रायपुर,07 मार्च 2025 (ए)। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के नौवें दिन सीजीएमएससी में रिएजेंट खरीदी घोटाले को लेकर विधायक अजय चंद्राकर और मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। चंद्राकर ने जब सवालों की बौछार की, तो मंत्री जवाब देते-देते रुक गए। इस पर चंद्राकर ने टोकते हुए कहा, भाषण मत दीजिए, मेरे सवाल का जवाब दीजिए।
मंत्री जायसवाल ने सफाई देते हुए कहा कि गड़बड़ी का पता चलते ही मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी गई है और कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा, मंत्री किसी अफसर को सूली पर तो नहीं टांग सकता न! इस जवाब पर करीब 10 मिनट तक बहस चलती रही।
सीजीएमएससी में 380 करोड़ की गड़बड़ी का मुद्दा गरमाया
चंद्राकर ने सवाल उठाया कि स्वास्थ्य विभाग में बजट की कमी के बावजूद मेडिकल मशीनें कई गुना महंगे दामों में क्यों खरीदी गईं? उन्होंने पूछा कि जब विभाग के पास फंड नहीं था, तब किस अधिकारी ने यह खरीदारी की और उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई?
मंत्री जायसवाल ने जवाब दिया:
इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है। सप्लाई में गड़बड़ी करने वाला जेल में है और 15 अधिकारियों पर ईओडब्ल्यू जारी की गई है।
ईओडब्ल्यू इससे बड़ी कार्रवाई और क्या कर सकती है?
चंद्राकर ने मंत्री को फिर घेरा और कहा, मुझे स्पष्ट उत्तर चाहिए, 385 करोड़ की अनियमितता हुई है, इसमें किस अधिकारी की भूमिका थी? इस पर मंत्री ने सफाई दी कि यह वृहद घोटाला है और ईओडब्ल्यू जांच कर रही है,
इसलिए समयसीमा बताना संभव नहीं।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए चंद्राकर से कहा कि धैर्य रखें और जवाब सुनें।
प्रधानमंत्री आवास योजना पर सत्ता-विपक्ष में तीखी बहस प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना को लेकर भी सदन में हंगामा हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाए गए, लेकिन वर्तमान सरकार इसे नकार रही है।
बघेल ने सवाल किया सरकार का दावा है कि 18 लाख मकान बने, लेकिन वास्तविक आंकड़े क्या हैं?
आपके ही दिए उत्तर बता रहे हैं कि पिछली सरकार ने भी काम किया, फिर इसे क्यों नकारा जा रहा है?मंत्री विजय शर्मा ने कहा किजब नरेंद्र मोदी सरकार बनी, तो 32.5 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुए, छत्तीसगढ़ को 6 लाख आवास मिले।विष्णु देव सरकार में गरीबों को घर मिला, कांग्रेस सरकार में नहीं।इस पर बघेल ने आपत्ति जताते हुए कहा, आप उत्तर नहीं दे रहे हैं, प्रवचन दे रहे हैं! विजय शर्मा ने भी पलटवार करते हुए कहा, उत्तर आपके हिसाब से नहीं, तथ्यों के आधार पर दिया जाएगा। इसके बाद विपक्षी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिससे सदन में शोरगुल बढ़ गया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने प्रश्नकाल समाप्त करने की घोषणा की।
विधानसभा में उठे जल जीवन मिशन के अधूरे कार्य पाइप लाइन बिछाने बाद सड़क़ बनाना भूले
छत्तीसगढ़ में इन दिनों विधानसभा सत्र प्रारंभ है। प्रश्न काल के दौरान पक्ष और विपक्ष के विधायक अपने प्रश्न को लेकर जानकारी मांग रहे हैं। वहीं कसडोल विधायक संदीप साहू ने भी कसडोल विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत चल रहे केंद्र सरकार की योजना जल जीवन मिशन के सभी अधूरे कार्यों का मुद्दा उठाया।
