- क्या सहक्षेत्र प्रबंधक को इस बात की नहीं है जानकारी या फिर उनकी सहमति से कट रहा है पेड़?,100 से अधिक पेड़ों की हुई कटाई…सहक्षेत्र प्रबंधन कैसे हैं अनजान?

-रवि सिंह-
बैकुंठपुर/कटकोना,22 मार्च 2025 (घटती-घटना)। कई सालों पूर्व एसईसीएल कालरी क्षेत्र कटकोना के तालाब पर प्लांटेशन के तहत नीलगिरी के पेड़ लगाए गए थे जिसे लकड़ी माफिया काट कर ले जा रहे हैं। क्या सहक्षेत्र प्रबंधक को इस बात की नहीं है जानकारी या फिर उनकी सहमति से कट रहा है पेड़? बिना सहमति के पेड़ काटना चोरी है या फिर नियम से हो रही कटाई? नीलगिरी के पेड़ की कटाई को लेकर जिला प्रशासन ने बांध लिया है अपने आंख पर पट्टी माफिया की है बल्ले बल्ले, 100 से अधिक पेड़ों की हुई कटाई…सहक्षेत्र प्रबंधन कैसे हैं अनजान? कोरिया जिले में लकड़ी माफियाओं की बल्ले बल्ले हो चुकी है और एक तरफ जिला प्रशासन जहां मौन साधे बैठा है वहीं अब एसईसीएल भी मौन धारण कर अपने क्षेत्र जो वन क्षेत्र है से नीलगिरी के पेड़ों की कटाई पर मौन है।
बता दें कि कोरिया जिले के एसईसीएल क्षेत्र बैकुंठपुर के कटकोना सहक्षेत्र से अब लकड़ी माफिया नीलगिरी के पेड़ काटकर ले जा रहे हैं जो प्लांटेशन के तहत लगाए गए पेड़ थे वहीं ध्यान यह भी दिए जाने योग्य बात है कि वह क्षेत्र वन क्षेत्र भी है। अब क्या एसईसीएल का कटकोना सहक्षेत्र प्रबंधन नीलगिरी के पेड़ों की कटाई की अनुमति प्रदान कर रहा है या लकड़ी माफिया बिना अनुमति लकड़ी काटकर ले जा रहे हैं। वैसे प्लांटेशन के पेड़ों की कटाई समझ से परे है। कटकोना के तालाब पर वर्षों पूर्व लगाए गए प्लांटेशन के तहत के नीलगिरी के पेड़ों की कटाई अब लकड़ी माफिया कर रहे हैं और 100 से अधिक पेड़ों की कटाई हो चुकी है। वैसे सहक्षेत्र प्रबंधक अनजान हैं ऐसा मानना गलत होगा क्योंकि उनकी ही नजरों को सामने से पेड़ो की कटाई हो रही हो सैकड़ों पेड़ो की कटाई हो रही हो और वह अनजान हो यह मानना जरा सही नहीं लगता। वैसे वन विभाग भी क्या सहमति प्रदान कर चुका है वन क्षेत्र में लकड़ी माफियाओं को वन क्षेत्र में पेड़ो की कटाई की यह भी सवाल खड़ा हो रहा है।कुल मिलाकर सभी जिम्मेदारों ने लगता है अपनी आंखों पर पट्टी बांध लिया है और लकड़ी माफिया अपनी मनमानी कर रहे हैं।