@ पहचाने गए पहलगाम के गुनहगार,जारी की गई आतंकियों की तस्वीर
पहलगाम,23 अप्रैल 2025(ए)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की तस्वीर अब सामने आ गई है. जो तस्वीर सामने आई है उसमें दिख रहे तीन आतंकी इस हमले में शामिल बताए जा रहे हैं. पुलिस की विशेष टीमें इन आतंकियों की तलाश में इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है. अभी तक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में कुल छह आतंकियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने इससे पहले आतंकियों के तीन स्केच भी जारी किए थे। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों के अनुसार,प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के से जुड़े- द रेजिस्टेंस फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
सेना के ऑपरेशन के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी है। अमित शाह उस जगह पर भी गए जहां आतंकियों ने इस कायराना हमले को अंजाम दिया था। इस हमले में 26 लोगों की जान गई है जबकि 20 के करीब लोग घायल बताए जा रहे हैं। आतंकियों की तलाश के लिए इलाके में सेना सघन सर्च ऑपरेशन चला रही है।
पहलगाम हमले को लेकर पीएम मोदी एक्शन मोड में दिख रहे हैं। उन्होंने इस हमले की सूचना मिलते ही अपने सऊदी अरब के दौरे को बीच में ही छोड़कर स्वदेश वापस लौट आए हैं। बुधवार सुबह उनका विमान दिल्ली हवाई अड्डे पर लैंड किया। मामले की गंभीरता को समझते हुए पीएम मोदी ने बगैर कोई भी वक्त गंवाए एयरपोर्ट पर हाई लेवल बैठक की। इस बैठक सुरक्षा एजेंसियों के बड़े अधिकारियों के साथ-साथ एनएसए अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने इस हमले में शामिल आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने और उनका साथ देने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
पीएम मोदी ने की बैठक
पहलगाम में हुए आतंकी हमले से आहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब दौरा रद्द कर तुरंत भारत लौट आए हैं। दिल्ली पहुंचते ही एयरपोर्ट पर उन्होंने आपात बैठक बुलाई। इस अति महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस.जयशंकर और विदेश सचिव मौजूद थे। प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा से वापसी के तुरंत बाद इस उच्च स्तरीय बैठक में हमले की गंभीरता, अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और सुरक्षा रणनीतियों पर विस्तार से मंथन किया गया।
हथियार,गोला-बारूद और अन्य युद्ध-संबंधी सामान बरामद
सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच भारी गोलीबारी, दो आतंकवादियों को मार गिराया गया, चल रहे ऑपरेशन में सुरक्षा बलों द्वारा घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया। आतंकवादियों से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध जैसे सामान बरामद किए गए हैं।
पहलगाम में आतंकवादी हमले में अब तक 28 पर्यटक मारे गए…
मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 पर्यटक मारे गए, जिनमें दो विदेशी भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में कम से कम छह से आठ आतंकवादी शामिल थे। इस कायराना हमले में शामिल दो आतंकवादियों की पहचान आसिफ शेख और आदिल गौरी के रूप में हुई है। आतंकवादियों ने एके-47 और एके-56 का इस्तेमाल किया
सूत्रों ने बताया कि आसिफ शेख पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) से जुड़ा था, जिसने हमले की जिम्मेदारी ली है। मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर एके-47 और एके-56 से कई राउंड फायरिंग की।
पहलगाम आतंकी हमला: अमित शाह ने कर दिया ऐलान, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो-टूक चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि भारत आतंकवाद के आगे नहीं झुकेगा। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि इस नृशंस आतंकी हमले के दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, भारी मन से पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा। इस नृशंस आतंकवादी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में इस आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवारवालों से मुलाकात की। इस दौरान परिजन उनके सामने रो पड़े और न्याय की मांग की। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के घटनास्थल बैसरन क्षेत्र पहुंचे। दूसरी तरफ, जम्मू-कश्मीर सरकार ने पीडç¸तों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मुआवजे की घोषणा की। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपए और घायलों के लिए 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है। वहीं, मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।
पहलगाम आतंकी हमले में सेना की बड़ी कार्यवाही,2 आतंकवादी ढ़ेर,हथियार-गोला-बारूद बरामद

