तबादले सूची के कुछ कर्मचारी छुट्टी लेकर तबादला स्थान पर जाने से बचने का कर रहे प्रयास तो कई लगा रहे हैं अपनी पहुंच पकड़ का जोर:सूत्र


-रवि सिंह-
कोरिया/एमसीबी,23 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। तत्कालीन आईजी सरगुजा रेंज अंकित गर्ग ने सरगुजा रेंज से अपने तबादले से पहले एक तबादला सूची जारी की है जो ऐसे पुलिसकर्मियों की है जो या तो वर्षों से एक ही जिले में पदस्थ हैं या जिनकी शिकायत कई सामने आई थी और जिनकी छवि जिले में वसूलीबाज के रूप में जानी जाती थी और जिनके कारण उनके पदस्थ जिले में पुलिस की छवि लगातार धूमिल होती थी।आईजी सरगुजा अंकित गर्ग की सरगुजा से जाते जाते जारी की गई पुलिसकर्मियों की तबादला सूची बहुप्रतीक्षित भी थी और जिसके जाने के बाद आईजी सरगुजा रह चुके अंकित गर्ग की प्रशंसा भी हो रही है। वैसे अब सुनने में ऐसा आ रहा है की आईजी सरगुजा रहते हुए अंकित गर्ग द्वारा जारी की गई पुलिसकर्मियों की तबादला सूची में कहीं मजाक न बन जाए कहीं सूची में शामिल पुलिसकर्मी किसी तरह रवानगी अपनी रुकवा न लें और ऐसा तबादला सूची में शामिल पुलिसकर्मी अपने पदस्थ जिले के पुलिस अधीक्षक के माध्यम से करने की फिराक में हैं और वह अपने जिलों के पुलिस अधीक्षकों को प्रभाव में लेकर अपनी रवानगी रुकवाने की तैयारी में हैं। ऐसा हम नहीं ऐसी संभावनाएं लोग जाहिर कर रहे हैं जो ऐसे वसूलीबाज अपने अपने पदस्थ जिलों में बदनाम पुलिसकर्मियों को करीब से जानने वाले आशंका जाहिर कर रहे हैं। आंशका तो यह भी जाहिर की जा रही है कि अपने अपने पदस्थ जिलों में वर्तमान में कार्यरत और आईजी सरगुजा अंकित गर्ग द्वारा जारी तबादला सूची अनुसार स्थानांतरित किए गए पुलिसकर्मी अब अपने अपने पहुंच पकड़ का भी इस्तेमाल करने की फिराक में लगे हैं और इस तरह वह अपना तबादला रुकवाने की पूरी कोशिश करने वाले हैं। ऐसे पुलिसकर्मी सबसे पहले अपने वर्तमान पदस्थ जिले के पुलिस अधीक्षकों से अपनी रवानगी रुकवाने की गुजारिश करने वाले हैं और इसमें असफल होने पर वह पुलिस अधीक्षकों पर राजनीतिक दबाव डलवाने की भी तैयारी कर रहे हैं जिससे उनकी रवानगी रुक जाए और वह पहले की तरह उसी जिले में पदस्थ बने रहें जहां वह पदस्थ हैं वर्षों से।
क्या फिर ऐसा कुछ देखने को मिलने वाला है…आईजी स्तर के अधिकारी के आदेश का उलंघन होगा?
बताया जा रहा है कि कुछ ने अपने अधिकारियों को प्रभाव और दबाव में लेने का प्रयास जारी भी कर दिया है और वह सबसे पहले अवकाश पर जाने की तैयारी में हैं तदोपरान्त वह अपनी रवानगी रुकवाने की कोशिश करने वाले हैं। वैसे यदि तबादला सूची अनुसार स्थानांतरित पुलिसकर्मी अपनी रवानगी रुकवाने में सफल हो गए तो फिर यह तय है कि वह पुलिस विभाग में ऐसी पहुंच रखते हैं ऐसा प्रभाव रखते हैं जहां वह जैसा चाहेंगे वैसा ही होगा उनको किसी भी उच्च अधिकारी के आदेश की अवमानना का अधिकार है। वैसे पुलिस विभाग में देखा भी गया है कि अपने चहेते को तबादला उपरांत बचाने के लिए कई बार उच्च अधिकारी जिले में पुलिस बल की कमी का बहाना सामने रख देते हैं और अपने चहेते पुलिसकर्मी को रवानगी से बचा लेते हैं। तबादला आदेश का उलंघन कई बार पुलिस विभाग में देखा गया है। वैसे इस बार क्या फिर ऐसा कुछ देखने को मिलने वाला है क्या फिर आईजी स्तर के अधिकारी द्वारा जारी तबादला आदेश नहीं मानने का उदाहरण देखने को मिलता है यह देखने वाली बात है।
उच्च अधिकारियों की गोपनीयता भंग करने की भी चेतावनी देने वाले हैंःसूत्र
कुछ पुलिसकर्मी बताया जा रहा है कि इस तैयारी में भी हैं कि वह विभाग को उसकी कमजोरियों को गिनाने वाले हैं और अब तक के कार्यकाल जिले को लेकर उच्च अधिकारियों की गोपनीयता भंग करने की भी वह उन्हें चेतावनी देने वाले हैं और इस तरह भी वह अपने बचाव में भिड़ने वाले हैं। एमसीबी जिले के और कोरिया जिले के प्रधान आरक्षकों ने किसी भी तरह रवानगी रुकवाने कसम खाई हुई है ऐसा बताया जा रहा और इसके लिए वह काफी जोर आजमाइश कर रहे हैं।
तबादला सूची में कुछ ऐसे कर्मचारी हैं… जिनकी वेतन से कई गुना ज्यादा वसूली है?
वैसे बता दें कि आईजी सरगुजा अंकित गर्ग ने जाते जाते जो तबादला सूची जारी की है उसमें कुछ पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो आरम्भ से वसूलीबाज और चापलूस रहे हैं और वह ऐसा करके की काफी अधिक आय से अधिक संपत्ती अर्जित कर चुके हैं,यह वह पुलिसकर्मी हैं जिनके ऊपर भूमाफियाओं के साथ, जुआ फड़ संचालन करने वालों के साथ अवैध कारोबारियों के साथ सांठगांठ कर काम करने का कई बार आरोप लग चुका है और यह वेतन से ज्यादा वसूली के आदि हैं ऐसी ख्याति कई बार पा चुके हैं। बता दें कि इनका बिना अवैध वसूली जीवन निर्वाह सम्भव नहीं यह भी इनपर आरोप लगता रहा है। अब देखना है विभाग की ऐसी बदनामी कराने वाले पुलिसकर्मी क्या आईजी के तबादला आदेश अनुसार रवानगी के लिए नामित किए जाते हैं पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के।