
लहू ले भींजगे पहाड़,निंदा ले नइ चलय अब पोठ जवाब देहे के बेरा आय
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम म होयआतंकी हमला सिरिफ एकठन दुखद घटना नोहय,ए हमला जम्मो देश के आत्मा ऊपर हमला आय। 28 निर्दोष मनखेमन के बेरहमी ले हत्या करे गे हेबय,जेमा दू झन विदेशी मनखे घलो
शामिल हवय। ए गोठ फेर ले साबित करत हे के आतंकवाद के मुख कतेक अमानवीय, क्रूर अऊ घृणास्पद हेबय। ए हमला सिरिफ पर्यटक ऊपर नोहय,ए हमला भारत के एकता, विविधता अऊ शांति के चिनहा ऊपर सीधा घाव आय।हमर सुरक्षा बल अऊ एजेंसी मन कतको बेरा ले आतंक के खिलाफ अपन बहादुरी के परचम ल फहराइस हे, फेर पहलगाम जइसन संवेदनशील ठऊर म सुरक्षा के चूक गजब के सवाल खड़ा करथे। आतंकी सेना वर्दी म आइन,परिचय-पत्र मांगिन अऊ धर्म पूछ-पाछ के मनखेमन ऊपर गोली चलाइन ए एकठन सोचे-समझे नफरत के डरावना रूप आय। ए गोठ सुरक्षा के खोखला दावा अऊ खुफिया तंत्र के कमजोरी ल उघारथे ।प्रधानमंत्री ले गृह मंत्री अऊ दूसर नेता मन हमला के निंदा करिन हे, न्याय के बात कहिन हे ए सब्बोजरूरी तो हे, फेर अब सिरिफ बात ले कुछु नइ होवय। अब बेरा आ गे हवय जब हमन पोठ फैसला लेवन, सफ़्फ़ा नीति बनाइन अऊ आतंकी मन के संग संग वो मन के पोसइया मन ल घलो करारा जवाब देवन।ए हमला कश्मीरियत
ऊपर घलो हमला आय ओ मिंझरा संस्कृति, ओ भाईचारा के भावना ऊपर जेन ल कश्मीर कतको बछर ले अपन कोरा म संजोय हे। कोनो पार्टी के प्रतिक्रिया होवय पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस या भाजपा बात साफ हे, ए समय राजनीति के नइ, मानवता के बात हे। अऊ मानवता के लड़ई म कोनो दल नइ बोलय,जम्मो देश बोलय।
आज पहलगाम के घाव सिरिफ ओ ठऊर के नोहय, ए जम्मो भारतवासी के हिरदे म पीरा बन के बसे हे। ए घाव म मरहम तबे लगही जब निर्दोष मनखेमन के मौत के बलदा, न्याय अऊ सुरक्षा के पोठ कदम ले ड्डलेहे जाही। अब बेरा आ गे हवय जब देश एक हो के आतंकवाद ल जरी ले उखाड़ देवय। शोक,संवेदना अऊ श्रद्धांजलि के संग संग हमन ल ए संकल्प घलो लेना हे अब अउ नइ।जेमन अपन दुलरुवा गवाय हेबय ओमन ल संवेदना।
त्रिभुवन लाल साहू
बोड़सरा जाँजगीर छत्तीसगढ़