- दो माह में भी नहीं हुई प्रस्तुत?
- अवैध तरीके से नर्सिंग कॉलेज का भवन निर्माण जारी भू-तल की हुई ढलाई दूसरे की तैयारी…
- बिना भवन अनुज्ञा के ही हो रहा कॉलेज का निर्माण नगरी निवेश ने अनुमति देने से किया था इंकार…
- डॉ.प्रिंस जायसवाल की शिकायत पर प्रशासन ले लेता है दिलचस्पी पर उनके विरुद्ध हुई शिकायतों पर प्रशासन की सुस्ती क्यों?

-रवि सिंह-
बैकुंठपुर,29 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। डॉ.प्रिंस जायसवाल अपनी जमीन पर व्यवसायिक प्रयोजन के तहत नर्सिंग कॉलेज का निर्माण कर रहा हैं,इन्हें निर्माण से पहले नगरी निवेश कार्यालय से नक्शा पास कर के भवन निर्माण की अनुमति लेनी थी जो उन्होंने ली नहीं,लेने से पहले ही वहां पर इन्होंने निर्माण शुरू कर दिया था,जिसके बाद नगरी निवेश ने उन्हें भवन निर्माण की अनुमति देने से मना कर दिया, फिर भी वह नियम विरुद्ध तरीके से नर्सिंग कॉलेज का निर्माण कर रहे हैं,भू तल की ढलाई हो चुकी है प्रथम ताले का निर्माण जारी है, जल्दी से जल्दी नियम विरुद्ध तरीके से निर्माण करने में लगे हुए हैं, शिकायतों के बाद भी कोरिया जिले का प्रशासन इन के कार्यवाही को लेकर सस्ती दिख रहा है ऐसा लग रहा है कि वह भी इनके प्रभाव में है, वही उनके द्वारा जब शिकायत की जाती है तो प्रशासन काफी चुस्ती के साथ कम पर लग जाता है, पर वही डॉक्टर प्रिंस जायसवाल के विरुद्ध यदि कोई शिकायत होती है तो उसमें प्रशासन सुस्त पड़ जाता है ऐसा शिकायतकर्ता का आरोप है।
शिकायतकर्ता प्रिंस जायसवाल के द्वारा नर्सिंग कॉलेज के अवैध निर्माण को लेकर शिकायत कोरिया कलेक्टर सहित नगरी निवेश को किया गया था पर उसे पर कार्यवाही नहीं हुई, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने संभाग आयुक्त को इसकी शिकायत की संभाग आयुक्त ने फरवरी में जांच के आदेश दिया और 15 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी पर आज 2 महीने बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई यहां तक की यहां तक की 4.30 हजार स्मयर फीट का भूतल ढला कर कंप्लीट हो गया और उसके ऊपर प्रथम तल का निर्माण शुरू हो गया,पर अभी तक जांच रिपोर्ट कोरिया जिले की प्रशासन नहीं दे पाई,वही सरगुजा संभाग आयुक्त कार्यालय, अम्बिकापुर द्वारा बैकुंठपुर के एम.एल.ए. नगर निवासी डॉ. प्रिंस जायसवाल के खिलाफ शिकायत के आधार पर कलेक्टर कोरिया को 15 दिवस के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश जारी किया गया है जूनापारा,वार्ड क्रमांक 20, बैकुंठपुर निवासी संजय जायसवाल द्वारा प्रस्तुत शिकायत में आरोप लगाया गया है कि डॉ. प्रिंस जायसवाल द्वारा ग्राम केनापारा स्थित खसरा नंबर 225/1, रकबा 0.364 हेक्टेयर भूमि पर नियमों को दरकिनार करते हुए व्यवसायिक प्रयोजन हेतु नर्सिंग कॉलेज भवन का निर्माण किया जा रहा है। शिकायत में उल्लेख है कि उक्त निर्माण के लिए नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय,कोरिया में आवेदन किया गया था जिसे सहायक संचालक द्वारा अस्वीकृत कर दिया गया था। इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी है। सूत्रों के अनुसार, संबंधित भूमि पर बिना स्वीकृति के निर्माण कार्य जारी रहने पर उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि प्रशासन की ओर से नोटिस चस्पा किए जाने के बावजूद निर्माणकर्ता ने आदेशों की अवहेलना की है और लगातार उच्च न्यायालय जाने की धमकी दे रहा है। शिकायतकर्ता संजय जायसवाल ने कहा कि अब जब कमिश्नर कार्यालय से स्पष्ट निर्देश आ गया है, तो कोरिया जिला प्रशासन को तत्काल पुलिस बल के सहयोग से निर्माण पर रोक लगानी चाहिए और नियमानुसार सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।