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दुखद आतंकी हमले के ठीक एक दिन बाद, भारतीय सेना ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के बारामुल्ला जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की एक नई कोशिश को सफलतापूर्वक विफल कर दिया, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए। चिनार कोर के अनुसार, 23 अप्रैल को उत्तरी कश्मीर में उरी नाला के पास सरजीवन इलाके से 2-3 अज्ञात आतंकवादियों ने भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश की।
बारामूला में दो आतंकवादी मारे गए…
सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच भारी गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए और भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई। चिनार कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) के जरिए ऑपरेशन की जानकारी साझा की। चिनार कोर ने एक पोस्ट में लिखा, 23 अप्रैल 2025 को, लगभग 2-3 यूआई आतंकवादियों ने बारामूला के उरी नाला में सरजीवन के सामान्य क्षेत्र से घुसपैठ करने की कोशिश की, नियंत्रण रेखा पर सतर्क टीपीएस ने उन्हें चुनौती दी और रोका, जिसके परिणामस्वरूप गोलीबारी हुई। ऑपरेशन जारी है।
आतंकी हमले के विरोध में पूरा जम्मू कश्मीर बंद, बीते 3 दशक में पहली बार इतना बड़ा बंद

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में आज जम्मू कश्मीर के दोनों हिस्सों (जम्मू और कश्मीर) में बंद की अपील की गई है। इस अपील का व्यापक असर देखा जा रहा है। बंद की अपील करने वालों में कारोबारियों के संगठनों के साथ-साथ मुख्यधारा के राजनीतिक दल भी शामिल हैं। कश्मीर घाटी में 35 साल में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर बंद देखा जा रहा है। पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने गोली मारकर 26 लोगों की हत्या कर दी थी। मरने वालों में अधिकतर पर्यटक थे। इस हमले के बाद से कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
यह उरी और पुलवामा हमलों से भी अधिक निंदनीय…नरसंहार है…

पहलगाम आतंकी हमले पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान सामने आया है।एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, कल पहलगाम में जो हुआ हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं और हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इन दहशतकरदों को सबक सिखाएगी। आतंकियों ने जिन्हें मारा है, हम उन सभी परिवारों के साथ हैं और जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक होहोने की प्रार्थना करता हूं। उनका कहना है कि ऐसे हमलों की कोई जगह नहीं होनी चाहिए और दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
राहुल गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह से की बातचीत,पीडि़तों के लिए की न्याय की मांग

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले पर कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (रुशक्क) राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इस घटना के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली है।
राहुल गांधी ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक कर्रा से भी फोन पर बात की और घटना की स्थिति पर अपडेट लिया।अमित शाह और अन्य नेताओं से बात करने के बाद राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, “गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक कर्रा से पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बारे में बात की। स्थिति पर अपडेट प्राप्त किया। पीडç¸तों के परिवार न्याय और हमारे पूर्ण समर्थन के हकदार हैं। हमले को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि पर्यटकों की इस तरह हत्या और घायल होना “दिल को तोड़ देने वाली और अत्यंत निंदनीय घटना है।” उन्होंने शोकसंतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। यह हमला मंगलवार दोपहर को हुआ था जिसमें आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और दर्जनों घायल हो गए।
ये केंद्र सरकार का फेलियर, 370 के बाद पहलगाम टेरर अटैक पर बोले नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में मंगलवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसके बाद पूरे देश में आक्रोश है। आतंकियों ने पर्यटकों के एक ग्रूप को निशाना बनाया, जिसमें करीब 26 लोगों की मौत की आशंका है। वहीं इस टेरर अटैक पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने निंदा करते हुए कहा कि ये घटना सरकार की फेलियर के कारण ही हुई है।इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने केंद्र सरकार की फेलियर से आतंकी हमला होने का आरोप लगाया है। सुरक्षाबल वहां तैनात नहीं किए गए थे। 370 हटने के बाद कुछ नहीं होगा ये मान लेना गलत है। सरकार की फेलियर के कारण ही ये घटना हुई है। घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।वहीं इस आतंकी हमले पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी दुख जताया और कहा कि यह एक दुखद घटना है और इस घटना में रायपुर के व्यवसायी दिनेश मिरानिया, जो अपने पूरे परिवार के साथ पहलगाम गए थे, की मृत्यु हो गई है। मैं उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। यह हमला न केवल मानवता पर बल्कि भारत की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक विविधता पर है।
पहलगाम में थे रायपुर के 65 लोग,साय सरकार ने सभी से किया संपर्क

22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद वहां गए सभी टूरिस्टों को रोक दिया गया है। इसमें भिलाई के 10 और रायपुर के 65 लोगों सहित 75 पर्यटक श्रीनगर में फंसे हैं। उन्हें भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एक होटल में ठहराया गया है। कश्मीर घूमने के लिए छत्तीसगढ़ से भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। इसे देखते हुए यहां के 75 लोगों श्रीनगर के होटल में ठहरा दिया गया है। राज्य सरकार उन सभी को सुरक्षित लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। ये सभी पर्यटक कल मंगलवार को ही पहलगाम पहुंचे थे। आतंकी घटना के तुरंत बात फोर्स ने सभी पर्यटकों को वहीं पर रोक दिया।