरीक्षण का दावा…

–राजेन्द्र शर्मा –
खड़गवां,30 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना प्रधानमंत्री जन जाति आदिवासी न्याय महाभियान के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्तीय पोषित मनेंद्रगढ़ कार्य पालन अभियंता के द्वारा अखराडाड मुख्य मार्ग से लोटाबुडा बरमपुर से खालपारा मुख्य मार्ग बोडेमूडा से गेलहाझरिया मुख्य मार्ग बोडेमूडा से बैगापारा सडक निर्माण कार्य के तहत करोडो रुपए की लागत से हो रहे नवनिर्माण एवं उन्नयन के कार्य मे नियोजित ठेकेदार द्वारा जमकर मनमानी बरती जा रही है। सड़क निर्माण के इस कार्य मे पुल-पुलिया निर्माण के दौरान भी गुणवत्ताहीन निर्माण सामाग्री का उपयोग करते हुए कार्य को अंजाम दिया गया है।
बता दें कि इस विकास खंड में जितनी भी सड़कें ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले उक्त सड़क मार्ग का नवनिर्माण व उन्नयन कार्य का ठेकेदार को मिला है । लेकिन ठेकेदार की मनमानी के कारण कार्य बिना डब्लू एम एम प्लांट एवं आर एम सी प्लांट के इन सड़कों का निर्माण कार्य लगभग डब्लू एम एम का 50/ प्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के देखरेख में हो रहे कार्य में पुल- पुलिया निर्माण में कांक्रीटिंग के दौरान प्राक्कलन के विपरीत निर्माण सामाग्री का उपयोग किया जा रहा है,जबकि जो कांक्रीट सामाग्री मलिटी परीक्षण हेतु रखा जा रहा उसमें अतिरिक्त सीमेंट डालकर गुणवत्ता परख दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रकार जमकर गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। जिसका मौके पे जाकर जांच करने पर सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। लेकिन ऐसा नही हो पा रहा है, जिससे होने वाले कार्य की मजबूती पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। जबकि इस कार्य का देखरेख करने वाले संबंधित अधिकारी ठेकेदार के हाथों की कठपुतली बन उनके इशारे पर नाचते नजर आते है,तो वही क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले जनप्रतिनियों के पास भी इतनी फुर्सत नही कि किस कदर कार्य कराया जा रहा है,उसका मौके पर जाकर निरीक्षण कर सके।
इस संबंध पर जब निर्माण कार्य की गुणवत्ताको लेकर विभागीय इंजिनियर शेखर राव 7999190236 से फोन पर सड़क निर्माण कार्य कि जानकारी के लिए फोन किया गया तो उनके द्रारा फोन रिसिव नहीं किया गया, सड़क निर्माण कार्य कि गुणवत्ता के बारे में एवं सड़क पर बिछाई जा रही निर्माण सामग्री के बारे मे इस निर्माण सामग्री को डब्लू एम एम प्लांट से मिक्स करके लाना है मगर जिस जगह से निर्माण सामग्री आ रही है उस सथल पर ना ही डब्लू एम एम प्लांट और आर एम सी प्लांट स्थापित है। उसके बाद भी अधिकारी ठेकेदार के पक्ष में सामग्री का डब्लू एम एम प्लांट एवं आर एम सी प्लांट से लाना बता रहे हैं।
अधिकारी कहा रहे हैं कि सामग्री डब्लू एम एम प्लांट एवं आर एम सी प्लांट से आ रही है और सामाग्री कि ग्रेडिंग भी सही है।
अब सवाल ये उठता है कि जब सड़क निर्माण कार्य का अनुबंध ठेकेदार ने निर्माण सामाग्री को डब्लू एम एम प्लांट एवं आर एम सी प्लांट से मिश्रण कर निर्माण किया जाना है। और ठेकेदार जे सी बी से गिट्टी को डमफरो में भरकर सड़क निर्माण स्थल गिरा दिया जाता है और उसके बाद उस पर पानी डालकर ग्रेडर से बिछाया जाता है जबकि सामग्री को पेवर मशीन से सडक पर बिछाना था जो कि ये प्रकिया ठेकेदार के अनुबंध मे है और ठेकेदार के द्वारा किया जाना है। जबकि छत्तीसगढ़ के राज्य मंत्री के निर्देशों को ठेंगा दिखाया जा रहा है। इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के शैलेश गुप्ता के मोबाइल नंबर 9039773746 पर संपर्क करने की कई बार कोशिश कि उन्होंने फोन रिसिव नहीं किया।