- खड़गवां विकासखंड परियोजना के ग्राम पंचायत ठगगांव के डूमरबहरा एवं आसपास के आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन सहायिका के भरोसे संचालित हो रहा
-राजेन्द्र शर्मा-
¸खड़गवां,29 मार्च 2025 (घटती-घटना)। ग्रामीणों से मिली जानकारी से की आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता महीने में दो चार दिन ही आंगनबाड़ी केंद्र में आती है और केंद्र का संचालन सहायिका के दौरा ही किया जाता है और ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों को शासन से मिलने वाली सुविधा एवं पौष्टिक आहार आदि भी प्राप्त नहीं हो रहा है आंगनबाड़ी केंद्र में दिये जाने वाले गर्म भोजन की गुणवाा पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं गर्म भोजन भी सही नहीं मिल रहा है बच्चों को और गर्म भोजन की राशि भी ग़लत जानकारी देकर बढ़ा-चढ़ा कर राशि आहरण का खेल भी किया जा रहा है नन्हें बच्चों के आहार पर भी डाला जा रहा है डाका क्या विभाग के अधिकारी इसकी जांच कर कार्यवाही करेंगे या रसूखदार होने के कारण जांच ठंडे बस्ते में चली जाएगी?
परियोजना कार्यालय से महज़ चंद मीटर की दूरी पर स्थित केंद्रो में बच्चों की संख्या दर्ज तो पंद्रह बीस है और केंद्र में उपस्थिति महज चार से छः बच्चों की हमेशा रहती है। क्या बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र आना नहीं चाहते या आंगनबाड़ी केंद्र बच्चे लाये नहीं जाते या मां पिता बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र भेजना नहीं चाहते इसके पीछे की वजह को जानने की कोशिश क्या कभी कार्यकर्ता ने गृह भेंट कर जानकारी चाही क्या सेक्टर सुपरवाइजर ने कार्यकर्ता को बच्चों की दर्ज संख्या और बच्चों की उपस्थिति को गंभीरता से लिया? जबकि इन सब की जानकारी परियोजना एवं सेक्टर स्तर पर बने ग्रुप में प्रतिदिन की गतिविधियों को अपलोड किया जाता है उसके बाद भी सेक्टर सुपरवाइजर कार्यवाही के नाम पर शून्य है। ग्रामीणों के द्वारा शिकायत करने पर भी अधिकारी नहीं करते हैं कार्यवाही डूमरबहरा आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता का परिवार उस क्षेत्र का काफी पहुंच वाले होने के कारण किसी प्रकार की कार्यवाही करने से अधिकारी डरते हैं। जिसकी वजह से केंद्र में ग्रामीण बच्चों शिशुवती गर्भवती माताएं बहनें शासन की योजना एवं लाभ से वंचित है क्या प्रशासन इस पर संज्ञान लेकर जांच करेगा। आंगनबाड़ी केंद्रों के संबंध में परियोजना अधिकारी निर्मला बरवा से जानकारी चाही तो उन्होंने के कहा कि इस की जानकारी प्राप्त हुई है सेक्टर सुपरवाइजर को जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।